झालावाड़. झालावाड़ बारां संसदीय क्षेत्र के चुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास मंगलवार को झालावाड़ दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने मंगलपुरा स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी पदाधिकारी की बैठक ली. बाद में संभावित प्रत्याशियों को लेकर स्थानीय नेताओं से रायशुमारी भी की बैठक के दौरान पूर्व मंत्री के सामने जिले में कांग्रेस की कलह भी खुलकर सामने आई. जब बैठक में चर्चा के दौरान कांग्रेस कमेटी के दो पदाधिकारी एक दूसरे के आमने-सामने आ गए. इस दौरान दोनों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं भी हुई. आखिर मामला बढ़ता देख पास में बैठे हुए कांग्रेस के अन्य पदाधिकारी एक्टिव हुए और किसी तरह मामला शांत करवाया.
बैठक के दौरान दोनों पदाधिकारी के बीच हुई तीखी नोकझोंक से बैठक में माहौल गरमा गया. वहीं सामने की ओर बैठे हुए पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास तथा जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र गुर्जर भी पेशोपेश में पड़ गए. दरअसल झालावाड़ लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी की रायशुमारी करने पहुंचे पूर्व मंत्री को कांग्रेस के जिला प्रवक्ता सर्वेश्वर दत्त ने जिले में स्थानीय उम्मीदवार को लोकसभा का प्रत्याशी बनाने की मांग की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां भाजपा प्रत्याशी को जीतने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जाता है. उन्होंने जिले में कांग्रेस की हार का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के माथे फोड़ा.
उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सहमति से ही झालावाड़ में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करते आए हैं. इसी दौरान कांग्रेस के झालरापाटन ब्लॉक के नेता इम्तियाज अली बिफर पड़े. उन्होंने जिला प्रवक्ता को घेरते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जिला प्रवक्ता ने कांग्रेस उम्मीदवार को जिताने में कोई भूमिका नहीं निभाई है. साथ ही पूरे चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार नहीं किया है. इसको देखते हुए दोनों के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई. बाद में पास में बैठे हुए खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर तथा कांग्रेस से प्रत्याशी रहे रामलाल चौहान ने दोनों को समझाइश की और किसी तरह से मामला शांत करवाया.