पटना: बिहार में अभी पटना के अलावे गया और दरभंगा एयरपोर्ट से विमान का परिचालन होता है. पटना और गया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा प्राप्त है. हालांकि पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ान अभी नहीं हो रहा है. इसके अलावा पूर्णिया और बिहटा में भी एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य चल रहा है.
10 शहरों में हवाई अड्डा होगा: पूर्णिया और बिहटा को छोड़कर बिहार के 10 शहरों में हवाई अड्डा विकसित करने की तैयारी है. केंद्रीय बजट में बिहार में तीन ग्रीनफील्ड और आधा दर्जन से अधिक ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट की चर्चा की गई है. ऐसे में आने वाले समय में बिहार में करीब 9 से अधिक एयरपोर्ट संचालित होने लगेंगे.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ: चेन्नई, भोपाल, पांडिचेरी, जमशेदपुर सहित देश के विभिन्न एयरपोर्ट पर काम कर चुके और ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर इंजीनियर सुरेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय और डोमेस्टिक दो ही हवाई अड्डा देश में संचालित होता है. कुछ प्राइवेट हवाई अड्डा भी है. अब ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड नाम की चर्चा हो रही है.
पटना एयरपोर्ट को भी आधुनिक बनाया जा रहा है. बिहटा और पूर्णिया एयरपोर्ट पर काम आगे बढ़ गया है. 1413 करोड़ रुपए की मंजूरी केंद्र सरकार ने पहले ही बिहटा एयरपोर्ट के लिए दे दी है. 2000 करोड़ की राशि में पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण होगा. उड़ान 5.2 योजना के तहत बिहार के कई हवाई अड्डों का निर्माण होगा.
"आमतौर पर दो तरह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय के एयरपोर्ट होते हैं. लेकिन वर्तमान में कई तरह के कैटेगरी बनाए गए हैं. इसके साथ छोटे-छोटे जगह के लिए अलग से एयरपोर्ट बनाए जाते हैं. पटना से अंतराष्ट्रीय सुविधा हो शुरू जाएगी तो लोग सीधा विदेश जा सकेंगे. इसके लिए दिल्ली लखनऊ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी." -सुरेंद्र प्रसाद सिंह, विशेषज्ञ
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट: ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर्यावरण को ध्यान में रखकर नए स्थान पर बनाया जाता है, जहां पहले से एयरपोर्ट के लिए कोई काम नहीं किया गया हो. पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत इसका निर्माण होता है. शहर से दूर इसका निर्माण किया जाता है. जिससे बड़े एयरपोर्ट पर लोड कम हो सके. बजट 2025 में बिहार में सोनपुर, राजगीर और भागलपुर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का प्रस्ताव है.
ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट: ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट यानि पहले से एयरपोर्ट है, लेकिन डेवलप नहीं है. उसे डेवलप किया जाता है. बिहार के सहरसा, पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर, पूर्णिया, बेगूसराय, मुंगेर, गोपालगंज, मोतिहारी और रक्सौल के साथ कई जिलों में एयरपोर्ट पहले से है लेकिन उड़ान नहीं हो रहा. ऐसे एयरपोर्ट को विकसित कर छोटे विमान के उड़ान संचालित करने की व्यवस्था आने वाले समय में की जाएगी.
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट: अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से देश के अलावा दूसरे देशों में उड़ान संचालित होता है. यहां कस्टम कि व्यवस्था होती है. कार्गो की भी व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर होती है. पटना और गया को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में जाना जाता है. पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालित अभी नहीं हो रहा है. आने वाले समय में पटना से 500 किलोमीटर के दायरे में अंतरराष्ट्रीय उड़ान का संचालन किया जाएगा. अमेरिका, इंग्लैंड और अन्य देशों के लिए पटना से उड़ान संभव होगा. बिहटा में अंतरराष्ट्रीय उड़ान के साथ कार्गो की भी व्यवस्था होगी.
डोमेस्टिक एयरपोर्ट: देश के अंदर विमान का परिचालन इस तरह के एयरपोर्ट से होता है. बिहार में पटना, गया और दरभंगा फिलहाल इसी श्रेणी में है. आने वाले समय में पूर्णिया और कई अन्य एयरपोर्ट का संचालन भी डोमेस्टिक एयरपोर्ट के तहत किया जाएगा. इसके अलावे प्राइवेट एयरपोर्ट भी होता है. फिलहाल बिहार में कोई भी प्राइवेट एयरपोर्ट संचालित नहीं है.
प्रत्येक 200 किलोमीटर पर एयरपोर्ट: बिहार सरकार की तरफ से प्रत्येक 200 किलोमीटर पर एक एयरपोर्ट निर्माण लक्ष्य के साथ काम हो रहा है. साथ ही जिन जिलों में एयरपोर्ट के लिए जमीन है, वहां छोटे विमान का संचालन हो इस पर भी काम हो रहा है. दूसरी तरफ केंद्र सरकार की ओर से उड़ान योजना के तहत पूरे देश में एयरपोर्ट के विकास पर जोर दिया जा रहा है.
एयरपोर्ट की जरुरत: बिहार इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोनॉटिक्स (BIA) के डायरेक्टर कैप्टन विनय कर्मशील का कहना है कि आज देश में बड़े पैमाने पर जहाज कंपनियों के तरफ से खरीदे जा रहे हैं. टाटा ने ही 1000 जहाज खरीदने का आर्डर दिया है. ऐसे में जहाज के लिए एयरपोर्ट जरूरी है.
"अब अधिक से अधिक संख्या में लोग हवाई जहाज का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके कारण उन जगहों पर भी नए एयरपोर्ट का निर्माण जरूरी है, जहां डिमांड हो रही है." -कैप्टन विनय कर्मशील, डायरेक्टर, बीआईए
कई स्थानों पर बनेंगे एयरपोर्ट: कैप्टन विनय कर्मशील ने कहा कि जहां तक बिहार की बात है अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होने के बावजूद पटना एयरपोर्ट से अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं हो रही है. पटना के अलावा गया और दरभंगा बहुत ऑपरेशनल नहीं है. इसलिए एयरपोर्ट की तो जरूरत है. भागलपुर और रक्सौल में भी बनेगा. कई स्थानों पर एयरपोर्ट बनाने की तैयारी है.
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