सदन में सीएम योगी ने कहा कि अंतिम पायदान में बैठे व्यक्ति को सदन में प्रमुखता मिले. ये कौन सी बात हो गई कि भोजपुरी में न बोले, अवधी में न बोले, बुंदेलखंडी में न बोले, और उर्दू की आप वकालत कर रहे हैं. ये बड़ी विचित्र बात है. हमारी सरकार में विभिन्न बोलियों ब्रज, भोजपुरी, अवधी, बुंदेलखंडी को सम्मान मिल रहा है. अलग-अलग एकेडमी का गठन भी हो रहा है. यह सभी हिंदी की उपभाषा हैं, यानी हिंदी की बेटियां हैं. यह सदन विशुद्ध साहित्यिक और व्याकरण के विद्वानों का नही हैं. इस सदन में अलग-अलग समाज से सदस्य यहां विभिन्न तबके से आए हैं. समाजवादियों का यही दोहरा चरित्र है. अपने बच्चों को इंग्लिश पब्लिक स्कूल में भेजेंगे, दूसरे के बच्चों को गांव के विद्यालय में पढ़ने को कहेंगे. इसीलिए कल अवधी, भोजपुरी और बुंदेली भाषा का विरोध किया. आज दुनिया में भारत के प्रवासी जो मॉरीशस, फिजी में रह रहें हैं, यही अवधी भाषाई लोग हैं. आप हर अच्छे कार्य का विरोध करते हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. हमारी सरकार इन बोलियों को सदन की प्रोसिडिंग में होना चाहिए. अपने बच्चों को अग्रेजी मध्यम में पढ़ाएंगे. दूसरे को कहेंगे कि उर्दू पढ़ाओ. कठमुल्ला, मौलवी बनाना चाहते हैं, यह नहीं चलेगा.
यूपी विधानसभा बजट सत्र; CM योगी बोले- समाजवादी अपने बच्चों को अंग्रेजी मीडियम में भेजते हैं, दूसरों से कहते हैं उर्दू पढ़ो, सदन कल 11 बजे तक स्थगित - UP ASSEMBLY BUDGET SESSION

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Feb 18, 2025, 6:33 AM IST
|Updated : Feb 18, 2025, 1:15 PM IST
लखनऊ : यूपी विधानसभा का बजट सत्र सुबह 11 बजे से शुरू हुआ. अभिभाषण के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानसभा पहुंचीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी पहुंचे. राज्यपाल ने अभिभाषण शुरू ही किया था कि हाथों में बैनर-पोस्टर लिए सपाइयों ने हंगामा कर दिया. राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए. इन सबके बीच राज्यपाल ने संक्षिप्त अभिभाषण दिया.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रयागराज में कराए जा रहे दिव्य-भव्य महाकुंभ का विशेष उल्लेख किया. राज्यपाल ने 10 मिनट तक संबोधित किया. कहा कि उनकी सरकार को इस वर्ष दिव्य एवं भव्य महाकुंभ आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. महाकुम्भ में स्वच्छता, सुरक्षा तथा सुव्यवस्था के नए मानक गढ़े गए हैं. यह आयोजन जहां एक ओर अनेकता में एकता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर समता व समरसता का संदेश भी दे रहा है, जिससे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा साकार हो रही है. अब तक लगभग 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुजन पावन त्रिवेणी में आस्था की पवित्र डुबकी लगा चुके हैं.
राज्यपाल ने मौनी अमावस्या पर घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि इससे हम सभी बेहद दुखी हैं. इसमें कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु भी हो गई. राज्यपाल ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि महाकुम्भ प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर 22 जनवरी, 2025 को मंत्रिपरिषद की ऐतिहासिक बैठक भी आयोजित की गई. इसमें प्रदेश हित में कई निर्णय लिए गए. राज्यपाल का अभिभाषण 46 पन्ने में लिखा गया था, लेकिन उन्होंने बहुत ही संक्षिप्त तरीके से इसे समाप्त कर दिया.
इसके बाद सदन की आगे की कार्यवाही 12:30 बजे से फिर शुरू हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में अपनी बात रखी. मंत्री सुरेश खन्ना भी बोले. इसके कुछ देर बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई. वहीं इस बारे में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना है कि राज्यपाल सरकार के झूठ की भागीदार नहीं बनना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने अपने अभिभाषण को बहुत संक्षिप्त किया. उन्होंने केवल पहले और आखिरी पन्ने को ही पढ़ा.
विधानसभा में 19 फरवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इसके बाद 20 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बजट पेश करेंगे. इसके बाद 21 फरवरी को फिर से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. 22 व 23 फरवरी को शनिवार व रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी.
24 फरवरी को आय-व्यय पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. 25 फरवरी को फिर से बजट पर चर्चा होगी. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है. लिहाजा अवकाश के कारण कार्यवाही नहीं होगी. 27 व 28 फरवरी को बजट पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. इसके बाद एक व दो मार्च को शनिवार व रविवार होने के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी. 3 और 4 मार्च को विधायी कार्य होंगे. 5 मार्च को सरकार बजट पास कराएगी.
20 फरवरी को करीब 8 लाख करोड़ का बजट वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पेश करेंगे. साल 2022 मार्च में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूसरी सरकार बनी है तब से कोई भी विधानसभा सत्र 7 दिन से अधिक संचालित नहीं किया गया है. ऐसे में पिछले 3 साल का यह रिकॉर्ड होगा जब सत्र 16 दिनों तक चलेगा.
बजट में सरकार कुछ जनकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा भी कर सकती है. इसके अतिरिक्त मुख्य रूप से विकास पर भी जोर रहेगा. इस बार बजट सत्र से पूर्व विधानसभा में एक अनूठी पहल की गई. अब विधानसभा की कार्यवाही हिंदी के साथ-साथ अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली और अंग्रेजी भाषाओं में भी सुनी जा सकेगी. यह देश की किसी भी विधानसभा में अपनी तरह का पहला प्रयोग है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण अंचल के लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से और अधिक जोड़ना है.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस पहल पर कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल और विविधता से भरा राज्य है, जहां अलग-अलग क्षेत्रों की अपनी विशिष्ट बोलियां और भाषाएं हैं. ऐसे में यह आवश्यक था कि प्रदेश की विधानसभा अपनी जनता से अधिक से अधिक जुड़ाव स्थापित करे. उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है, लेकिन क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा देना जरूरी है. इससे न केवल जनप्रतिनिधियों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिलेगी, बल्कि आम नागरिक भी अपनी भाषा में विधानसभा की कार्यवाही सुन सकेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष महाना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग और दिशा-निर्देशन में उत्तर प्रदेश विधानसभा जो प्रयास कर रही है, उसे पूरे देश की विधानसभाएं अपना रही हैं. यह पहल लोकतंत्र को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के बीच संवाद और अधिक प्रभावी और सहज हो सकेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा के नए प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया और भित्ति चित्रों का लोकार्पण किया. इन भित्ति चित्रों में उत्तर प्रदेश के समग्र विकास को दर्शाया गया है. महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति, औद्योगिक विस्तार तथा सामाजिक समरसता को इन चित्रों के माध्यम से खूबसूरती से उकेरा गया है. प्रदेश में हो रहे विकास को रेखांकित करते हुए इन चित्रों में 'नए उत्तर प्रदेश' की परिकल्पना को साकार किया गया है.
LIVE FEED
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- विभिन्न बोलियों के लिए अलग-अलग एकेडमी का हो रहा गठन
मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बोले- विपक्ष नकारात्मक सोचता है
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सपा विधायकों के हंगामा करने पर निशाना साधा. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष का रवैया गैर-जिम्मेदाराना है. ये नेगेटिव सोचते हैं, इनका काम ही विरोध करना है.
माता प्रसाद पांडे बोले- महाकुंभ में हुई घटनाओं से राज्यपाल भी दुखी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी राय रखी. कहा कि सपा विरोध कर रही थी क्योंकि झूठे आंकड़े दिए गए थे. महाकुंभ भगदड़ में मौतों के सही आंकड़ों को बताने की मांग हो रही थी, राज्यपाल आधा भाषण छोड़कर चली गईं. ऐसा लगता है जैसे महाकुंभ हुई घटनाओं से वह दुखी थीं.
शिवपाल यादव बोले- सरकार ने झूठा अभिभाषण बनाया था, राज्यपाल नहीं पढ़ पाईं
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने विधानसभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर निशाना साधा. कहा कि सरकार ने झूठा भाषण बनाया था. राज्यपाल इसे पढ़ ही नहीं सकीं. सपा के विधायक भी यही मांग कर रहे थे कि झूठे भाषण को न पढ़ा जाए.
सपा विधायक ने खुद को जंजीरों से बांधकर जताया विरोध
समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने खुद को जंजीर से बांध रखा था. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है, इसकी वजह से लोग अवैध तरीके से विदेश जा रहे हैं. सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विदेश से किसी भी प्रवासी भारतीयों को हथकड़ी में न भेजा जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- विपक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित होती है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज से बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. विधानमंडल की इस कार्रवाई में भाग लेने आए सभी सदस्यों का मैं स्वागत करता हूं. राज्यों के अंदर राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होती है. इसके अलावा वर्ष भर के लिए राज्य का बजट जारी किया जाता है. अन्य विधायी कार्यों के साथ ही जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है. कल से अभिभाषण पर चर्चा होगी. 20 को बजट पेश किया जाएगा. सदन 18 फरवरी से पांच मार्च तक चलेगा. सदन चलाना विपक्ष का भी काम है. विपक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित भी होती है.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोले- अखिलेश यादव को महाकुंभ फोबिया हो गया है
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को बीजेपी और महाकुंभ फोबिया हो गया है. कुंभ की जय-जयकार हो रही है, जो भी महाकुंभ आ रहा है, वह सब भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं.
विधायक आराधना मिश्रा मोना बोलीं- सरकार सत्र के दौरान आवश्यक चर्चा नहीं होने देती है
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह लगातार सत्र के दौरान आवश्यक चर्चा नहीं होने देती है. चर्चा से पहले ही सत्र स्थगित किया जाता है. इस बार हमारी मांग है कि बजट के अलग-अलग विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाए. महाकुंभ भगदड़ में मृतकों की संख्या और उनको शोक संवेदना को लेकर मोना ने कहा कि निश्चित तौर पर अगर एक भी व्यक्ति ऐसी घटना में मरता है तो उसके प्रति संवेदना व्यक्त की जानी चाहिए.
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मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बोले- सदन में सकारात्मक चर्चा की उम्मीद
प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि सरकार व विपक्ष के बीच में विधानसभा सत्र होने से पहले ही वार्ता हो चुकी है, समन्वय की बात हो गई. उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक चर्चा होगी.
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शिवपाल सिंह यादव ने मांगा इस्तीफा
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने महाकुंभ में भक्तों की मौत को लेकर सरकार से इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक मृतकों का नाम नहीं बताए, कोई सूची भी जारी नहीं की है.
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विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना बोले- समाजवादी पार्टी की मांग जायज नहीं
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मीडिया से बातचीत की. कहा कि समाजवादी पार्टी की शोक संवेदना संबंधित मांग जायज नहीं है. जब महाकुंभ में भगदड़ से लोगों की मौत हुई थी, तब प्रधानमंत्री से लेकर हम सबने शोक संवेदना व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि सदन समन्वय से चलेगा और हम उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक बातचीत होगी.
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'सत्र से पहले भगदड़ में जान गंवाने वालों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करे सरकार'
समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम सिंह यादव ने बजट सत्र से पहले मांग उठाई है कि राज्यपाल के अभिभाषण से पहले सरकार महाकुंभ में जिन लोगों की भगदड़ में मौत हुई है, उनके प्रति शोक संवेदना व्यक्त करें.
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एमएलसी आशुतोष सिन्हा बोले- संविधान के मंदिर में अस्थि कलश का करेंगे विसर्जन
समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशुतोष सिन्हा विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने से पहले महाकुंभ में हुए भगदड़ और सरकार के रुख के विरोध में अस्थि कलश लेकर विधानसभा पहुंचे. आशुतोष सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने महाकुंभ में मची भगदड़ में मौतों के सही आंकड़े नहीं दिए. नैतिकता खत्म होती जा रही है. विरोध में हम अस्थि कलश लेकर आए हैं. आज संविधान के इस मंदिर में अस्थि कलश का विसर्जन करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने महाकुंभ को लेकर के बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन वहां हो रहीं घटनाएं दावों की पोल खोल रही है. सरकार महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों को सही आंकड़ा बताने से भी हिचक रही है.
सपा विधायकों ने दिया धरना, किसानों समेत बेरोजगारी का भी उठाया मुद्दा
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. सपा विधायकों ने सरकार पर महाकुंभ में हुई अव्यवस्थाओं, कानून-व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए और सरकार से इन मुद्दों पर जवाब देने की मांग की.
कमाल अख्तर बोले- सरकार महाकुंभ के मृतकों के आंकड़े छुपा रही है : विधायक दल के मुख्य सचेतक कमाल अख्तर ने कहा कि हमारा प्रदर्शन इस बात को लेकर है कि प्रदेश की जनता जिन समस्याओं से जूझ रही है, सरकार उन पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. महाकुंभ में हुई अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार सही आंकड़े जारी नहीं कर रही है. महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और सरकार इन मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार बड़े बजट का दावा कर रही है, लेकिन पिछला बजट तक खर्च नहीं किया गया, जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है.
नफीस अहमद बोले- गन्ना किसानों की हालत बदहाल : आजमगढ़ से सपा विधायक नफीस अहमद ने कहा कि सरकार ने गन्ना किसानों के समर्थन मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की, जबकि उनकी लागत लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल भ्रष्टाचार का शिकार है और किसानों को गन्ने की पर्ची तक नहीं मिल रही. उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में गन्ने की चीनी का उत्पादन घट जाता है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. हम सरकार से मांग करते हैं कि वह गन्ना किसानों को राहत दे और उनके हितों की रक्षा करे.
रविदास मल्होत्रा बोले-महंगाई और बेरोजगारी चरम पर : सपा विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है, लेकिन सरकार इसे सुधारने पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ आयोजन के दौरान हुई मौतों के सही आंकड़े सरकार जारी नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि हम विधानसभा सत्र के दौरान इन तमाम मुद्दों को जोर-शोर से उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.
स्वामी ओमवेश ने लगाया महाकुंभ में भेदभाव का आरोप : सपा विधायक स्वामी ओमवेश ने आरोप लगाया कि कुंभ में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचे थे, लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण कई लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी व्यवस्थाओं की खामियों के लिए माफी मांगनी चाहिए. कुंभ में मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें नहीं लगाने दी गईं, जिससे समाज में विभाजन और नफरत बढ़ाने की कोशिश की गई. हमारा प्रदर्शन इसलिए है कि प्रदेश में भाईचारा और सद्भाव बना रहे.
समाजवादी पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा सत्र के दौरान वह सरकार को हर मोर्चे पर घेरेगी. विपक्ष का आरोप है कि सरकार केवल बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
सपा की मांग, महाकुंभ भगदड़ में मौतों का सही आंकड़ा जारी करे सरकार
विधानसभा में सुबह 10:00 बजे से समाजवादी पार्टी के विधायक महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे. समाजवादी पार्टी की मांग है कि सरकार मृत्यु के संबंधित पूरा आंकड़ा जारी करें. वहीं सुबह 10:30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों से बातचीत करेंगे.

लखनऊ : यूपी विधानसभा का बजट सत्र सुबह 11 बजे से शुरू हुआ. अभिभाषण के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानसभा पहुंचीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी पहुंचे. राज्यपाल ने अभिभाषण शुरू ही किया था कि हाथों में बैनर-पोस्टर लिए सपाइयों ने हंगामा कर दिया. राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए. इन सबके बीच राज्यपाल ने संक्षिप्त अभिभाषण दिया.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रयागराज में कराए जा रहे दिव्य-भव्य महाकुंभ का विशेष उल्लेख किया. राज्यपाल ने 10 मिनट तक संबोधित किया. कहा कि उनकी सरकार को इस वर्ष दिव्य एवं भव्य महाकुंभ आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. महाकुम्भ में स्वच्छता, सुरक्षा तथा सुव्यवस्था के नए मानक गढ़े गए हैं. यह आयोजन जहां एक ओर अनेकता में एकता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर समता व समरसता का संदेश भी दे रहा है, जिससे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा साकार हो रही है. अब तक लगभग 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुजन पावन त्रिवेणी में आस्था की पवित्र डुबकी लगा चुके हैं.
राज्यपाल ने मौनी अमावस्या पर घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि इससे हम सभी बेहद दुखी हैं. इसमें कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु भी हो गई. राज्यपाल ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि महाकुम्भ प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर 22 जनवरी, 2025 को मंत्रिपरिषद की ऐतिहासिक बैठक भी आयोजित की गई. इसमें प्रदेश हित में कई निर्णय लिए गए. राज्यपाल का अभिभाषण 46 पन्ने में लिखा गया था, लेकिन उन्होंने बहुत ही संक्षिप्त तरीके से इसे समाप्त कर दिया.
इसके बाद सदन की आगे की कार्यवाही 12:30 बजे से फिर शुरू हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में अपनी बात रखी. मंत्री सुरेश खन्ना भी बोले. इसके कुछ देर बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई. वहीं इस बारे में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना है कि राज्यपाल सरकार के झूठ की भागीदार नहीं बनना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने अपने अभिभाषण को बहुत संक्षिप्त किया. उन्होंने केवल पहले और आखिरी पन्ने को ही पढ़ा.
विधानसभा में 19 फरवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इसके बाद 20 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बजट पेश करेंगे. इसके बाद 21 फरवरी को फिर से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. 22 व 23 फरवरी को शनिवार व रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी.
24 फरवरी को आय-व्यय पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. 25 फरवरी को फिर से बजट पर चर्चा होगी. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है. लिहाजा अवकाश के कारण कार्यवाही नहीं होगी. 27 व 28 फरवरी को बजट पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. इसके बाद एक व दो मार्च को शनिवार व रविवार होने के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी. 3 और 4 मार्च को विधायी कार्य होंगे. 5 मार्च को सरकार बजट पास कराएगी.
20 फरवरी को करीब 8 लाख करोड़ का बजट वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पेश करेंगे. साल 2022 मार्च में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूसरी सरकार बनी है तब से कोई भी विधानसभा सत्र 7 दिन से अधिक संचालित नहीं किया गया है. ऐसे में पिछले 3 साल का यह रिकॉर्ड होगा जब सत्र 16 दिनों तक चलेगा.
बजट में सरकार कुछ जनकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा भी कर सकती है. इसके अतिरिक्त मुख्य रूप से विकास पर भी जोर रहेगा. इस बार बजट सत्र से पूर्व विधानसभा में एक अनूठी पहल की गई. अब विधानसभा की कार्यवाही हिंदी के साथ-साथ अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली और अंग्रेजी भाषाओं में भी सुनी जा सकेगी. यह देश की किसी भी विधानसभा में अपनी तरह का पहला प्रयोग है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण अंचल के लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से और अधिक जोड़ना है.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस पहल पर कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल और विविधता से भरा राज्य है, जहां अलग-अलग क्षेत्रों की अपनी विशिष्ट बोलियां और भाषाएं हैं. ऐसे में यह आवश्यक था कि प्रदेश की विधानसभा अपनी जनता से अधिक से अधिक जुड़ाव स्थापित करे. उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है, लेकिन क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा देना जरूरी है. इससे न केवल जनप्रतिनिधियों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिलेगी, बल्कि आम नागरिक भी अपनी भाषा में विधानसभा की कार्यवाही सुन सकेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष महाना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग और दिशा-निर्देशन में उत्तर प्रदेश विधानसभा जो प्रयास कर रही है, उसे पूरे देश की विधानसभाएं अपना रही हैं. यह पहल लोकतंत्र को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के बीच संवाद और अधिक प्रभावी और सहज हो सकेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा के नए प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया और भित्ति चित्रों का लोकार्पण किया. इन भित्ति चित्रों में उत्तर प्रदेश के समग्र विकास को दर्शाया गया है. महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति, औद्योगिक विस्तार तथा सामाजिक समरसता को इन चित्रों के माध्यम से खूबसूरती से उकेरा गया है. प्रदेश में हो रहे विकास को रेखांकित करते हुए इन चित्रों में 'नए उत्तर प्रदेश' की परिकल्पना को साकार किया गया है.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- विभिन्न बोलियों के लिए अलग-अलग एकेडमी का हो रहा गठन
सदन में सीएम योगी ने कहा कि अंतिम पायदान में बैठे व्यक्ति को सदन में प्रमुखता मिले. ये कौन सी बात हो गई कि भोजपुरी में न बोले, अवधी में न बोले, बुंदेलखंडी में न बोले, और उर्दू की आप वकालत कर रहे हैं. ये बड़ी विचित्र बात है. हमारी सरकार में विभिन्न बोलियों ब्रज, भोजपुरी, अवधी, बुंदेलखंडी को सम्मान मिल रहा है. अलग-अलग एकेडमी का गठन भी हो रहा है. यह सभी हिंदी की उपभाषा हैं, यानी हिंदी की बेटियां हैं. यह सदन विशुद्ध साहित्यिक और व्याकरण के विद्वानों का नही हैं. इस सदन में अलग-अलग समाज से सदस्य यहां विभिन्न तबके से आए हैं. समाजवादियों का यही दोहरा चरित्र है. अपने बच्चों को इंग्लिश पब्लिक स्कूल में भेजेंगे, दूसरे के बच्चों को गांव के विद्यालय में पढ़ने को कहेंगे. इसीलिए कल अवधी, भोजपुरी और बुंदेली भाषा का विरोध किया. आज दुनिया में भारत के प्रवासी जो मॉरीशस, फिजी में रह रहें हैं, यही अवधी भाषाई लोग हैं. आप हर अच्छे कार्य का विरोध करते हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. हमारी सरकार इन बोलियों को सदन की प्रोसिडिंग में होना चाहिए. अपने बच्चों को अग्रेजी मध्यम में पढ़ाएंगे. दूसरे को कहेंगे कि उर्दू पढ़ाओ. कठमुल्ला, मौलवी बनाना चाहते हैं, यह नहीं चलेगा.
मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बोले- विपक्ष नकारात्मक सोचता है
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सपा विधायकों के हंगामा करने पर निशाना साधा. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष का रवैया गैर-जिम्मेदाराना है. ये नेगेटिव सोचते हैं, इनका काम ही विरोध करना है.
माता प्रसाद पांडे बोले- महाकुंभ में हुई घटनाओं से राज्यपाल भी दुखी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी राय रखी. कहा कि सपा विरोध कर रही थी क्योंकि झूठे आंकड़े दिए गए थे. महाकुंभ भगदड़ में मौतों के सही आंकड़ों को बताने की मांग हो रही थी, राज्यपाल आधा भाषण छोड़कर चली गईं. ऐसा लगता है जैसे महाकुंभ हुई घटनाओं से वह दुखी थीं.
शिवपाल यादव बोले- सरकार ने झूठा अभिभाषण बनाया था, राज्यपाल नहीं पढ़ पाईं
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने विधानसभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर निशाना साधा. कहा कि सरकार ने झूठा भाषण बनाया था. राज्यपाल इसे पढ़ ही नहीं सकीं. सपा के विधायक भी यही मांग कर रहे थे कि झूठे भाषण को न पढ़ा जाए.
सपा विधायक ने खुद को जंजीरों से बांधकर जताया विरोध
समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने खुद को जंजीर से बांध रखा था. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है, इसकी वजह से लोग अवैध तरीके से विदेश जा रहे हैं. सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विदेश से किसी भी प्रवासी भारतीयों को हथकड़ी में न भेजा जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- विपक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित होती है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज से बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. विधानमंडल की इस कार्रवाई में भाग लेने आए सभी सदस्यों का मैं स्वागत करता हूं. राज्यों के अंदर राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होती है. इसके अलावा वर्ष भर के लिए राज्य का बजट जारी किया जाता है. अन्य विधायी कार्यों के साथ ही जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है. कल से अभिभाषण पर चर्चा होगी. 20 को बजट पेश किया जाएगा. सदन 18 फरवरी से पांच मार्च तक चलेगा. सदन चलाना विपक्ष का भी काम है. विपक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित भी होती है.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोले- अखिलेश यादव को महाकुंभ फोबिया हो गया है
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को बीजेपी और महाकुंभ फोबिया हो गया है. कुंभ की जय-जयकार हो रही है, जो भी महाकुंभ आ रहा है, वह सब भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं.
विधायक आराधना मिश्रा मोना बोलीं- सरकार सत्र के दौरान आवश्यक चर्चा नहीं होने देती है
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह लगातार सत्र के दौरान आवश्यक चर्चा नहीं होने देती है. चर्चा से पहले ही सत्र स्थगित किया जाता है. इस बार हमारी मांग है कि बजट के अलग-अलग विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाए. महाकुंभ भगदड़ में मृतकों की संख्या और उनको शोक संवेदना को लेकर मोना ने कहा कि निश्चित तौर पर अगर एक भी व्यक्ति ऐसी घटना में मरता है तो उसके प्रति संवेदना व्यक्त की जानी चाहिए.

मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बोले- सदन में सकारात्मक चर्चा की उम्मीद
प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि सरकार व विपक्ष के बीच में विधानसभा सत्र होने से पहले ही वार्ता हो चुकी है, समन्वय की बात हो गई. उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक चर्चा होगी.
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शिवपाल सिंह यादव ने मांगा इस्तीफा
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने महाकुंभ में भक्तों की मौत को लेकर सरकार से इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक मृतकों का नाम नहीं बताए, कोई सूची भी जारी नहीं की है.
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विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना बोले- समाजवादी पार्टी की मांग जायज नहीं
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मीडिया से बातचीत की. कहा कि समाजवादी पार्टी की शोक संवेदना संबंधित मांग जायज नहीं है. जब महाकुंभ में भगदड़ से लोगों की मौत हुई थी, तब प्रधानमंत्री से लेकर हम सबने शोक संवेदना व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि सदन समन्वय से चलेगा और हम उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक बातचीत होगी.
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'सत्र से पहले भगदड़ में जान गंवाने वालों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करे सरकार'
समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम सिंह यादव ने बजट सत्र से पहले मांग उठाई है कि राज्यपाल के अभिभाषण से पहले सरकार महाकुंभ में जिन लोगों की भगदड़ में मौत हुई है, उनके प्रति शोक संवेदना व्यक्त करें.
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एमएलसी आशुतोष सिन्हा बोले- संविधान के मंदिर में अस्थि कलश का करेंगे विसर्जन
समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशुतोष सिन्हा विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने से पहले महाकुंभ में हुए भगदड़ और सरकार के रुख के विरोध में अस्थि कलश लेकर विधानसभा पहुंचे. आशुतोष सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने महाकुंभ में मची भगदड़ में मौतों के सही आंकड़े नहीं दिए. नैतिकता खत्म होती जा रही है. विरोध में हम अस्थि कलश लेकर आए हैं. आज संविधान के इस मंदिर में अस्थि कलश का विसर्जन करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने महाकुंभ को लेकर के बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन वहां हो रहीं घटनाएं दावों की पोल खोल रही है. सरकार महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों को सही आंकड़ा बताने से भी हिचक रही है.
सपा विधायकों ने दिया धरना, किसानों समेत बेरोजगारी का भी उठाया मुद्दा
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. सपा विधायकों ने सरकार पर महाकुंभ में हुई अव्यवस्थाओं, कानून-व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए और सरकार से इन मुद्दों पर जवाब देने की मांग की.
कमाल अख्तर बोले- सरकार महाकुंभ के मृतकों के आंकड़े छुपा रही है : विधायक दल के मुख्य सचेतक कमाल अख्तर ने कहा कि हमारा प्रदर्शन इस बात को लेकर है कि प्रदेश की जनता जिन समस्याओं से जूझ रही है, सरकार उन पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. महाकुंभ में हुई अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार सही आंकड़े जारी नहीं कर रही है. महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और सरकार इन मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार बड़े बजट का दावा कर रही है, लेकिन पिछला बजट तक खर्च नहीं किया गया, जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है.
नफीस अहमद बोले- गन्ना किसानों की हालत बदहाल : आजमगढ़ से सपा विधायक नफीस अहमद ने कहा कि सरकार ने गन्ना किसानों के समर्थन मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की, जबकि उनकी लागत लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि आजमगढ़ की सठियांव चीनी मिल भ्रष्टाचार का शिकार है और किसानों को गन्ने की पर्ची तक नहीं मिल रही. उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में गन्ने की चीनी का उत्पादन घट जाता है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. हम सरकार से मांग करते हैं कि वह गन्ना किसानों को राहत दे और उनके हितों की रक्षा करे.
रविदास मल्होत्रा बोले-महंगाई और बेरोजगारी चरम पर : सपा विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है, लेकिन सरकार इसे सुधारने पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ आयोजन के दौरान हुई मौतों के सही आंकड़े सरकार जारी नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि हम विधानसभा सत्र के दौरान इन तमाम मुद्दों को जोर-शोर से उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.
स्वामी ओमवेश ने लगाया महाकुंभ में भेदभाव का आरोप : सपा विधायक स्वामी ओमवेश ने आरोप लगाया कि कुंभ में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचे थे, लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण कई लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी व्यवस्थाओं की खामियों के लिए माफी मांगनी चाहिए. कुंभ में मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें नहीं लगाने दी गईं, जिससे समाज में विभाजन और नफरत बढ़ाने की कोशिश की गई. हमारा प्रदर्शन इसलिए है कि प्रदेश में भाईचारा और सद्भाव बना रहे.
समाजवादी पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा सत्र के दौरान वह सरकार को हर मोर्चे पर घेरेगी. विपक्ष का आरोप है कि सरकार केवल बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
सपा की मांग, महाकुंभ भगदड़ में मौतों का सही आंकड़ा जारी करे सरकार
विधानसभा में सुबह 10:00 बजे से समाजवादी पार्टी के विधायक महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे. समाजवादी पार्टी की मांग है कि सरकार मृत्यु के संबंधित पूरा आंकड़ा जारी करें. वहीं सुबह 10:30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों से बातचीत करेंगे.
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