जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को जोधपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर थे. गांव चलो अभियान के तहत शेखावत ने रात्रि विश्राम गांव में ही किया. शेखावत रात को लोहावट विधानसभा क्षेत्र में थे तो उस समय जोधपुर शहर में उनकी खिलाफ के पोस्टर लग रहे थे.
वसुंधरा की तर्ज पर शेखावत का विरोध: गजेंद्र सिंह शेखावत का विरोध भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तर्ज पर हो रहा है. जैसे कभी राजे को लेकर स्लोगन सामने आए थे कि मोदी तुझ से बैर नही वसुंधरा तेरी खैर नहीं. ऐसा स्लोगन शेखावत के विरोधियों ने निकाला है, जो पोस्टर लगाए गए हैं उन पर लिखा गया है मोदी से प्यार, शेखावत को इंकार. यह पोस्टर शहर के बनाड रोड स्थित वीर तेजाजी ओवर ब्रिज पर लगाए गए हैं. इसको लेकर शेखावत से प्रतिक्रिया जानने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन उनकी तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया है.
यह हो सकती है वजह: जानकारों का कहना है कि शेखावत दस साल से जोधपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री भी हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं व नेताओं से उनका संतुलन लगातार बिगड़ रहा है. ज्यादातर कार्यकर्ता इस बात से भी नाराज हैं कि शेखावत भाषण अच्छा देते हैं, लेकिन उनके काम नहीं होते हैं. काम कुछ चुनिंदा लोगों के ही हो रहे हैं, जिसके चलते असंतुष्टों की कतार भी लंबी होती जा रही है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अंदर खाने से खबरें थी कि शेखावत कई जगह पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते थे, हालांकि उसमें वे सफल नहीं हुए जिसको लेकर भी काफी समर्थक नाराज चल रहे हैं.
कांग्रेस भी हो रही हमलावर: कांग्रेस के नेता भी अब बोलने लगे हैं कि शेखावत को दस साल हो गए केंद्र में उनकी सरकार हैं. जोधपुर को लेकर उन्होंने कोई बड़ा काम नहीं किया. कोई नया जोधपुर में संस्थान नहीं ला पाए. कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि दो साल पहले केंद्र द्वारा घोषित एलिविटेड रोड का शिलान्यास तक अभी नहीं हुआ.