प्रयागराजः जिले के 78 सरकारी अफसरों को बड़ा झटका लगा है. उन्हें एक गलती की बड़ी सजा मिली है. इसके साथ ही उनसे लापरवाही के लिए डीएम ने जवाब तलब किया है. आखिर क्या है पूरा मामला चलिए आगे जानते हैं.
दरअसल, आईजीआरएस पोर्टल पर अधिक संख्या में असंतोषजनक फीडबैक व शिकायतों के निस्तारण में अत्यधिक प्रकरणों के डिफाल्टर पाए जाने पर डीएम ने इनका वेतन रोक लिया है. इसके साथ ही डीएम ने सभी अफसरों से जवाब देने के लिए कहा था. डीएम की इस कार्रवाई को योगी सरकार की सख्ती माना जा रहा है. जन फरियादों को लेकर सरकार लापरवाह अफसरों पर अब शिकंजा कस रही है.
प्रयागराज प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर विभिन्न विभागों के सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा जनशिकायतों का समय से और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नहीं किए जाने के कारण आईजीआरएस पोर्टल पर सर्वाधिक असंतोषजनक फीडबैक पाए गए थे. लापरवाही को लेकर अलग-अलग कुल 78 अधिकारियों का अगस्त महीने का वेतन रोकते हुए डीएम ने तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है. साथ ही भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति होने पर इनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. यह कार्यवाही प्रभारी जिला अधिकारी गौरव कुमार के निर्देश पर की गई है.
जिलाधिकारी के द्वारा पहले पत्र के माध्यम से सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि सभी अधिकारी नियमित रूप से अपने आईजीआरएस पोर्टल का अवलोकन करें. साथ ही समय पर जनता की समस्या को दूर किया जाए. 78 अफसरों की लापरवाही पर डीएम की ओर से वेतन रोक लिया गया है.
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