उज्जैन। शनिवार को बिहार पुलिस ने BPSC पेपर लीक मामले में मध्यप्रदेश के उज्जैन से एक महिला समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी नीलगंगा थाना क्षेत्र में रहते थे. बिहार पुलिस ने उज्जैन की नीलगंगा थाना पुलिस से मुलाकात की और इसके बाद पेपर लीक मामले में फरार चल रहे पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी बिहार के रहने वाले हैं और पेपर लीक होने के बाद से ही फरार चल रहे थे. बिहार पुलिस ने साइबर सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस कर आरोपियों को पकड़ा है.
नालंदा जिले के निवासी हैं सभी आरोपी
उज्जैन के एडिशनल एसपी जयंत राठौर ने बताया कि ''BPSC पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध थाना पटना बिहार में 16.03.2024 को अपराध क्रमांक 06/2024 में इन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ था''. पहले आरोपी का नाम प्रदीप कुमार पिता सुर्यमनी प्रसाद, उम्र 28 साल निवासी ग्राम शाहपुर बलवा थाना नगर नौसा है. दूसरे आरोपी की पहचान बल्ली उर्फ संदीप कुमार पिता रणवीर पासवान उम्र 28 साल निवासी गोसाई मठ थाना नगर नौसा के रूप में हुई है. साथ ही तीसरे आरोपी की पहचान शिव कुमार उर्फ डॉ. शिव उर्फ बिट्टू पिता संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया उम्र 26 साल निवासी शाहपुर बलवा थाना नगर नौसा के रूप में हुई है. चौथे आरोपी का नाम तेज प्रकाश पिता कृष्णदेव प्रसाद उम्र 28 साल बताया गया है जो कि पुलिस थाना करायपरशुराय का निवासी है. साथ ही इनके साथ पकड़ी गई एक युवती का नाम सौम्या है. ये सभी आरोपी नालंदा जिले के निवासी हैं.
सभी आरोपियों को बिहार ले गई है पुलिस
उज्जैन थाना नीलगंगा पुलिस के सहयोग से बिहार पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ कर उज्जैन न्यायालय की कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट वारंट पर बिहार ले गई. सभी आरोपियों के खिलाफ पेपर लीक के साथ-साथ मेडिकल में फर्जी रूप से पीजी कराने का भी आरोप है. अब बिहार पुलिस इन सभी पांच आरोपियों से बिहार में पूछताछ करेगी और इसके पीछे कितने लोग की चैन जुड़ी हुई है ये भी पता करेगी.
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15 मार्च को आयोजित की गई थी शिक्षक भर्ती परीक्षा
आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा 15 मार्च को आयोजित की गई थी. आर्थिक अपराध इकाई पटना ने परीक्षा के पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया था. जिसके बाद भर्ती परीक्षा रद्द कर दी गई थी और आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई थी.