भागलपुर: टीएमबीयू यूनिवर्सिटी लगातार अपनी तरह-तरह की विशेष घटनाओं के लिए हमेशा से सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार मामला आम के पेड़ से आम तोड़ने को लेकर है. जिसमें कि दो महिला अधीक्षक सह असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच आमने-सामने की लड़ाई हो गई है. दरअसल, यूनिवर्सिटी के लालबाग स्थिति गर्ल्स हॉस्टल परिसर में आम के पेड़ पर हर वर्ष आम फलता है. पेड़ से आम तुड़वाने के लिए वार्डेन और डीएसडब्ल्यू से आदेश लेना था जो कि हर वर्ष लिया जाता था लेकिन इस बार हॉस्टल-4 की अधीक्षक सिमरन भारती और हॉस्टल नंबर-5 की अधीक्षक डॉ. शोभा कुमारी ने आम तुड़वा लिया.
आम तोड़ने को लेकर महिला स्टाफ के बीच विवाद: इसे लेकर दोनों के बीच विवाद की स्थिति बन गई. डीएसडब्ल्यू ने विवाद के बाद दोनों को चेताया है. इस मामले में शनिवार को दोनों अधीक्षक और वार्डन को डीएसडब्ल्यू कार्यालय तलब किया गया. उन्होंने दोनों से जानकारी ली. इस पर डॉ. शोभा ने कहा कि सिमरन भारती ने पहले आम तुड़वाया, इसके बाद उन्होंने भी हॉस्टल स्टाफ से आम तुड़वाया. इस बात पर डीएसडब्ल्यू कहा कि इस तरह की हरकत अधीक्षक के रूप में शोभा नहीं देता है.
"सिमरन भारती ने पहले आम तुड़वाया. इसके बाद उन्होंने भी हॉस्टल स्टाफ से आम तुड़वाया. इसी बात को लेकर बहस हो गई. दोनों अधीक्षकों को डीएसडब्ल्यू की ओर से चेतावनी दी गई है. इस संबंध में वार्डेन को निर्देश दिया कि वे जब्त आमों को अपने स्तर से बंटवा दें."- डॉ. शोभा कुमारी, अधीक्षक, हॉस्टल नंबर-5
डीएसडब्ल्यू ने दोनों को लगाई फटकार: उन्होंने दोनों अधीक्षकों को चेतावनी देते हुए दोबारा बिना अनुमति इस तरह के कार्य न करने की हिदायत दी. इस पर दोनों अधीक्षकों ने डीएसडब्ल्यू से कहा है कि भविष्य में दोबारा गलती नहीं होगी. इस संबंध में वार्डेन को निर्देश दिया कि वे जब्त आमों को अपने स्तर से बंटवा दें. डीएसडब्ल्यू ने कहा कि आम तोड़ने के मामले को लेकर दोनों महिला अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. वहीं इस आदेश में पूछा कि उन्होंने किस परिस्थिति और किसके आदेश से ऐसा किया है. इसके साथ ही मामले में वार्डेन को भी जरूरी निर्देश दिया गया है.