पटनाः बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा का आयोजन चल रहा है. इस परीक्षा में बड़ी संख्या में यूपी के अभ्यर्थी भी सम्मिलित हो रहे हैं. पटना के मिलर हाई स्कूल में आयोजित परीक्षा में अधिकतर अभ्यर्थी यूपी के ही रहनेवाले थे. परीक्षा देकर निकले यूपी के अभ्यर्थियों ने भर्ती परीक्षाओं के लिए जहां बिहार सरकार की तारीफ की तो यूपी के योगी सरकार को जमकर कोसा.
'बिहार में नौकरी की बहार है': यूपी से आए अभ्यर्थियों ने कहा कि "उनके यूपी में योगी जी वैकेंसी नहीं ला रहे हैं और बिहार में नीतीश कुमार की सरकार नौकरी दे रही है तो यहां नौकरी के लिए आ रहे हैं. योगी जी यदि वैकेंसी निकलते हैं तो यूपी के छात्रों की परेशानी कम होगी. रोजगार देने में वह फेल हो रहे हैं."
"यूपी में शिक्षक भर्ती के लिए बीते 5 वर्षों से वैकेंसी नहीं आ रही है. शिक्षक भर्ती की तैयारी करने वाले युवा बिहार में आकर धक्के खा रहे हैं. यूपी के शिक्षक अभ्यार्थियों के हित में योगी जी को नई शिक्षक भर्ती लानी चाहिए. यूपी के मुख्यमंत्री शिक्षकों की भर्ती नहीं निकाल रहे हैं. शिक्षक-छात्र अनुपात को समानुपात बता रहे हैं. ऐसे में शिक्षक अभ्यर्थी परेशानी उठाकर शिक्षक बनने के लिए बिहार आ रहे हैं." विपिन कुमार, यूपी से आए शिक्षक अभ्यर्थी
शनिवार को 300 केंद्रों पर हुई परीक्षाः तीसरे चरण की शिक्षक बहाली के लिए शनिवार को कक्षा 1 से 5 के प्राथमिक शिक्षकों के 28 हजार 26 पदों पर परीक्षा का आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. इस परीक्षा में करीब 1 लाख 60 हजार अभ्यर्थी सम्मिलित हुए. परीक्षा का आयोजन 27 जिलों के 300 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर किया गया.
प्रश्नों को लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया: परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों को लेकर अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया मिली जुली रही. अभ्यर्थी नंदिनी मौर्य ने बताया कि "भाषा विषय के प्रश्न काफी आसान थे लेकिन मैथ साइंस के प्रश्न थोड़े कठिन थे. मॉडरेट लेवल का प्रश्न पत्र था. डेढ़ सौ अंकों की परीक्षा में वह उम्मीद कर रही हैं कि क्वालीफाई कर जाएंगी."
"प्रश्न पत्र मॉडरेट लेवल का रहा. प्रश्न पत्र टाइम टेकिंग वाला था. जीके में शाहबानो केस से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे. इसके अलावा कांग्रेस की स्थापना किसने की थी, यह भी पूछा गया था. गणित के प्रश्न थोड़े उलझाने वाले थे."- जसमीत परमार, शिक्षक अभ्यर्थी