झांसी: बुंदेलखंड विश्विद्यालय के हॉस्टल में अव्यवस्था को लेकर छात्राओं के हंगामे को अभी एक सप्ताह भी नहीं बीता था कि बीते सोमवार को एमबीए प्रथम वर्ष के छात्रों की पिटाई का मामला सामने आ गया. पीड़ित छात्रों ने कुलपति को ऐसे माहौल में पढ़ाई न करने का पत्र देते हुए हॉस्टल के लिए जमा पैसा वापस मांगा है. वहीं चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर आरके सैनी ने हॉस्टल में सर्च अभियान चलाकर तीन अवैध छात्रों को बाहर निकाला है. जबकि मारपीट करने वाले आरोपी छात्रों की तलाश की जा रही है.
पीड़ित दो छात्रों ने विश्विद्यालय के कुलपति मुकेश पांडेय को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि वे M.B.A प्रथम वर्ष के छात्र हैं. दाखिला लेने के बाद उनको विश्विद्यालय के समता छात्र हॉस्टल का कमरा नंबर 303 द्वारा आंवटित हुआ है, जिसकी फीस उनके परिजनों ने 18 हजार 250 रुपये जमा की है. सोमवार सुबह दोनों अपना कमरा देखने के लिए हॉस्टल गए. वहां उन्हें गाली गलौज कर भगा दिया गया. फिर अपने दो दोस्तों के साथ सामान लेकर रखने गए. वहां हॉस्टल के कई छात्रों ने डंडों, सरिया एवं लात-घूसों से जमकर पीटा. मोबाइल भी तोड़. बताया कि सामान कमरा नं. 303 में रख दिया था. जिसको वापस नहीं लेने दिया एवं मारपीट कर वहां से भगा दिया. इसका वीडियो भी मोबाइल में है.
शिकायती पत्र ने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के माहौल पर कई सवाल खड़े किए हैं. कहा है कि ऐसे खराब माहौल में पढाई नहीं करनी है. अपने माता- पिता का मेहनत का पैसा बरबाद नहीं करना है. छात्रों का कहना है कि हॉस्टल के लिए 18 हजार 250 रुपए जो उनके माता-पिता ने खून पसीने की कमाई से जमा किए हैं, तत्काल उसको वापस किया जाए.
इधर शिकायत के बाद विश्विद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल का दौरा किया. जहां तीन छात्र अवैध तरीके से हॉस्टल में रहते मिले. जिनमें दो ऐसे थे जिनका विश्विद्यालय से कोई नाता ही नहीं था. इस पूरे मामले में चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर आरके सैनी ने बताया कि छात्रों की शिकायत पर समता हॉस्टल में सर्च अभियान चलाया गया. जिसमें तीन छात्र बिना रजिस्ट्रेशन के रूम पर कब्जा जमाए रहते हुए पाए गए. तीनों छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया है. एमबीए प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ मारपीट करने वाले तीनों छात्रों की तलाश की जा रही है. वहीं एहतियातन समता हॉस्टल के अलावा सभी हॉस्टल में तीन-तीन वार्डन लगाने का निर्णय लिया गया है.