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अगर पहली कक्षा में करा रहे अपने बच्चे का दाखिला तो इस बात का रखें ख्याल, वरना होगा बड़ा नुकसान - New Education Policy

New Education Policy नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक में प्रवेश के लिए बच्चे की उम्र छह साल होना जरूरी हो गया है. ऐसे में कई अभिभावकों को अपने बच्चे के एडमिशन को लेकर दिक्कत हो रही है.

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फोटो-ईटीवी भारत
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 6, 2024, 10:11 PM IST

हल्द्वानी: अगर आपके बच्चे की उम्र 6 साल से कम है तो आपके बच्चे का एडमिशन कक्षा 1 में नहीं होगा. केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नए शिक्षा नीति के तहत कक्षा 1 में प्रवेश करने वाले बच्चों को की उम्र 6 वर्ष होना अनिवार्य है. जबकि पुराने शिक्षा नीति के तहत बच्चों की एडमिशन की उम्र 5 वर्ष थी. लेकिन अब केंद्र सरकार के शासनादेश के बाद अभिभावकों को परेशानी उठानी पड़ रही है.

नई शिक्षा नीति के तहत आपके बच्चे ने अगर यूकेजी की पढ़ाई पूरी कर ली है. उसके बाद अगर बच्चे को कक्षा 1 में प्रवेश दिलाने जा रहे हैं तो उसकी उम्र 5 वर्ष 12 महीने से अगर एक दिन भी कम है तो उसका एडमिशन कक्षा 1 में नहीं होगा. नई शिक्षा नीति के तहत अब अभिभावक काफी परेशान हो रहे हैं. क्योंकि बहुत से बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने यूकेजी की शिक्षा प्राप्त कर ली है और उन बच्चों की उम्र 6 वर्ष से कम है. जहां नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी और निजी स्कूल बच्चों को एडमिशन करने से मना कर रहे हैं. ऐसे में बहुत से अभिभावक अपने बच्चों को 1 साल घर में बैठाने को मजबूर होंगे.

हल्द्वानी खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट ने बताया कि 6 वर्ष पूरी करने वाले बच्चों को ही कक्षा एक में दाखिला दिए जाने के संबंध में शासनादेश जारी हुआ था. इस कारण कई बच्चे कक्षा एक में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं. इस संबंध में शासन से नियमों में छूट दिए जाने के लिए पत्र भेजा गया है. शासन से आदेश आने के बाद ही 6 साल से कम उम्र के बच्चों का एडमिशन होगा. प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार ने बताया कि नैनीताल जनपद में हर वर्ष करीब सरकारी और निजी स्कूलों में 20 हजार बच्चों का कक्षा 1 में प्रवेश होता है. लेकिन शिक्षा नीति के तहत अधिकतर स्कूलों में बच्चों के एडमिशन नहीं हो पा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में नैनीताल के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता है सिर्फ एक छात्र, दो टीचर हैं तैनात, एक महीने बाद शून्य हो जाएगी छात्र संख्या

हल्द्वानी: अगर आपके बच्चे की उम्र 6 साल से कम है तो आपके बच्चे का एडमिशन कक्षा 1 में नहीं होगा. केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नए शिक्षा नीति के तहत कक्षा 1 में प्रवेश करने वाले बच्चों को की उम्र 6 वर्ष होना अनिवार्य है. जबकि पुराने शिक्षा नीति के तहत बच्चों की एडमिशन की उम्र 5 वर्ष थी. लेकिन अब केंद्र सरकार के शासनादेश के बाद अभिभावकों को परेशानी उठानी पड़ रही है.

नई शिक्षा नीति के तहत आपके बच्चे ने अगर यूकेजी की पढ़ाई पूरी कर ली है. उसके बाद अगर बच्चे को कक्षा 1 में प्रवेश दिलाने जा रहे हैं तो उसकी उम्र 5 वर्ष 12 महीने से अगर एक दिन भी कम है तो उसका एडमिशन कक्षा 1 में नहीं होगा. नई शिक्षा नीति के तहत अब अभिभावक काफी परेशान हो रहे हैं. क्योंकि बहुत से बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने यूकेजी की शिक्षा प्राप्त कर ली है और उन बच्चों की उम्र 6 वर्ष से कम है. जहां नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी और निजी स्कूल बच्चों को एडमिशन करने से मना कर रहे हैं. ऐसे में बहुत से अभिभावक अपने बच्चों को 1 साल घर में बैठाने को मजबूर होंगे.

हल्द्वानी खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट ने बताया कि 6 वर्ष पूरी करने वाले बच्चों को ही कक्षा एक में दाखिला दिए जाने के संबंध में शासनादेश जारी हुआ था. इस कारण कई बच्चे कक्षा एक में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं. इस संबंध में शासन से नियमों में छूट दिए जाने के लिए पत्र भेजा गया है. शासन से आदेश आने के बाद ही 6 साल से कम उम्र के बच्चों का एडमिशन होगा. प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार ने बताया कि नैनीताल जनपद में हर वर्ष करीब सरकारी और निजी स्कूलों में 20 हजार बच्चों का कक्षा 1 में प्रवेश होता है. लेकिन शिक्षा नीति के तहत अधिकतर स्कूलों में बच्चों के एडमिशन नहीं हो पा रहे हैं.

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