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यूपी के कई मेडिकल इंस्टीट्यूट को मिलेंगे सुपर स्पेशलिस्ट, केजीएमयू के एक्सपर्ट होंगे तैनात

केजीएमयू के 6 विभागों में सुपर स्पेशियलिटी की पढ़ाई शुरू, पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए अनुमति का भेजा गया प्रस्ताव

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किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 18, 2024, 7:42 AM IST

लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के 6 नए सुपर स्पेशियलिटी विभागों में पढ़ाई शुरू होगी. इनमें कई ऐसे विभाग हैं, जो अभी तक यूनिट के रूप में कार्य कर रहे हैं. प्रदेश में वह पहली बार अस्तित्व में आएंगे. इन विभाग के शुरू होने से राज्य में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सक तैयार होने लगेंगे. सरकारी संस्थानों में गुणवत्तायुक्त इलाज सहज होगा. केजीएमयू के मेडिसिन विभाग में बतौर यूनिट संचालित होने वाले संक्रामक रोग विभाग (इंफेक्शन डीजीज) व डर्माटोलॉजी विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार किए जाएंगे. इसके लिए विभाग ने अपने यहां पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए 4 परास्नातक (डीएम) सीटों की अनुमति का प्रस्ताव भेजा है.

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विभाग के हेड डॉ. डी हिमांशु का कहना है कि विभागों में तीन-तीन शिक्षक समेत अन्य मानक पूरे हैं. अनुमति मिलने पर समाज को लाभ मिलेगा. इसके अलावा एनेस्थिसिया विभाग में संचालित पेन मेडिसिन, पीडियाट्रिक एनेस्थिसिया और ट्रॉमा क्रिटिकल केयर (टीसीसी) में पहली बार डीएम (विशेषज्ञ) तैयार होंगे. आर्थोपैडिक विभाग अंतर्गत बतौर यूनिट संचालित स्पोर्टस मेडिसिन विभाग में भी चार सीटों (एमडी) का प्रस्ताव भेजा गया है. इसके अलावा एनेस्थिसिया विभाग में आठ सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है, जिसके बाद 42 से 50 हो जाएंगी.

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, कि नए विभागों में सत्र शुरू करने के लिए 24 पीजी सीटों का प्रस्ताव भेजा गया है. कई विभागों में पहले भी प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन, मानक पूरे न होने से अनुमति नहीं मिली थी. इस बार विभागों में नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) के अनुसार मानक पूरे किये हैं. पूरी उम्मीद है कि अनुमति मिल जाएगी.

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लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के 6 नए सुपर स्पेशियलिटी विभागों में पढ़ाई शुरू होगी. इनमें कई ऐसे विभाग हैं, जो अभी तक यूनिट के रूप में कार्य कर रहे हैं. प्रदेश में वह पहली बार अस्तित्व में आएंगे. इन विभाग के शुरू होने से राज्य में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सक तैयार होने लगेंगे. सरकारी संस्थानों में गुणवत्तायुक्त इलाज सहज होगा. केजीएमयू के मेडिसिन विभाग में बतौर यूनिट संचालित होने वाले संक्रामक रोग विभाग (इंफेक्शन डीजीज) व डर्माटोलॉजी विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार किए जाएंगे. इसके लिए विभाग ने अपने यहां पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए 4 परास्नातक (डीएम) सीटों की अनुमति का प्रस्ताव भेजा है.

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विभाग के हेड डॉ. डी हिमांशु का कहना है कि विभागों में तीन-तीन शिक्षक समेत अन्य मानक पूरे हैं. अनुमति मिलने पर समाज को लाभ मिलेगा. इसके अलावा एनेस्थिसिया विभाग में संचालित पेन मेडिसिन, पीडियाट्रिक एनेस्थिसिया और ट्रॉमा क्रिटिकल केयर (टीसीसी) में पहली बार डीएम (विशेषज्ञ) तैयार होंगे. आर्थोपैडिक विभाग अंतर्गत बतौर यूनिट संचालित स्पोर्टस मेडिसिन विभाग में भी चार सीटों (एमडी) का प्रस्ताव भेजा गया है. इसके अलावा एनेस्थिसिया विभाग में आठ सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है, जिसके बाद 42 से 50 हो जाएंगी.

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, कि नए विभागों में सत्र शुरू करने के लिए 24 पीजी सीटों का प्रस्ताव भेजा गया है. कई विभागों में पहले भी प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन, मानक पूरे न होने से अनुमति नहीं मिली थी. इस बार विभागों में नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) के अनुसार मानक पूरे किये हैं. पूरी उम्मीद है कि अनुमति मिल जाएगी.

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