कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव में एक कार्यकर्ता की मौत. प्रदर्शन के दौरान चोट लगने से उसकी मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सरकार ने नुकीली कीलों वाले बैरिकेड लगवाए थे. बैरिकेड पर चढ़कर प्रदर्शनकारी विधानसभा की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे. इसमें कार्यकर्ता को चोट लग गई. कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल होने के लिए गोरखपुर से आया था. शव सिविल अस्पताल में ले जाया गया. कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित, सिविल अस्पताल पर भीड़ जुटना शुरू.
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र; कांग्रेस के प्रदर्शन में कार्यकर्ता की मौत, हंगामे के बीच सदन सुबह 11 बजे तक स्थगित - UP ASSEMBLY WINTER SESSION
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 18, 2024, 9:20 AM IST
|Updated : Dec 18, 2024, 6:26 PM IST
लखनऊ: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. बाद में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अनुपूरक अनुदान को पास कराएंगे. इसके अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों को भी शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन पास कराया जा सकता है.
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कांग्रेस के प्रदर्शन में एक कार्यकर्ता की मौत
निष्कासन के बाद क्या बोले अतुल प्रधान
सदन से निष्कासन के बाद विधायक अतुल प्रधान ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, हम जनता के मुद्दे उठा रहे थे, लेकिन सत्ताधारी पार्टी तानाशाही पर उतर आई है. जब अध्यक्ष ने नोटिस स्वीकार कर लिया, तो मंत्री को उस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. सदन में केवल चार दिन की कार्रवाई है, ऐसे में अगर जनता के मुद्दे भी नहीं उठेंगे, तो फिर यह लोकतंत्र कैसा?
मंत्री का बयान सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाल: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सदन में जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग हुआ, वह लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है. मंत्री का बयान न केवल असंवैधानिक है, बल्कि सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है. जब अध्यक्ष ने नियम 56 के नोटिस को स्वीकार कर लिया था, तो उस पर सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं है. सत्ता पक्ष के लोग गुरुर में मर्यादाएं तोड़ रहे हैं.
अतुल प्रधान के निष्कासन पर शिवपाल यादव भड़के, बोले- मंत्री ने की अभद्र टिप्पणी
सपा विधायक अतुल प्रधान के निष्कासन पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने सत्तापक्ष पर गंभीर आरोप लगाए. शिवपाल यादव ने कहा कि नियम 56 के तहत विपक्ष के विधायकों को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन सत्ता पक्ष के मंत्रियों का रवैया गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक रहा. उन्होंने कहा कि अतुल प्रधान अपनी बात शालीनता से रख रहे थे. मंत्री को उसका जवाब देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'शाम की दवा मिल गई'. नेता विरोधी दल को मंत्री ने माता बाबा कहा, यह टिप्पणी न केवल अमर्यादित है, बल्कि धमकी देने जैसी है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि विपक्ष के विधायकों को सुरक्षा दी जाए और मंत्रियों को संयमित भाषा का प्रयोग करने की हिदायत दी जाए.
कांग्रेस के प्रदर्शन ने लखनऊ के लोगों को सड़कों में फंसाया, शहर में लगा भीषण जाम
कांग्रेस ने बुधवार को शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. जिसे लेकर कांग्रेस कार्यालय पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. विधानसभा तक प्रदर्शनकारी ना पहुंच सकें इसके लिए पुलिस ने हर रास्ते पर बैरिकेड करते हुए 16 मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्जन लागू किया था. कांग्रेसियों के प्रदर्शन से आम जनता को सड़क पर दो-दो हाथ करने पड़े. सुबह दस बजे से ही लखनऊ पुलिस ने विधानसभा की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेड लगा दिए थे. कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए करीब 16 रास्तोंज पर ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू किया गया. बावजूद इसके शहरवासी दिनभर जाम से जूझते दिखे. हजरतगंज चौराहे, स्टेशन रोड, बर्लिंगटन चौराहा, सिकंदराबाद रोड पर भीषण जाम लगा रहा. वहीं विधानसभा से एनक्सी की ओर भी गाड़ियों का हुजूम लगा रहा.
रामपुर पुलिस ने कांग्रेसियों को गांधी समाधि पर रोका
रामपुर: लखनऊ में विधानसभा घेराव के कार्यक्रम को लेकर रामपुर में पुलिस सतर्क रही. रामपुर में जितने भी कांग्रेस कार्यकर्ता पदाधिकारी थे उन सबको उन्हीं के घरों में पुलिस ने नजरबंद कर दिया. पूर्व विधायक संजय कपूर के आवास पर काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इकट्ठा हुए. पहले तो संजय कपूर ने एक जनसभा को संबोधित किया. उसके बाद सभी लोग नारेबाजी करते हुए गांधी समाधि पहुंचे और वहां पर उन्होंने पुष्प अर्पित किए. उसके बाद 12 बजे सभी लोग लखनऊ कूच करने के लिए जैसे ही गांधी समाधि से निकले पुलिस ने तुरंत ही घेराबंदी कर उन्हें वहीं रोक लिया.
अजय राय-अविनाश पाण्डेय गिरफ्तार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राज व कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय सहित विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेसजनों को पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तार करके बसों से अस्थायी जेल ईको गार्डन ले जाया गया.
कांग्रेसी हुए उग्र, बैरिकेडिंग फांदकर जाने की कर रहे कोशिश
विधानसभा का घेराव करने के लिए प्रयासरत कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने विधान भवन के सामने कड़े बंदोबस्त किए हैं. जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा रखी है. लेकिन, कांग्रेसी इन बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर विधानसभा की ओर कूच करने का प्रयास कर रहे हैं. इसको लेकर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा परिसर में किया विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की तरफ से विधानसभा का घेराव करने के ऐलान पर प्रदेश सरकार की तरफ से की जा रही कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए. विधानसभा सत्र की कार्रवाई के दौरान विधायक आराधना मिश्रा ने जब कांग्रेस के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर भी रोक लगाए जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने सवाल रखा तो इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने से रोक दिया. जिससे खफा होकर विधायक आराधना मिश्रा मोना सदन की कार्रवाई से बाहर चली गईं और परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना देकर बैठ गईं. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय से प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विधानसभा पहुंचने से रोका जा रहा है. वहां पर बैरिकेडिंग की गई है. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. जब सड़क पर जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस उतरती है तो सरकार यह मुद्दे उठाने नहीं देती है और जब सदन में बात रखने का प्रयास किया जाता है तो यहां पर भी बात रखने नहीं दी जाती है तो सरकार बताए कि जनहित के मुद्दों की बात कहां रखी जाए. सरकार जनता के मुद्दों को दबा रही है.
सपा विधायक अतुल प्रधान पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निष्कासित
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए बाहर निकाला. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. अतुल प्रधान के लगातार बीच में बोलने पर कार्रवाई की गई. प्रश्न पूरा हो जाने के बावजूद लगातार अतुल प्रधान बोले जा रहे थे और किसी की नहीं सुन रहे थे. इसके बाद कुछ देर के लिए सदन को स्थगित किया गया. विधानसभा में सपा विधायक अतुल प्रधान के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन में हंगामा किया. विपक्ष की सदन में नारेबाजी जारी है. अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए सदन से निष्कासित.
विधानसभा के बाहर पहुंचा कांग्रेस कार्यकर्ता, लहराया पार्टी का झंडा
पुलिस की किलेबंदी के बाद भी विधानसभा के बाहर एक कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच गया. उसने कांग्रेस का झंडा विधानसभा के बाहर फहराया. कोणार्क दीक्षित नाम के कांग्रेस कार्यकर्ता ने सरकार विरोधी नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.
धरी की धरी रह गईं पुलिस की नोटिसें, दूसरे दलों का झंडा लगाकर कांग्रेसी पहुंचे लखनऊ
कानपुर शहर से कांग्रेस के नेता लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने ना जा सकें, इसके लिए पुलिस के अफसरों ने अपनी ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. कांग्रेस नेताओं को नोटिस भी जारी की गई थीं. लेकिन, इन सबको दरकिनार करते हुए काफी संख्या में कानपुर से कांग्रेस के नेता बुधवार सुबह लखनऊ निकल गए. उत्तर जिलाध्यक्ष नौशाद आलम ने बताया सभी कांग्रेस के नेताओं ने अपनी गाड़ियों से कांग्रेस के झंडे उतार कर रख लिए थे और अन्य दलों के झंडे लगा लिए थे. इससे उन्हें कहीं पर रोका नहीं गया और ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी लखनऊ पहुंच गए.
कांग्रेस नेताओं को पुलिस धमका रही: अविनाश पाण्डेय
कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय बोले, हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा धमकी दी जा रही है कि अगर वह विधानसभा घेराव में लखनऊ जाएंगे तो केवल उनके खिलाफ ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. रात को जिस होटल में मैं रुका था, पुलिस ने उसे छावनी बना दिया. सुबह जब मैं कार्यालय के लिए निकलने लगा तो पुलिस वालों ने मुझे वहीं पर रोक दिया. यह सरकार पूरी तरह से असफल हो चुकी है. युवाओं को नौकरी देने में किसानों को खाद-बीज मुहैया करने में यह सरकार विफल साबित हो रही है.
कांग्रेस नेता ममता चौधरी गिरफ्तार, पुलिस से नोकझोंक
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल होने आ रही महिला कांग्रेस (मध्य जोन) की निवर्तमान अध्यक्ष ममता चौधरी को यूपी पुलिस ने उनके समर्थकों समेत गिरफ्तार करके खाला बाजार थाने भेज दिया है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई.
सपा और कांग्रेस की हो चुकी है कट्टी: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि सपा और कांग्रेस में कट्टी हो चुकी है. विधानसभा उपचुनाव में और संभल मामले में भी सपा और कांग्रेस दो धड़े में बंटती हुई नजर आई. अब समाजवादी पार्टी यह कह रही है, कांग्रेस उनके कारण लोकसभा की सीटें जीतीं. कांग्रेस कह रही कि उनके कारण सपा जीती. वे दोनों अपने-अपने महत्व दर्शाना चाहते हैं. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में समाप्त है और समाजवादी पार्टी समाप्तवादी हो गई है. 2027 में 2017 दोहराने की बात मैं इसलिए कहा करता हूं क्योंकि 2017 की तरह 2027 में भी भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी. यह प्रदर्शन खोखला है. इनके पास न कोई मुद्दा है न नीति है और ना ही कोई नेतृत्व है. संभल से सांसद जियाउर रहमान वर्क ने अपने ऊपर दर्ज मामले को लेकर न्यायालय की शरण ली है. इस पर डिप्टी सीएम का कहना है कि न्यायालय के दरवाजे को खटखटाने का सबको अधिकार है. अगर समाजवादी पार्टी के सांसद, विधायक और कार्यकर्ता संभल मामले में दोषी हैं तो जांच के अनुसार कठोर कानूनी कार्रवाई होगी.
कांग्रेस का प्रदर्शन फ्लॉप होगा, पार्टी अपने कुकृत्यों से घिरी हुई है: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन पूरी तरह फ्लॉप होगा. वह अपने कुकृत्यों से घिरी हुई है. उनके नेता और कार्यकर्ता दिशाहीन हैं. प्रदेश चतुर्मुखी विकास की ओर अग्रसर है. हर क्षेत्र में प्रदेश में अभूतपूर्व काम हुआ है. पूरे प्रदेश की जनता का मानना है कि सरकार ने 2017 से लेकर अब तक राष्ट्र में राज्य को नंबर एक बनाने के लिए काम किए हैं. लॉ एंड ऑर्डर उत्तर प्रदेश का नंबर एक पर है. केवल अखबार की सुर्खियां बनने के लिए कांग्रेस पार्टी इस तरह की घोषणा कर रही है. उनका कोई मतलब प्रदेश की जनता से नहीं है.
विधान भवन घेराव करने जा रहे कांग्रेसियों को लखनऊ-रायबरेली बॉर्डर पर रोका
रायबरेली: बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत चूरुवा बॉर्डर से रायबरेली की सीमा प्रारंभ होती है. बताया जा रहा है कि विधानसभा के घेराव के लिए रायबरेली जिले से लगभग 1000 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को जाना था, जिसके चलते रायबरेली सीमा पर पांच थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है. चेकिंग के दौरान पुलिस ने कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को सीमा से वापस भेज दिया. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया है कि रायबरेली जिले की पुलिस अपनी दबंगई दिखा रही है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना यह व्यक्ति का मौलिक अधिकार है जो संविधान में भी लिखा है. हमारे कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हाउस एरेस्ट कर दिया गया है. जिसमें अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष व ब्लॉक अध्यक्ष के साथ-साथ यूथ अध्यक्ष भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अतुल सिंह ने बताया कि जिस तरीके से सरकार पुलिस से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हाउस एरेस्ट करा रही है और लखनऊ नहीं जाने दे रही, इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार पूरी तरीके से लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है. जनता यह सब देख रही है. इसका खामियाजा 2027 में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा.
आज विधानभवन का घेराव करेंगे कांग्रेसी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 18 दिसम्बर को विधानभवन का घेराव करेगी. इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में रणनीति तय की गई है. इधर, प्रदेश के सभी जिलों से पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का आना जारी है और वह सीधे प्रदेश कार्यालय ही पहुंच रहे हैं. वहीं से ही बुधवार की सुबह सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में विधानभवन के लिए कूच करेंगे. करीब एक हजार पदाधिकारी और कार्यकर्ता घेराव के लिए पूरी रात प्रदेश कार्यालय में ही रुके रहे. कांग्रेसियों को पुलिस ने उनके घरों में नजर बंद कर दिया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस की तरफ से घोषित विधानसभा घेराव के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में विधानसभा के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. पुलिस ने अमेठी में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंगला और उनके 100 से अधिक पदाधिकारियों को हाउस एरेस्ट कर दिया है. लखनऊ में प्रदेश महिला कांग्रेस मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी को भी पुलिस ने हाउस एरेस्ट कर रखा है. इसके अलावा प्रतापगढ़ के जिलाध्यक्ष डॉ. नीरज त्रिपाठी को भी पुलिस ने उनके घर में नजर बंद कर दिया है. इसी तरह सीतापुर के जिलाध्यक्ष जो अपने कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ आ रहे थे उन्हें सिधौली के पास ही पुलिस ने रोक दिया.
लखनऊ: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. बाद में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अनुपूरक अनुदान को पास कराएंगे. इसके अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों को भी शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन पास कराया जा सकता है.
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कांग्रेस के प्रदर्शन में एक कार्यकर्ता की मौत
कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव में एक कार्यकर्ता की मौत. प्रदर्शन के दौरान चोट लगने से उसकी मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सरकार ने नुकीली कीलों वाले बैरिकेड लगवाए थे. बैरिकेड पर चढ़कर प्रदर्शनकारी विधानसभा की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे. इसमें कार्यकर्ता को चोट लग गई. कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल होने के लिए गोरखपुर से आया था. शव सिविल अस्पताल में ले जाया गया. कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित, सिविल अस्पताल पर भीड़ जुटना शुरू.
निष्कासन के बाद क्या बोले अतुल प्रधान
सदन से निष्कासन के बाद विधायक अतुल प्रधान ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, हम जनता के मुद्दे उठा रहे थे, लेकिन सत्ताधारी पार्टी तानाशाही पर उतर आई है. जब अध्यक्ष ने नोटिस स्वीकार कर लिया, तो मंत्री को उस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. सदन में केवल चार दिन की कार्रवाई है, ऐसे में अगर जनता के मुद्दे भी नहीं उठेंगे, तो फिर यह लोकतंत्र कैसा?
मंत्री का बयान सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाल: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सदन में जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग हुआ, वह लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है. मंत्री का बयान न केवल असंवैधानिक है, बल्कि सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है. जब अध्यक्ष ने नियम 56 के नोटिस को स्वीकार कर लिया था, तो उस पर सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं है. सत्ता पक्ष के लोग गुरुर में मर्यादाएं तोड़ रहे हैं.
अतुल प्रधान के निष्कासन पर शिवपाल यादव भड़के, बोले- मंत्री ने की अभद्र टिप्पणी
सपा विधायक अतुल प्रधान के निष्कासन पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने सत्तापक्ष पर गंभीर आरोप लगाए. शिवपाल यादव ने कहा कि नियम 56 के तहत विपक्ष के विधायकों को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन सत्ता पक्ष के मंत्रियों का रवैया गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक रहा. उन्होंने कहा कि अतुल प्रधान अपनी बात शालीनता से रख रहे थे. मंत्री को उसका जवाब देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'शाम की दवा मिल गई'. नेता विरोधी दल को मंत्री ने माता बाबा कहा, यह टिप्पणी न केवल अमर्यादित है, बल्कि धमकी देने जैसी है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि विपक्ष के विधायकों को सुरक्षा दी जाए और मंत्रियों को संयमित भाषा का प्रयोग करने की हिदायत दी जाए.
कांग्रेस के प्रदर्शन ने लखनऊ के लोगों को सड़कों में फंसाया, शहर में लगा भीषण जाम
कांग्रेस ने बुधवार को शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. जिसे लेकर कांग्रेस कार्यालय पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. विधानसभा तक प्रदर्शनकारी ना पहुंच सकें इसके लिए पुलिस ने हर रास्ते पर बैरिकेड करते हुए 16 मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्जन लागू किया था. कांग्रेसियों के प्रदर्शन से आम जनता को सड़क पर दो-दो हाथ करने पड़े. सुबह दस बजे से ही लखनऊ पुलिस ने विधानसभा की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेड लगा दिए थे. कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए करीब 16 रास्तोंज पर ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू किया गया. बावजूद इसके शहरवासी दिनभर जाम से जूझते दिखे. हजरतगंज चौराहे, स्टेशन रोड, बर्लिंगटन चौराहा, सिकंदराबाद रोड पर भीषण जाम लगा रहा. वहीं विधानसभा से एनक्सी की ओर भी गाड़ियों का हुजूम लगा रहा.
रामपुर पुलिस ने कांग्रेसियों को गांधी समाधि पर रोका
रामपुर: लखनऊ में विधानसभा घेराव के कार्यक्रम को लेकर रामपुर में पुलिस सतर्क रही. रामपुर में जितने भी कांग्रेस कार्यकर्ता पदाधिकारी थे उन सबको उन्हीं के घरों में पुलिस ने नजरबंद कर दिया. पूर्व विधायक संजय कपूर के आवास पर काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इकट्ठा हुए. पहले तो संजय कपूर ने एक जनसभा को संबोधित किया. उसके बाद सभी लोग नारेबाजी करते हुए गांधी समाधि पहुंचे और वहां पर उन्होंने पुष्प अर्पित किए. उसके बाद 12 बजे सभी लोग लखनऊ कूच करने के लिए जैसे ही गांधी समाधि से निकले पुलिस ने तुरंत ही घेराबंदी कर उन्हें वहीं रोक लिया.
अजय राय-अविनाश पाण्डेय गिरफ्तार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राज व कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय सहित विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेसजनों को पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तार करके बसों से अस्थायी जेल ईको गार्डन ले जाया गया.
कांग्रेसी हुए उग्र, बैरिकेडिंग फांदकर जाने की कर रहे कोशिश
विधानसभा का घेराव करने के लिए प्रयासरत कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने विधान भवन के सामने कड़े बंदोबस्त किए हैं. जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा रखी है. लेकिन, कांग्रेसी इन बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर विधानसभा की ओर कूच करने का प्रयास कर रहे हैं. इसको लेकर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा परिसर में किया विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की तरफ से विधानसभा का घेराव करने के ऐलान पर प्रदेश सरकार की तरफ से की जा रही कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए. विधानसभा सत्र की कार्रवाई के दौरान विधायक आराधना मिश्रा ने जब कांग्रेस के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर भी रोक लगाए जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने सवाल रखा तो इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने से रोक दिया. जिससे खफा होकर विधायक आराधना मिश्रा मोना सदन की कार्रवाई से बाहर चली गईं और परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना देकर बैठ गईं. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय से प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विधानसभा पहुंचने से रोका जा रहा है. वहां पर बैरिकेडिंग की गई है. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. जब सड़क पर जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस उतरती है तो सरकार यह मुद्दे उठाने नहीं देती है और जब सदन में बात रखने का प्रयास किया जाता है तो यहां पर भी बात रखने नहीं दी जाती है तो सरकार बताए कि जनहित के मुद्दों की बात कहां रखी जाए. सरकार जनता के मुद्दों को दबा रही है.
सपा विधायक अतुल प्रधान पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निष्कासित
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए बाहर निकाला. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. अतुल प्रधान के लगातार बीच में बोलने पर कार्रवाई की गई. प्रश्न पूरा हो जाने के बावजूद लगातार अतुल प्रधान बोले जा रहे थे और किसी की नहीं सुन रहे थे. इसके बाद कुछ देर के लिए सदन को स्थगित किया गया. विधानसभा में सपा विधायक अतुल प्रधान के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन में हंगामा किया. विपक्ष की सदन में नारेबाजी जारी है. अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए सदन से निष्कासित.
विधानसभा के बाहर पहुंचा कांग्रेस कार्यकर्ता, लहराया पार्टी का झंडा
पुलिस की किलेबंदी के बाद भी विधानसभा के बाहर एक कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच गया. उसने कांग्रेस का झंडा विधानसभा के बाहर फहराया. कोणार्क दीक्षित नाम के कांग्रेस कार्यकर्ता ने सरकार विरोधी नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.
धरी की धरी रह गईं पुलिस की नोटिसें, दूसरे दलों का झंडा लगाकर कांग्रेसी पहुंचे लखनऊ
कानपुर शहर से कांग्रेस के नेता लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने ना जा सकें, इसके लिए पुलिस के अफसरों ने अपनी ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. कांग्रेस नेताओं को नोटिस भी जारी की गई थीं. लेकिन, इन सबको दरकिनार करते हुए काफी संख्या में कानपुर से कांग्रेस के नेता बुधवार सुबह लखनऊ निकल गए. उत्तर जिलाध्यक्ष नौशाद आलम ने बताया सभी कांग्रेस के नेताओं ने अपनी गाड़ियों से कांग्रेस के झंडे उतार कर रख लिए थे और अन्य दलों के झंडे लगा लिए थे. इससे उन्हें कहीं पर रोका नहीं गया और ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी लखनऊ पहुंच गए.
कांग्रेस नेताओं को पुलिस धमका रही: अविनाश पाण्डेय
कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय बोले, हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा धमकी दी जा रही है कि अगर वह विधानसभा घेराव में लखनऊ जाएंगे तो केवल उनके खिलाफ ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. रात को जिस होटल में मैं रुका था, पुलिस ने उसे छावनी बना दिया. सुबह जब मैं कार्यालय के लिए निकलने लगा तो पुलिस वालों ने मुझे वहीं पर रोक दिया. यह सरकार पूरी तरह से असफल हो चुकी है. युवाओं को नौकरी देने में किसानों को खाद-बीज मुहैया करने में यह सरकार विफल साबित हो रही है.
कांग्रेस नेता ममता चौधरी गिरफ्तार, पुलिस से नोकझोंक
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल होने आ रही महिला कांग्रेस (मध्य जोन) की निवर्तमान अध्यक्ष ममता चौधरी को यूपी पुलिस ने उनके समर्थकों समेत गिरफ्तार करके खाला बाजार थाने भेज दिया है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई.
सपा और कांग्रेस की हो चुकी है कट्टी: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि सपा और कांग्रेस में कट्टी हो चुकी है. विधानसभा उपचुनाव में और संभल मामले में भी सपा और कांग्रेस दो धड़े में बंटती हुई नजर आई. अब समाजवादी पार्टी यह कह रही है, कांग्रेस उनके कारण लोकसभा की सीटें जीतीं. कांग्रेस कह रही कि उनके कारण सपा जीती. वे दोनों अपने-अपने महत्व दर्शाना चाहते हैं. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में समाप्त है और समाजवादी पार्टी समाप्तवादी हो गई है. 2027 में 2017 दोहराने की बात मैं इसलिए कहा करता हूं क्योंकि 2017 की तरह 2027 में भी भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी. यह प्रदर्शन खोखला है. इनके पास न कोई मुद्दा है न नीति है और ना ही कोई नेतृत्व है. संभल से सांसद जियाउर रहमान वर्क ने अपने ऊपर दर्ज मामले को लेकर न्यायालय की शरण ली है. इस पर डिप्टी सीएम का कहना है कि न्यायालय के दरवाजे को खटखटाने का सबको अधिकार है. अगर समाजवादी पार्टी के सांसद, विधायक और कार्यकर्ता संभल मामले में दोषी हैं तो जांच के अनुसार कठोर कानूनी कार्रवाई होगी.
कांग्रेस का प्रदर्शन फ्लॉप होगा, पार्टी अपने कुकृत्यों से घिरी हुई है: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन पूरी तरह फ्लॉप होगा. वह अपने कुकृत्यों से घिरी हुई है. उनके नेता और कार्यकर्ता दिशाहीन हैं. प्रदेश चतुर्मुखी विकास की ओर अग्रसर है. हर क्षेत्र में प्रदेश में अभूतपूर्व काम हुआ है. पूरे प्रदेश की जनता का मानना है कि सरकार ने 2017 से लेकर अब तक राष्ट्र में राज्य को नंबर एक बनाने के लिए काम किए हैं. लॉ एंड ऑर्डर उत्तर प्रदेश का नंबर एक पर है. केवल अखबार की सुर्खियां बनने के लिए कांग्रेस पार्टी इस तरह की घोषणा कर रही है. उनका कोई मतलब प्रदेश की जनता से नहीं है.
विधान भवन घेराव करने जा रहे कांग्रेसियों को लखनऊ-रायबरेली बॉर्डर पर रोका
रायबरेली: बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत चूरुवा बॉर्डर से रायबरेली की सीमा प्रारंभ होती है. बताया जा रहा है कि विधानसभा के घेराव के लिए रायबरेली जिले से लगभग 1000 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को जाना था, जिसके चलते रायबरेली सीमा पर पांच थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है. चेकिंग के दौरान पुलिस ने कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को सीमा से वापस भेज दिया. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया है कि रायबरेली जिले की पुलिस अपनी दबंगई दिखा रही है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना यह व्यक्ति का मौलिक अधिकार है जो संविधान में भी लिखा है. हमारे कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हाउस एरेस्ट कर दिया गया है. जिसमें अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष व ब्लॉक अध्यक्ष के साथ-साथ यूथ अध्यक्ष भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अतुल सिंह ने बताया कि जिस तरीके से सरकार पुलिस से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हाउस एरेस्ट करा रही है और लखनऊ नहीं जाने दे रही, इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार पूरी तरीके से लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है. जनता यह सब देख रही है. इसका खामियाजा 2027 में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा.
आज विधानभवन का घेराव करेंगे कांग्रेसी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 18 दिसम्बर को विधानभवन का घेराव करेगी. इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में रणनीति तय की गई है. इधर, प्रदेश के सभी जिलों से पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का आना जारी है और वह सीधे प्रदेश कार्यालय ही पहुंच रहे हैं. वहीं से ही बुधवार की सुबह सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में विधानभवन के लिए कूच करेंगे. करीब एक हजार पदाधिकारी और कार्यकर्ता घेराव के लिए पूरी रात प्रदेश कार्यालय में ही रुके रहे. कांग्रेसियों को पुलिस ने उनके घरों में नजर बंद कर दिया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस की तरफ से घोषित विधानसभा घेराव के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में विधानसभा के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. पुलिस ने अमेठी में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंगला और उनके 100 से अधिक पदाधिकारियों को हाउस एरेस्ट कर दिया है. लखनऊ में प्रदेश महिला कांग्रेस मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी को भी पुलिस ने हाउस एरेस्ट कर रखा है. इसके अलावा प्रतापगढ़ के जिलाध्यक्ष डॉ. नीरज त्रिपाठी को भी पुलिस ने उनके घर में नजर बंद कर दिया है. इसी तरह सीतापुर के जिलाध्यक्ष जो अपने कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ आ रहे थे उन्हें सिधौली के पास ही पुलिस ने रोक दिया.