उज्जैन: इंदौर और देवास में लगातार भारी बारिश के चलते जसवंत सागर डैम में ज्यादा पानी भर जाने से डैम का गेट खोल दिया गया. गेट खोले जाने की वजह से उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया. इस वजह से नदी के किनारे के सभी छोटे-बड़े मंदिर डूब गए. इसमें रामघाट के कई प्राचीन मंदिर भी शामिल हैं. रपटा डूबने की वजह से प्रशासन ने उससे आवागमन पूरी तरह से बंद करा दिया. लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवानों की तैनाती कर दी गई है.
जसवंत सागर डैम का गेट खोले जाने से शिप्रा का पानी बढ़ा
इंदौर में लगातार भारी बारिश के चलते जसवंत सागर डैम भर हो गया था. पानी को कंट्रोल करने के लिए डैम के गेट खोल दिए गए. जिससे शिप्रा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. इससे नदी के आस-पास के सभी मंदिर जलमग्न हो गए. रामघाट पर स्थित कई छोटे-बड़े प्राचीन मंदिर पूरी तरह से डूब गए. कई बड़े मंदिरों की सिर्फ शिखाएं ही दिख रही हैं. गंभीर डैम में भी पानी बढ़ने लगा है. नदी के ऊपर बना रपटा भी डूब गया है. प्रशासन ने इस पर आवागमन पूरी तरह बंद करा दिया है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए होमगार्ड के जवान तैनात कर दिए गए हैं.
रामघाट के कई मंदिर डूबे
रामघाट पर तर्पण सहित सारे धार्मिक अनुष्ठान करने से श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है. वहीं, यशवंत सागर डैम खोले जाने से उज्जैन के गंभीर डैम में लगातार पानी बढ़ रहा है. पानी की आवक इसी तरह रही तो जल्द ही यह डैम भी फुल हो जाएगा. शनिवार सुबह 8 बजे तक गंभीर डैम का जलस्तर 785 एमसीएफटी तक पहुंच गया है. अभी भी इसमें लगातार पानी आ रहा है. स्थिति पर जिला प्रशासन की नजर बनी हुई है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और नदी के आसपास जाने से बचें.