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पेपरलीक की मुख्य आरोपी उमा आजाद ने विजिलेंस कार्यालय में किया आत्महत्या का प्रयास, पूछताछ के लिए किया था तलब - Uma Azad attempted suicide

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 24, 2024, 7:20 PM IST

Updated : Aug 24, 2024, 7:36 PM IST

हमीरपुर चयन आयोग में पेपरलीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद ने कथित तौर पर विजिलेंस कार्यालय में डिप्रेशन की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. इसके बाद आरोपी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर लाया गया है. पुलिस का कहना है कि पुलिस जांच को प्रभावित करने के लिए आरोपी ने ये कदम उठाया है.

पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद
पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद (ETV BHARAT)

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक प्रकरण की मुख्य आरोपी उमा आजाद ने कथित तौर पर विजिलेंस कार्यालय हमीरपुर में डिप्रेशन की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है. आरोपी को पेपर लीक मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. आरोपी से महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में पूछताछ की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही उसने गोलियां निगल ली.

दरअसल पेपर मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में उमा आजाद की संलिप्तता पाई गई है. ऐसे में जब आरोपी को पूछताछ के लिए शनिवार को विजिलेंस कार्यालय में बुलाया गया तो उसने डिप्रेशन की एक साथ कई गोलियां खा ली. इस दौरान उसका बेटा भी उसके साथ मौजूद था. तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में उपचार के लिए लाया गया है.

जांच को प्रभावित करने की कोशिश

वहीं, एसपी विजीलेंस कुलभूषण वर्मा ने कहा कि, 'सदर थाना में इस बावत शिकायत दी गई है. जांच को प्रभावित करने के लिए महिला आरोपी ने यह प्रयास किया है. महिला कांस्टेबल की मौजदूगी में महिला आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. महिला के खिलाफ भारतीय न्यायिक संहिता के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की शिकायत सदर थाना पुलिस हमीरपुर को दी गई है.'

आरोपी ने बताई आत्महत्या के प्रयास की वजह

आपको बता दें कि पेपरलीक मामला सामने आने के बाद से भंग किए गए हिमाचल प्रदेश चयन आयोग हमीरपुर की महिला कर्मचारी उमा आजाद डिप्रेशन की दवा ले रही है. इस मामले में दर्ज अब तक ही सभी एफआईआर में वह नामजद है. जांच के दौरान जमानत मिलने पर वह रिहा है, लेकिन अलग-अलग पोस्ट कोड में दर्ज एफआईआर में कानूनी प्रावधानों के तहत उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाता है. जब शनिवार को पोस्ट कोड 822 जूनियर स्टोरकीपर भर्ती परीक्षा में दर्ज एफआईआर में उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो उसने विजिलेंस कार्यालय परिसर में अत्याधिक दवाईयों का सेवन कर लिया. 'महिला आरोपी का कहना है कि वह जांच से तंग आ चुकी है, इसलिए जीना नहीं चाहती है. इसी कारण से उसने आत्महत्या का प्रयास किया था.'

गौरतलब है कि 23 दिसंबर 2022 को परीक्षा से 2 दिन पूर्व ही जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक हो गया था. इस मामले में कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को मुख्य आरोपी बनाया गया था. मामले में उमा आजाद के बेटे निखिल आजाद, निखिल के दोस्त नीरज दलाल, संजय और पेपर खरीदने वाले एक युवक और युवती को आरोपी बनाया गया है. जांच के दौरान पता चला की उमा आजाद अन्य पेपर लीक मामलों में भी संलिप्त है. इसके बाद हुई जांच में चयन आयोग हमीरपुर के HPSSC के सचिव की भी गिरफ्तार हुई थी. सुक्खू सरकार ने 21 फरवरी 2023 कर्मचारी चयन आयोग भंग कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें: ब्रेक फेल होने पर HRTC बस ने कार को मारी टक्कर, तीन गाड़ियों में हुई भिड़ंत, बड़ा हादसा टला

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक प्रकरण की मुख्य आरोपी उमा आजाद ने कथित तौर पर विजिलेंस कार्यालय हमीरपुर में डिप्रेशन की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है. आरोपी को पेपर लीक मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. आरोपी से महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में पूछताछ की जानी थी, लेकिन इससे पहले ही उसने गोलियां निगल ली.

दरअसल पेपर मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में उमा आजाद की संलिप्तता पाई गई है. ऐसे में जब आरोपी को पूछताछ के लिए शनिवार को विजिलेंस कार्यालय में बुलाया गया तो उसने डिप्रेशन की एक साथ कई गोलियां खा ली. इस दौरान उसका बेटा भी उसके साथ मौजूद था. तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में उपचार के लिए लाया गया है.

जांच को प्रभावित करने की कोशिश

वहीं, एसपी विजीलेंस कुलभूषण वर्मा ने कहा कि, 'सदर थाना में इस बावत शिकायत दी गई है. जांच को प्रभावित करने के लिए महिला आरोपी ने यह प्रयास किया है. महिला कांस्टेबल की मौजदूगी में महिला आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. महिला के खिलाफ भारतीय न्यायिक संहिता के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की शिकायत सदर थाना पुलिस हमीरपुर को दी गई है.'

आरोपी ने बताई आत्महत्या के प्रयास की वजह

आपको बता दें कि पेपरलीक मामला सामने आने के बाद से भंग किए गए हिमाचल प्रदेश चयन आयोग हमीरपुर की महिला कर्मचारी उमा आजाद डिप्रेशन की दवा ले रही है. इस मामले में दर्ज अब तक ही सभी एफआईआर में वह नामजद है. जांच के दौरान जमानत मिलने पर वह रिहा है, लेकिन अलग-अलग पोस्ट कोड में दर्ज एफआईआर में कानूनी प्रावधानों के तहत उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाता है. जब शनिवार को पोस्ट कोड 822 जूनियर स्टोरकीपर भर्ती परीक्षा में दर्ज एफआईआर में उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो उसने विजिलेंस कार्यालय परिसर में अत्याधिक दवाईयों का सेवन कर लिया. 'महिला आरोपी का कहना है कि वह जांच से तंग आ चुकी है, इसलिए जीना नहीं चाहती है. इसी कारण से उसने आत्महत्या का प्रयास किया था.'

गौरतलब है कि 23 दिसंबर 2022 को परीक्षा से 2 दिन पूर्व ही जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक हो गया था. इस मामले में कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को मुख्य आरोपी बनाया गया था. मामले में उमा आजाद के बेटे निखिल आजाद, निखिल के दोस्त नीरज दलाल, संजय और पेपर खरीदने वाले एक युवक और युवती को आरोपी बनाया गया है. जांच के दौरान पता चला की उमा आजाद अन्य पेपर लीक मामलों में भी संलिप्त है. इसके बाद हुई जांच में चयन आयोग हमीरपुर के HPSSC के सचिव की भी गिरफ्तार हुई थी. सुक्खू सरकार ने 21 फरवरी 2023 कर्मचारी चयन आयोग भंग कर दिया गया था.

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Last Updated : Aug 24, 2024, 7:36 PM IST
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