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गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर के 75 साल हुए पूरे, सीएम योगी ने कहा- जवानों ने अपनी वीरता से इतिहास के पन्नों में अंकित कराया नाम - गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर

लखनऊ में शुक्रवार को सीएम योगी गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में आयोजित क्रांति शौर्य समारोह में शामिल हुए. सीएम योगी ने कई जवानों को इस कार्यक्रम में सम्मानित भी किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि गोरखाओं की गाथा का उल्लेख सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के अनेक सेनाओं ने किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 9, 2024, 7:25 PM IST


लखनऊ: 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में शुक्रवार को क्रांति शौर्य समारोह आयोजित हुआ. इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए. सेना के जवानों के हैरतंगेज करतब से मुख्यमंत्री आश्चर्यचकित रह गए. विभिन्न तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी मुख्यमंत्री के सामने हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवानों के साहसिक प्रदर्शन पर कई बार तालियां भी बजाईं. इस मौके पर उन्होंने कई लोगों को सम्मानित किया.

रेजीमेंट के 75 साल: इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर की तरफ से प्लेटिनम जुबली समारोह का आयोजन किया गया है. इस रेजीमेंटल सेंटर के सफलतापूर्वक 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मैं सभी सैन्य अधिकारियों, बहादुर जवानों, वीर सैनिकों और उनके परिवार के सभी सदस्यों को हृदय से बधाई देता हूं. इस रेजीमेंट के 75 साल की शानदार सेवा इसलिए भी मायने रखती है, क्योंकि भारत की आजादी के बाद गठित होने वाली पहली रेजीमेंट के रूप में गोरखा राइफल्स को गौरव प्राप्त है. 75 वर्ष की शानदार सेवा के लिए मैं इस रेजिमेंट से जुड़े हुए सभी अधिकारियों को दिल से अभिनंदन करते हुए बधाई देता हूं.

सीएम योगी ने कहा, कि भारत की सेना के शौर्य और पराक्रम में कोई भी भारतीय संदेह नहीं करता. मुझे स्वयं 5 जनवरी को लखनऊ में नो योर आर्मी फेस्टिवल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ था. 14 जनवरी को भारतीय सेना के वीरता पदक विजेताओं के समारोह में शामिल होने का भी अवसर मिला. मैं इस बात को विश्वास के साथ कहता हूं, कि भारतीय सेना 140 करोड़ भारतीयों के गौरव का प्रतीक है. देशवासी इसके शौर्य और पराक्रम को न केवल जानते हैं, बल्कि उसमें अटूट विश्वास भी रखते हैं.

इसे भी पढ़े-पूर्वांचल की पहली रीसाइकलिंग प्लास्टिक यूनिट GIDA में लगेगी, सीएम योगी करेंगे शिलान्यास

वीरों ने बढ़ाया देश का मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना का स्वर्णिम इतिहास रहा है. हमारे सैनिकों ने युद्ध कला और शांति काल में देश की रक्षा और सेवा का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है. सेना के जवानों ने कठिन परिस्थितियों में दुर्गम स्थानों पर रहकर एकता, अखंडता और संप्रभुता की सदैव रक्षा की है. उत्तर प्रदेश वीरों की भूमि है. महान क्रांतिकारी मंगल पांडेय, झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई सहित चंद्रशेखर आजाद, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खान, वीर अब्दुल हमीद की भूमि है. देश की सुरक्षा के लिए हर लड़ाई में हमारे जवानों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. अनेक वीरों ने अपने शौर्य और पराक्रम से देश की सुरक्षा करते हुए प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. अनुशासन देशभक्ति और युद्ध कौशल गोरखा रेजीमेंट की पहचान है. गोरखाओं की गाथा का उल्लेख सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के अनेक सेनाओं ने किया है.

जवानों ने अपने शौर्य और पराक्रम से रचा इतिहास: सीएम योगी ने कहा- सीमाओं पर तैनाती के दौरान अपनी वीरतापूर्ण कार्रवाई से गोरखा जवाब देते हैं. 11 गोरखा रेजीमेंट ने अपनी स्थापना के बाद कई युद्ध लड़े हैं. हम सभी के लिए अत्यंत गौरव की बात है, कि वीर और पराक्रमी जवानों की ये रेजिमेंट उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित है. सन 1983 में लखनऊ में आने के बाद इस रेजीमेंट ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस रेजीमेंट के वीर जवानों ने अपने शौर्य और पराक्रम से इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कराया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि इस रेजीमेंट ने देश को कैप्टन मनोज कुमार पांडेय दिया है. कई वीर सैनिक दिए हैं. परमवीर चक्र विजेता दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार सभी जवानों के परिवारों का भी पूरा ख्याल रख रही है. देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले वीर जवानों के परिजनों को 50 लाख रुपए देने और सरकारी नौकरी देने की भी व्यवस्था की है.

यह भी पढ़े-13 परियोजनाओं का शुभारंभ : सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- हमने यूपी को बीमारू मानसिकता से उबारा


लखनऊ: 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में शुक्रवार को क्रांति शौर्य समारोह आयोजित हुआ. इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए. सेना के जवानों के हैरतंगेज करतब से मुख्यमंत्री आश्चर्यचकित रह गए. विभिन्न तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी मुख्यमंत्री के सामने हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवानों के साहसिक प्रदर्शन पर कई बार तालियां भी बजाईं. इस मौके पर उन्होंने कई लोगों को सम्मानित किया.

रेजीमेंट के 75 साल: इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर की तरफ से प्लेटिनम जुबली समारोह का आयोजन किया गया है. इस रेजीमेंटल सेंटर के सफलतापूर्वक 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मैं सभी सैन्य अधिकारियों, बहादुर जवानों, वीर सैनिकों और उनके परिवार के सभी सदस्यों को हृदय से बधाई देता हूं. इस रेजीमेंट के 75 साल की शानदार सेवा इसलिए भी मायने रखती है, क्योंकि भारत की आजादी के बाद गठित होने वाली पहली रेजीमेंट के रूप में गोरखा राइफल्स को गौरव प्राप्त है. 75 वर्ष की शानदार सेवा के लिए मैं इस रेजिमेंट से जुड़े हुए सभी अधिकारियों को दिल से अभिनंदन करते हुए बधाई देता हूं.

सीएम योगी ने कहा, कि भारत की सेना के शौर्य और पराक्रम में कोई भी भारतीय संदेह नहीं करता. मुझे स्वयं 5 जनवरी को लखनऊ में नो योर आर्मी फेस्टिवल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ था. 14 जनवरी को भारतीय सेना के वीरता पदक विजेताओं के समारोह में शामिल होने का भी अवसर मिला. मैं इस बात को विश्वास के साथ कहता हूं, कि भारतीय सेना 140 करोड़ भारतीयों के गौरव का प्रतीक है. देशवासी इसके शौर्य और पराक्रम को न केवल जानते हैं, बल्कि उसमें अटूट विश्वास भी रखते हैं.

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वीरों ने बढ़ाया देश का मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना का स्वर्णिम इतिहास रहा है. हमारे सैनिकों ने युद्ध कला और शांति काल में देश की रक्षा और सेवा का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है. सेना के जवानों ने कठिन परिस्थितियों में दुर्गम स्थानों पर रहकर एकता, अखंडता और संप्रभुता की सदैव रक्षा की है. उत्तर प्रदेश वीरों की भूमि है. महान क्रांतिकारी मंगल पांडेय, झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई सहित चंद्रशेखर आजाद, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खान, वीर अब्दुल हमीद की भूमि है. देश की सुरक्षा के लिए हर लड़ाई में हमारे जवानों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. अनेक वीरों ने अपने शौर्य और पराक्रम से देश की सुरक्षा करते हुए प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. अनुशासन देशभक्ति और युद्ध कौशल गोरखा रेजीमेंट की पहचान है. गोरखाओं की गाथा का उल्लेख सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के अनेक सेनाओं ने किया है.

जवानों ने अपने शौर्य और पराक्रम से रचा इतिहास: सीएम योगी ने कहा- सीमाओं पर तैनाती के दौरान अपनी वीरतापूर्ण कार्रवाई से गोरखा जवाब देते हैं. 11 गोरखा रेजीमेंट ने अपनी स्थापना के बाद कई युद्ध लड़े हैं. हम सभी के लिए अत्यंत गौरव की बात है, कि वीर और पराक्रमी जवानों की ये रेजिमेंट उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित है. सन 1983 में लखनऊ में आने के बाद इस रेजीमेंट ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस रेजीमेंट के वीर जवानों ने अपने शौर्य और पराक्रम से इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कराया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि इस रेजीमेंट ने देश को कैप्टन मनोज कुमार पांडेय दिया है. कई वीर सैनिक दिए हैं. परमवीर चक्र विजेता दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार सभी जवानों के परिवारों का भी पूरा ख्याल रख रही है. देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले वीर जवानों के परिजनों को 50 लाख रुपए देने और सरकारी नौकरी देने की भी व्यवस्था की है.

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