ETV Bharat / state

दीक्षांत समारोह में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, बोले-सौभाग्यशाली हूं कि देश में रहकर काम करने का अवसर मिला - स्टूडेंट के बीच गजेंद्र सिंह शेखावत

जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के 13 वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत शामिल हुए. इस दौरान शेखावत ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि इस समय में भारत में रहने और काम करने का अवसर मिला.

Union Minister Gajendra Singh Shekhawat
Union Minister Gajendra Singh Shekhawat
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 10, 2024, 8:53 PM IST

जयपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने स्टार्टअप को लेकर बिना नाम लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जमकर निशाने पर लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सरकार बनी थी, तब देश में ऊंगलियों पर गिने जा सकने वाले स्टार्टअप थे, लेकिन आज भारत में इस तरह के अनुकूल स्थिति है कि दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ स्टार्टअप इको सिस्टम भारत में है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि हम सौभाग्यशाली हैं कि इस समय में भारत में रहने और काम करने का अवसर मिला.

सौभाग्यशाली हूं कि देश में रहकर काम करने का अवसर मिला: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा किआज दीक्षांत समारोह है, बहुत मनन और अध्ययन के बाद हमारे ऋषियों और मनीषियों ने इस दिन को शिक्षा के अंत नहीं, दीक्षा के अंत के रूप में स्वीकार किया. वे जानते थे कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का कभी अंत या समापन नहीं हो सकता. जीवनपर्यंत विद्यार्थी भाव बना रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जब से सीखना बंद कर देता है, उसके इवोल्यूशन की प्रक्रिया समाप्त हो जाती है. आज भारत के पदचिह्न चांद से लेकर दुनिया में सब जगह दिखाई दे रहे हैं. भारत खेल, कला, संस्कृति, ज्ञान, विज्ञान और जीवन के हर क्षेत्र में विश्व भर में पहचान बना रहा है. भारत का डंका पूरे विश्व में बजने लगा है. हम सौभाग्यशाली हैं कि इस समय भारत में रहने और काम करने का अवसर मिला है.

पढ़ें: एनएलयू के 16वें दीक्षांत समारोह में बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, आप ही भविष्य के नेता हो

मूल अधिकार क्या होंगे ?: शेखावत ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि यह सौभाग्यपूर्ण अवसर हमें मिला है, जब हम देश के ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बन सकते हैं. ट्रांसफॉर्मेशन के वाहक बन सकते हैं, आपकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण इसलिए हो जाती है, क्योंकि आपकी पीढ़ी को भारत को विकसित करने के लिए अपना योगदान देने का सौभाग्यपूर्ण अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि देश के संविधान में अधिकारों की चर्चा की गई है, संविधान निर्माताओं ने प्राथमिकता के साथ मूल अधिकार क्या होंगे? इसका विस्तार से वर्णन किया. हमारे अधिकारों को संविधान ने सुरक्षित करने का सौभाग्य दिया, हालांकि, भारत की संस्कृति में कर्तव्य का विचार दिया गया है. वो चाहे नागरिक, विद्यार्थी, परिवार के सदस्य, पुत्र, पुत्री या फिर पिता होने के नाते हो और इन सबसे आगे बढ़कर एक विकसित होते हुए देश के नागरिक होने के नाते, हम सब अपने कर्तव्यों का पालन जरूर करें.

पूरी दुनिया में भारत का डंका: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश बदल रहा है और देश बदलने वाली पीढ़ी आज ऐसे माहौल और परिवेश में, जब सभी तरह की अनुकूलताएं हैं, क्योंकि आज से 10-20 साल पहले शायद कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि देश में स्टार्टअप शुरू करना आसान होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सरकार बनी थी, तब देश में न के बराबर स्टार्टअप थे, लेकिन आज भारत में इस तरह के अनुकूल स्थिति है कि दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में है, 110 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं.

जयपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने स्टार्टअप को लेकर बिना नाम लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जमकर निशाने पर लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सरकार बनी थी, तब देश में ऊंगलियों पर गिने जा सकने वाले स्टार्टअप थे, लेकिन आज भारत में इस तरह के अनुकूल स्थिति है कि दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ स्टार्टअप इको सिस्टम भारत में है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि हम सौभाग्यशाली हैं कि इस समय में भारत में रहने और काम करने का अवसर मिला.

सौभाग्यशाली हूं कि देश में रहकर काम करने का अवसर मिला: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा किआज दीक्षांत समारोह है, बहुत मनन और अध्ययन के बाद हमारे ऋषियों और मनीषियों ने इस दिन को शिक्षा के अंत नहीं, दीक्षा के अंत के रूप में स्वीकार किया. वे जानते थे कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का कभी अंत या समापन नहीं हो सकता. जीवनपर्यंत विद्यार्थी भाव बना रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जब से सीखना बंद कर देता है, उसके इवोल्यूशन की प्रक्रिया समाप्त हो जाती है. आज भारत के पदचिह्न चांद से लेकर दुनिया में सब जगह दिखाई दे रहे हैं. भारत खेल, कला, संस्कृति, ज्ञान, विज्ञान और जीवन के हर क्षेत्र में विश्व भर में पहचान बना रहा है. भारत का डंका पूरे विश्व में बजने लगा है. हम सौभाग्यशाली हैं कि इस समय भारत में रहने और काम करने का अवसर मिला है.

पढ़ें: एनएलयू के 16वें दीक्षांत समारोह में बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, आप ही भविष्य के नेता हो

मूल अधिकार क्या होंगे ?: शेखावत ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि यह सौभाग्यपूर्ण अवसर हमें मिला है, जब हम देश के ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बन सकते हैं. ट्रांसफॉर्मेशन के वाहक बन सकते हैं, आपकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण इसलिए हो जाती है, क्योंकि आपकी पीढ़ी को भारत को विकसित करने के लिए अपना योगदान देने का सौभाग्यपूर्ण अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि देश के संविधान में अधिकारों की चर्चा की गई है, संविधान निर्माताओं ने प्राथमिकता के साथ मूल अधिकार क्या होंगे? इसका विस्तार से वर्णन किया. हमारे अधिकारों को संविधान ने सुरक्षित करने का सौभाग्य दिया, हालांकि, भारत की संस्कृति में कर्तव्य का विचार दिया गया है. वो चाहे नागरिक, विद्यार्थी, परिवार के सदस्य, पुत्र, पुत्री या फिर पिता होने के नाते हो और इन सबसे आगे बढ़कर एक विकसित होते हुए देश के नागरिक होने के नाते, हम सब अपने कर्तव्यों का पालन जरूर करें.

पूरी दुनिया में भारत का डंका: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश बदल रहा है और देश बदलने वाली पीढ़ी आज ऐसे माहौल और परिवेश में, जब सभी तरह की अनुकूलताएं हैं, क्योंकि आज से 10-20 साल पहले शायद कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि देश में स्टार्टअप शुरू करना आसान होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सरकार बनी थी, तब देश में न के बराबर स्टार्टअप थे, लेकिन आज भारत में इस तरह के अनुकूल स्थिति है कि दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में है, 110 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.