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गजब है! गांव में एक भी हैडपंप नहीं, रीबोर के नाम पर सरकारी खाते से निकाले 1 लाख

Firozabad News: फिरोजाबाद में सरकारी कारस्तानी सामने आई. पंचायत सचिव को किया गया सस्पेंड.

up firozabad hand pump rebor fraud worth rs 1 lakh caught latest.
सरकारी अफसरों ने हैंडपंप के नाम पर किया खेल. (photo credit: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

फिरोजाबादः फिरोजाबाद जिले में एक बार फिर सरकारी पैसे की बंदरबांट का मामला सामने आया है. इस जनपद की एक एक ग्राम पंचायत में एक भी हैंडपंप नहीं है लेकिन हैंडपम्पों की मरम्मत के नाम पर सरकारी खाते से एक लाख रुपये निकाल कर पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान डकार गए. इस मामले की शिकायत के बाद जब जांच कराई गई तो प्रथम दृष्टया मामला सही पाए जाने पर पंचायत सचिव को सस्पेंड कर दिया गया. ग्राम प्रधान को नोटिस जारी किया गया है.

कहां का मामला थाः मामला टूण्डला विकास खंड इलाके के गांव नगला पुनू से जुड़ा है. दरअसल, गांव में पेयजल संकट की शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की थी. अधिकारियों ने पंचायत सचिव को पेयजल संकट दूर करने के निर्देश दिये थे. अधिकारियों के इन्ही निर्देशों का फायदा उठाते हुए खेल कर दिया. गांव में एक भी हैंडपंप न होने के बाद भी बड़ी सफाई से पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान ने हैंडपंप रीबोर के नाम पर अलग-अलग तारीखों में साल 2022 और 2023 में लगभग एक लाख रुपये की धनराशि निकाल ली.


ग्रामीणों की शिकायत पर खुली पोलः पानी की समस्या का फिर भी समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने इसकी फिर शिकायत की. इसी दौरान ग्रामीणों को जानकारी हुई कि हैंडपंपों के रीबोर कराने के नाम पर खेल हुआ है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला स्तर से मामले की जांच करायी गई तो पता चला कि गांव में एक भी हैंडपंप न होने के बावजूद ग्राम प्रधान ने रीबोर के नाम पर अपने भाई के खाते में इस राशि को ट्रांसफर कराया है.


अफसर क्या बोलेः जिला विकास अधिकारी पीसी राम ने बताया कि इस मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पंचायत सचिव अनिल कुमार रजक को निलंबित कर दिया गया है.ग्राम प्रधान विक्रांत को नोटिस जारी किया गया है.

ये भी पढ़ेंः हाथ में हथौड़ा लेकर अपने पिता की दुकान तोड़ने पहुंची शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, अतिक्रमण की जद में आने पर उठाया कदम

फिरोजाबादः फिरोजाबाद जिले में एक बार फिर सरकारी पैसे की बंदरबांट का मामला सामने आया है. इस जनपद की एक एक ग्राम पंचायत में एक भी हैंडपंप नहीं है लेकिन हैंडपम्पों की मरम्मत के नाम पर सरकारी खाते से एक लाख रुपये निकाल कर पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान डकार गए. इस मामले की शिकायत के बाद जब जांच कराई गई तो प्रथम दृष्टया मामला सही पाए जाने पर पंचायत सचिव को सस्पेंड कर दिया गया. ग्राम प्रधान को नोटिस जारी किया गया है.

कहां का मामला थाः मामला टूण्डला विकास खंड इलाके के गांव नगला पुनू से जुड़ा है. दरअसल, गांव में पेयजल संकट की शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की थी. अधिकारियों ने पंचायत सचिव को पेयजल संकट दूर करने के निर्देश दिये थे. अधिकारियों के इन्ही निर्देशों का फायदा उठाते हुए खेल कर दिया. गांव में एक भी हैंडपंप न होने के बाद भी बड़ी सफाई से पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान ने हैंडपंप रीबोर के नाम पर अलग-अलग तारीखों में साल 2022 और 2023 में लगभग एक लाख रुपये की धनराशि निकाल ली.


ग्रामीणों की शिकायत पर खुली पोलः पानी की समस्या का फिर भी समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने इसकी फिर शिकायत की. इसी दौरान ग्रामीणों को जानकारी हुई कि हैंडपंपों के रीबोर कराने के नाम पर खेल हुआ है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला स्तर से मामले की जांच करायी गई तो पता चला कि गांव में एक भी हैंडपंप न होने के बावजूद ग्राम प्रधान ने रीबोर के नाम पर अपने भाई के खाते में इस राशि को ट्रांसफर कराया है.


अफसर क्या बोलेः जिला विकास अधिकारी पीसी राम ने बताया कि इस मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पंचायत सचिव अनिल कुमार रजक को निलंबित कर दिया गया है.ग्राम प्रधान विक्रांत को नोटिस जारी किया गया है.

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