उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर रेलवे स्टेशन के नवनिर्माण का काम लगातार जारी है. यह स्टेशन एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेगा. रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. इसके लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास पर करीब 354 करोड़ रुपए की लागत आएगी. पूरा काम अगले साल अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है.
स्टेशन की पुनर्विकास योजना के तहत बिल्डिंग निर्माण में मेवाड़ क्षेत्र की विरासत और आधुनिक वास्तुकला का मिश्रण किया गया है. बिल्डिंग का मुख्य भाग उदयपुर क्षेत्र की स्थानीय विरासत के अनुरूप होगा तथा राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करेगा. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक अमिताभ के दिशा निर्देशन में स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य मिशन मोड पर किया जा रहा है. इसी क्रम में उदयपुर सिटी स्टेशन का काम भी हो रहा है.
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स्टेशन की नई बिल्डिंग तैयार, फिनिशिंग जारी: कैप्टन शशि किरण के अनुसार उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत वर्तमान में द्वितीय प्रवेश द्वार की ओर स्थित स्टेशन भवन को पूरी तरह से तोड़ कर नई बिल्डिंग के आरसीसी फ्रेम व बेसमेंट का संरचनात्मक कार्य पूर्ण कर लिया गया है और फिनिशिंग का कार्य जारी है. स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार की बिल्डिंग का संरचनात्मक कार्य, नया आरपीएफ थाना सहित अन्य निर्माण कार्य किए जा रहे हैं.
द्वितीय द्वार पर यह सुविधा: द्वितीय प्रवेश द्वार की ओर स्थित मौजूदा पार्किंग को वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है.इसके साथ ही सर्कुलेटिंग एरिया में स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा को वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है. उदयपुर सिटी स्टेशन पर पुनर्विकास कार्यों के अन्तर्गत अनेक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें प्रस्थान ब्लॉक में (क्लॉक रूम, पूछताछ, शौचालय, बैगेज स्कैनर, एक्सेस कंट्रोल गेट, कियोस्क), और आगमन ब्लॉक में (टिकट काउंटर, शौचालय, पर्यटक सूचना केंद्र, एक्सेस कंट्रोल गेट, रेलवे कार्यालय, सीसीटीवी रूम, सर्वर रूम, बेबी केयर रूम, कुली कक्ष, टिकट काउंटर, पूछताछ, बैगेज स्कैनर, प्रीमियम रिटायरिंग रूम) इत्यादि शामिल हैं.
यह रहेगा यात्री भार: उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन को लगभग 40 हजार यात्री प्रतिदिन की क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है. विशाल रूफ प्लाजा/कॉनकोर्स जो दोनों तरफ की इमारतों और सभी प्लेटफार्मों को जोड़ेंगे, इसका आकार 56 मीटर गुने 72 मीटर होगा और जिसमें एक ही स्थान पर रिटेल शॉप, कैफेटेरिया, शॉपिंग सेन्टर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. अधिक यात्री भार को ध्यान में रखते हुए 1000 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी. साथ ही एग्जीक्यूटिव लाउंज, पर्यटक सूचना केंद्र, और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं भी विकसित की जा रही है.
रेलवे स्टेशन की अन्य विशेषताएं: इस कार्य के अंतर्गत स्टेशन पर लगभग 86 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र का विकास किया जाएगा, जिसमें पूर्व और पश्चिम स्टेशन भवन, कार्यालय, कॉनकोर्स, बेसमेंट, पार्किंग क्षेत्र, प्लेटफॉर्म और ट्रैक पर छत भी शामिल है. लगभग 9 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में नए प्लेटफॉर्म शेल्टर, यात्रियों के लिए 20 लिफ्ट और 26 एस्केलेटर लगाए जाएंगे. स्टेशन के दोनों तरफ पार्किंग की सुविधा प्रदान की जाएगी. इसमें बेसमेंट में 11,433 वर्गमीटर पार्किंग विकसित की जाएगी. यहां एक साथ 600 फोर व्हीलर, 200 ऑटो रिक्शा और 270 टू व्हीलर खड़े किए जा सकेंगे. झीलों की नगरी उदयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास इसकी भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगा व पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी, जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होगी.