राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ की हाईप्रोफाइल सीट में से एक राजनांदगांव में वोटिंग जारी है. इस सीट पर बीजेपी सांसद संतोष पाण्डेय का मुकाबला छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल से है. राजनांदगांव में पूर्व सीएम रमन सिंह, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, सांसद संतोष पाण्डेय ने मतदान किया. इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने प्रदेश की सभी सीटों पर कमल खिलाने का दावा किया.वहीं दूसरी तरफ पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ये आरोप लगाए कि उन्हें एक पोलिंग बूथ पर जाने से रोका गया. इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदतमीजी भी की.
भूपेश बघेल ने लगाए आरोप : वोटिंग के दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल ने पोलिंग बूथ पर खुद को रोके जाने का आरोप लगाया है.भूपेश बघेल ने आरोप है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें पोलिंग बूथ के अंदर जाने से रोका जबकि नियमत: लोकसभा प्रत्याशी को पोलिंग बूथ में जाकर मतदान का जायजा लेने का अधिकार है.भूपेश बघेल की माने तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का मुक्की है.मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं.जिसकी शिकायत उन्होंने निर्वाचन आयोग में की है.
''बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने गांव के सरपंच पति और कांग्रेस नेता देवलाल साहू के बेटे सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है. कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को छाते से मारने की शिकायत की है.विवाद बढ़ता देख पुलिस और फोर्स के जवान मौके पर पहुंच गए हैं.''- भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रत्याशी
भूपेश बघेल ने दावा किया कि ''भाजपा ने गोधन योजना, बेरोजगारी भत्ता और भूमिहीन मजदूरों, किसानों और महिलाओं के लिए शुरू की गई उनकी कल्याणकारी योजनाओं को बंद करके जनता को धोखा दिया है. इस चुनाव में जनता बीजेपी को जवाब देगी. इस बार महतारी वंदन योजना से ज्यादा महालक्ष्मी योजना की चर्चा हो रही है". इसके साथ ही भूपेश बघेल ने ईवीएम पर भी संदेह जताया है.
"मतदाता फोन करके शिकायत कर रहे हैं कि ईवीएम पर अन्य उम्मीदवारों की तस्वीरें बड़ी और स्पष्ट हैं, लेकिन मेरी तस्वीर छोटी और अपेक्षाकृत अस्पष्ट है. फोटो अनुरोध के अनुसार दी गई थी. यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता के दावों को उजागर करता है. क्या यह किसी साजिश के तहत किया गया है? लेकिन इससे परिणाम नहीं बदलने वाला है. मैं खुद एक उम्मीदवार हूं और टेडेसरा गांव में भाजपा कार्यकर्ता मुझे मतदान केंद्र पर जाने से रोक रहे हैं. भाजपा डराने-धमकाने के लिए गुंडों का इस्तेमाल कर रही है. हमारे कार्यकर्ताओं को धमकाने के लिए पुलिस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है": भूपेश बघेल, राजनांदगांव से कांग्रेस के प्रत्याशी
वहीं पूर्व सांसद अभिषेक सिंह भी मौके पर पहुंचकर बीजेपी कार्यकर्ताओं से घटना की जानकारी ली.अभिषेक सिंह ने इस घटना के लिए खुद भूपेश बघेल को जिम्मेदार माना है.
'' पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. लेकिन जो बात सामने आई है वो ये है कि भूपेश बघेल खुद भिलाई से 100 कार्यकर्ताओं को लेकर पोलिंग बूथ में पहुंचे थे.जो मतदान को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे.'' -अभिषेक सिंह, पूर्व सांसद
राजनांदगांव लोकसभा का समीकरण: पिछले 15 सालों से राजनांदगांव लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रहा है. लगातार भाजपा के प्रत्याशी यहां से जीतते आए हैं. उससे पहले कांग्रेस प्रत्याशी देवव्रत सिंह इस सीट से कांग्रेस से सांसद रहे. यहां साहू, यादव, लोधी समाज का दबदबा रहा है. राजनांदगांव लोकसभा सीट में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल है. जिसमें राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला मानपुर, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा, पंडरिया शामिल हैं. इन 8 विधानसभा सीटों में 5 सीटों पर कांग्रेस के विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं, जबकि तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक हैं. वर्तमान में भाजपा सांसद संतोष पांडे यहां चुनावी मैदान में है. कांग्रेस के लिए इस सीट पर जीतना बड़ा चुनौती है.
राजनांदगांव लोकसभा सीट की डेमोग्राफी: राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की जनसंख्या 18,65,157 है. इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 2330 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,28,329 है. महिला मतदाताओं की संख्या 9,36,837 और अन्य मतदाता 9 है. पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडे के सामने कांग्रेस प्रत्याशी भोलाराम साहू चुनावी मैदान में थे. लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के संतोष पांडे ने 6,62,387 वोट के साथ जीत हासिल किया. वहीं कांग्रेस के भोलाराम साहू 5,50,421 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे. इस बार राजनांदगांव लोकसभा सीट से कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं.