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उमरिया के बांधवगढ़ नेशनल पार्क में पर्यटकों की हरकतों से परेशान पार्क प्रबंधन, वन्यजीवों के समीप जाने की तस्वीरें वायरल - Umaria Bandhavgarh National Park

उमरिया जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में सैलानियों की हरकतों से पार्क प्रबंधन परेशान है. दरअसल, भद्रशिला वॉच टॉवर के पास एक समूह द्वारा फोटोग्राफी करती हुई तस्वीर वायरल हो रही है. जिसके बाद पार्क प्रबंधन ने कर्मचारियों को मुस्तैद रहकर गश्ती के निर्देश दिए हैं.

umaria bandhavgarh national park
सैलानियों की वजह से परेशान है बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 28, 2024, 1:58 PM IST

उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में सैलानियों की हरकतों से वन्य जीवों के साथ-साथ सैलानियों की भी सुरक्षा खतरे में पड़ती दिख रही है. कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति द्वारा मुख्य मार्ग पर अपनी कार रोककर चीतल को हाथ लगाने के बाद, अब भद्रशिला वॉच टॉवर के पास एक समूह द्वारा फोटोग्राफी करती हुई तस्वीर वायरल हो रही है. इसे गंभीरता से लेते हुए पार्क प्रबंधन ने विभागीय कर्मचारियों को मुस्तैद रहकर नियमित गश्ती करने के निर्देश दिए हैं.

उप संचालक ने कही कार्रवाई की बात

इस मामले पर उप संचालक पीके वर्मा ने कहा कि ''ऐसा करते पाये जाने पर संबंधित लोगों के विरूद्ध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है.'' दरअसल, उमरिया से ताला मुख्य मार्ग पर धमोखर बैरियर के बाद से बांधवगढ़ का क्षेत्र आरंभ हो जाता है. जहां आमतौर पर वन्यजीव विचरण करते देखे जाते हैं. इसी इलाके में कई बार लोगों को बाघ के भी दर्शन हो जाते हैं. जानवरों के मूवमेंट को देखते हुए उद्यान अथॉरिटी द्वारा इस इलाके में वाहनों की गति की सीमा निश्चित करने के साथ नागरिकों के नीचे उतरने को भी प्रतिबंधित किया गया है, परंतु वन्यजीवों को करीब से देखने व जंगलों के बीच फोटोग्राफी की चाहत में सैलानी व राहगीर नियमों का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं. ऐसे में कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है.

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गंदगी फैलाते हैं पर्यटक और मुसाफिर

बताया जाता है कि पार्क क्षेत्र से गुजरने वाले पर्यटक और मुसाफिर कोर क्षेत्र में रुककर न केवल नाश्ता और धुम्रपान करते हैं. बल्कि बचा हुआ भोजन, पॉलीथीन, बॉटल आदि भी वहीं फेंककर चले जाते हैं. इससे पर्यावरण भी खराब होता है. कई बार हिरण, चीतल, सांभर जैसे वन्यजीव जंगल में फैली नमकीन, बिस्किट पॉलीथीन और रेपर सहित खाकर बीमार हो जाते हैं. यही वजह है कि विभाग ने जंगल में इस तरह की गतिविधियों पर पूर्व से प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन पर्यटकों और मुसाफिरों को इस प्रतिबंध की जरा भी परवाह नहीं है

उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में सैलानियों की हरकतों से वन्य जीवों के साथ-साथ सैलानियों की भी सुरक्षा खतरे में पड़ती दिख रही है. कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति द्वारा मुख्य मार्ग पर अपनी कार रोककर चीतल को हाथ लगाने के बाद, अब भद्रशिला वॉच टॉवर के पास एक समूह द्वारा फोटोग्राफी करती हुई तस्वीर वायरल हो रही है. इसे गंभीरता से लेते हुए पार्क प्रबंधन ने विभागीय कर्मचारियों को मुस्तैद रहकर नियमित गश्ती करने के निर्देश दिए हैं.

उप संचालक ने कही कार्रवाई की बात

इस मामले पर उप संचालक पीके वर्मा ने कहा कि ''ऐसा करते पाये जाने पर संबंधित लोगों के विरूद्ध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है.'' दरअसल, उमरिया से ताला मुख्य मार्ग पर धमोखर बैरियर के बाद से बांधवगढ़ का क्षेत्र आरंभ हो जाता है. जहां आमतौर पर वन्यजीव विचरण करते देखे जाते हैं. इसी इलाके में कई बार लोगों को बाघ के भी दर्शन हो जाते हैं. जानवरों के मूवमेंट को देखते हुए उद्यान अथॉरिटी द्वारा इस इलाके में वाहनों की गति की सीमा निश्चित करने के साथ नागरिकों के नीचे उतरने को भी प्रतिबंधित किया गया है, परंतु वन्यजीवों को करीब से देखने व जंगलों के बीच फोटोग्राफी की चाहत में सैलानी व राहगीर नियमों का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं. ऐसे में कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है.

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गंदगी फैलाते हैं पर्यटक और मुसाफिर

बताया जाता है कि पार्क क्षेत्र से गुजरने वाले पर्यटक और मुसाफिर कोर क्षेत्र में रुककर न केवल नाश्ता और धुम्रपान करते हैं. बल्कि बचा हुआ भोजन, पॉलीथीन, बॉटल आदि भी वहीं फेंककर चले जाते हैं. इससे पर्यावरण भी खराब होता है. कई बार हिरण, चीतल, सांभर जैसे वन्यजीव जंगल में फैली नमकीन, बिस्किट पॉलीथीन और रेपर सहित खाकर बीमार हो जाते हैं. यही वजह है कि विभाग ने जंगल में इस तरह की गतिविधियों पर पूर्व से प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन पर्यटकों और मुसाफिरों को इस प्रतिबंध की जरा भी परवाह नहीं है

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