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देसी सैलानियों ने किया राजस्थान में टूरिज्म इंडस्ट्री का कोटा पूरा, कोरोना के बाद बदला सैर सपाटे का कल्चर - Tourism in Rajasthan

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 1 hours ago

कॉविड-19 के बाद मुश्किल हालात से गुजर रहा राजस्थान का पर्यटन कारोबार बीते वर्ष शानदार अनुभव वाला रहा. इस साल भी राजस्थान की टूरिज्म इंडस्ट्री 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले सीजन के लिए तैयार है. बीते साल करीब 11 करोड़ पर्यटकों ने राजस्थान में सैर सपाटा किया. उम्मीद की जा रही है कि राइजिंग राजस्थान समिट और आईफा के आयोजन के बाद राजस्थान पर्यटन अपने शीर्ष पर होगा. इस बारे में पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक से ईटीवी भारत ने बातचीत की.

राजस्थान में टूरिज्म इंडस्ट्री
राजस्थान में टूरिज्म इंडस्ट्री (ETV Bharat Rajasthan)

जयपुर : राजस्थान अपने हेरिटेज के साथ ही धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के लिए देश में अलग पहचान रखता है. राज्य में थार के धोरे, उदयपुर की झीलें और सरिस्का रणथम्भौर के जंगल भी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र होते हैं. प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में कोरोना के बाद की तस्वीर जबरदस्त तरीके से निखरी है. विविधता वाले इस राज्य में विश्व विरासत में शुमार 6 किले भी मौजूद हैं. पिछली सरकार ने पर्यटक को एक उद्योग का दर्जा दिया और मौजूदा सरकार में इस पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए कोशिशें जारी हैं. प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी पर्यटन महकमें का भी जिम्मा संभाल रहीं हैं. ऐसे में पर्यटन को लेकर उम्मीदें भी बढ़ी हैं.

देसी-विदेशी सैलानियों को रास आएगा राजस्थान : पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक मानते हैं कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले नए सीजन में देसी के साथ इस बार विदेशी सैलानी भी उत्साह के साथ राजस्थान पहुंचेंगे. उनके मुताबिक इस सीजन में राजस्थान में होने वाले इवेंट्स पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होंगे. इस बार आईफा भी जयपुर में आयोजित होगा. इसके अलावा अक्टूबर से त्योहार का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इस दौरान दशहरा और दीपावली जैसे बड़े त्योहार भी आएंगे. फिर क्रिसमस, न्यू ईयर संक्रांति और होली का त्योहार आने वाला है. संजय कौशिक कहते हैं कि इन 6 महीनों के दौरान ही मुख्य रूप से पर्यटक राजस्थान पहुंचते हैं. 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक का समय ही मुख्य टूरिस्ट सीजन के रूप में पहचाना जाता है.

पढ़ें. पर्यटन स्थलों की खान है अलवर जिला, हर साल यहां आते हैं लाखों पर्यटक, स्थानीय लोगों को भी मिलता है रोजगार - World Tourism Day 2024

देसी-विदेशी सैलानियों को रास आएगा राजस्थान (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

मेले भी बनेंगे आकर्षण का केंद्र : राजस्थान में पर्यटकों के लिए सीजन की शुरुआत के साथ ही मेलों का भी आगाज हो जाता है. पुष्कर मेले से होने वाली शुरुआत जैसलमेर में डेजर्ट फेयर और बीकानेर में कैमल फेस्टिवल के साथ-साथ प्रदेश की अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ते हुए होली और फिर गणगौर पर जाकर समापन तक पहुंचती है.

  1. आभानेरी फेस्टिवल : 4 से 5 अक्टूबर
  2. कोटा दशहरा मेला : 12 से 29 अक्टूबर
  3. मारवाड़ फेस्टिवल : 16 से 17 अक्टूबर
  4. पुष्कर मेला : 9 से 15 नवंबर
  5. चंद्रभागा मेला : 14 से 16 नवंबर
  6. बूंदी फेस्टिवल : 18 से 20 नवंबर
  7. मत्स्य महोत्सव : 25 से 26 नवंबर
  8. कुंभलगढ़ फेस्टिवल : 1 से 3 दिसंबर
  9. रणकपुर महोत्सव : 21 से 22 दिसंबर
  10. विंटर फेस्टिवल : 29 से 30 दिसंबर
  11. ऊंट महोत्सव : 11 से 12 जनवरी
  12. मरू महोत्सव : 10 से 12 फरवरी
  13. बेणेश्वर मेला : 8 से 12 फरवरी
  14. ब्रज होली : 9 से 10 मार्च
  15. होली महोत्सव : 14 मार्च
  16. गणगौर : 31 मार्च से 1 अप्रैल

अभी से पर्यटक कर रहे हैं बुकिंग : संजय कौशिक बताते हैं कि आने वाले पर्यटक सीजन को लेकर अभी से देसी-विदेशी सैलानी टूर ऑपरेटर्स के साथ संपर्क में हैं. सरकार फिलहाल प्रोएक्टिव नजर आ रही है और इस सिलसिले में कोशिशें भी की जा रहीं हैं. उन्होंने माना कि केरल की तुलना में राजस्थान को अपनी मार्केटिंग को और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है. इस तरह से राजस्थान को टूरिज्म इंडस्ट्री में पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश और गुजरात से भी कड़ा मुकाबला मिल रहा है. लिहाजा राजस्थान को अपनी क्षमताओं के प्रचार प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत है. संजय कौशिक कहते हैं कि जो दिखता है, वह बिकता है की तर्ज पर, प्रमोशन को मजबूत बनाकर राजस्थान इस क्षेत्र में और बेहतर कर सकता है.

पढ़ें. वर्ल्ड टूरिज्म डे : राजस्थानी ठाट बाट के साथ तिलक और फूल मालाओं से सैलानियों का स्वागत, लोक कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां - World Tourism Day 2024

अब तक 11 करोड़ पर्यटकों ने घूमा राजस्थान : राजस्थान के पर्यटन महकमे के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर जुलाई तक प्रदेश में करीब 11 करोड़ सैलानी पहुंचे थे. इनमें से एक करोड़ के लगभग विदेशी सैलानी और करीब 10 करोड़ देसी सैलानियों ने राजस्थान के पर्यटन स्थलों का दीदार किया. पर्यटकों का उत्साह जनवरी से लेकर मार्च तक ठंड के दौरान ज्यादा देखने को मिला. इस बार पर्यटन से जुड़े कारोबारी का मानना है कि प्रदेश में बीते साल की अपेक्षा और अधिक देसी सैलानी पहुंचेंगे. वहीं दुनिया भर में अस्थिरता, रूस-यूक्रेन के बाद इजरायल-लेबनान और फिलिस्तीन के बीच युद्ध के हालात, अमेरिका में चुनाव को देखते हुए भारत विदेशी सैलानियों के पर्यटन का विशेष केंद्र बनेगा.

प्रदेश में पर्यटकों का आगमन (जुलाई 2024 तक) :

माहघरेलू पर्यटकविदेशी पर्यटककुल
जनवरी 12721581 22869112950272
फरवरी12126030 26811412394144
मार्च17925023 25285418177877
अप्रैल21019000 11772921136729
मई9921569 472809968849
जून12365783 3581212401595
जुलाई22905435 7170622977141
कुल 108984421 1022186 110006607

जयपुर : राजस्थान अपने हेरिटेज के साथ ही धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के लिए देश में अलग पहचान रखता है. राज्य में थार के धोरे, उदयपुर की झीलें और सरिस्का रणथम्भौर के जंगल भी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र होते हैं. प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में कोरोना के बाद की तस्वीर जबरदस्त तरीके से निखरी है. विविधता वाले इस राज्य में विश्व विरासत में शुमार 6 किले भी मौजूद हैं. पिछली सरकार ने पर्यटक को एक उद्योग का दर्जा दिया और मौजूदा सरकार में इस पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए कोशिशें जारी हैं. प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी पर्यटन महकमें का भी जिम्मा संभाल रहीं हैं. ऐसे में पर्यटन को लेकर उम्मीदें भी बढ़ी हैं.

देसी-विदेशी सैलानियों को रास आएगा राजस्थान : पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक मानते हैं कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले नए सीजन में देसी के साथ इस बार विदेशी सैलानी भी उत्साह के साथ राजस्थान पहुंचेंगे. उनके मुताबिक इस सीजन में राजस्थान में होने वाले इवेंट्स पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होंगे. इस बार आईफा भी जयपुर में आयोजित होगा. इसके अलावा अक्टूबर से त्योहार का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इस दौरान दशहरा और दीपावली जैसे बड़े त्योहार भी आएंगे. फिर क्रिसमस, न्यू ईयर संक्रांति और होली का त्योहार आने वाला है. संजय कौशिक कहते हैं कि इन 6 महीनों के दौरान ही मुख्य रूप से पर्यटक राजस्थान पहुंचते हैं. 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक का समय ही मुख्य टूरिस्ट सीजन के रूप में पहचाना जाता है.

पढ़ें. पर्यटन स्थलों की खान है अलवर जिला, हर साल यहां आते हैं लाखों पर्यटक, स्थानीय लोगों को भी मिलता है रोजगार - World Tourism Day 2024

देसी-विदेशी सैलानियों को रास आएगा राजस्थान (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

मेले भी बनेंगे आकर्षण का केंद्र : राजस्थान में पर्यटकों के लिए सीजन की शुरुआत के साथ ही मेलों का भी आगाज हो जाता है. पुष्कर मेले से होने वाली शुरुआत जैसलमेर में डेजर्ट फेयर और बीकानेर में कैमल फेस्टिवल के साथ-साथ प्रदेश की अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ते हुए होली और फिर गणगौर पर जाकर समापन तक पहुंचती है.

  1. आभानेरी फेस्टिवल : 4 से 5 अक्टूबर
  2. कोटा दशहरा मेला : 12 से 29 अक्टूबर
  3. मारवाड़ फेस्टिवल : 16 से 17 अक्टूबर
  4. पुष्कर मेला : 9 से 15 नवंबर
  5. चंद्रभागा मेला : 14 से 16 नवंबर
  6. बूंदी फेस्टिवल : 18 से 20 नवंबर
  7. मत्स्य महोत्सव : 25 से 26 नवंबर
  8. कुंभलगढ़ फेस्टिवल : 1 से 3 दिसंबर
  9. रणकपुर महोत्सव : 21 से 22 दिसंबर
  10. विंटर फेस्टिवल : 29 से 30 दिसंबर
  11. ऊंट महोत्सव : 11 से 12 जनवरी
  12. मरू महोत्सव : 10 से 12 फरवरी
  13. बेणेश्वर मेला : 8 से 12 फरवरी
  14. ब्रज होली : 9 से 10 मार्च
  15. होली महोत्सव : 14 मार्च
  16. गणगौर : 31 मार्च से 1 अप्रैल

अभी से पर्यटक कर रहे हैं बुकिंग : संजय कौशिक बताते हैं कि आने वाले पर्यटक सीजन को लेकर अभी से देसी-विदेशी सैलानी टूर ऑपरेटर्स के साथ संपर्क में हैं. सरकार फिलहाल प्रोएक्टिव नजर आ रही है और इस सिलसिले में कोशिशें भी की जा रहीं हैं. उन्होंने माना कि केरल की तुलना में राजस्थान को अपनी मार्केटिंग को और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है. इस तरह से राजस्थान को टूरिज्म इंडस्ट्री में पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश और गुजरात से भी कड़ा मुकाबला मिल रहा है. लिहाजा राजस्थान को अपनी क्षमताओं के प्रचार प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत है. संजय कौशिक कहते हैं कि जो दिखता है, वह बिकता है की तर्ज पर, प्रमोशन को मजबूत बनाकर राजस्थान इस क्षेत्र में और बेहतर कर सकता है.

पढ़ें. वर्ल्ड टूरिज्म डे : राजस्थानी ठाट बाट के साथ तिलक और फूल मालाओं से सैलानियों का स्वागत, लोक कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां - World Tourism Day 2024

अब तक 11 करोड़ पर्यटकों ने घूमा राजस्थान : राजस्थान के पर्यटन महकमे के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर जुलाई तक प्रदेश में करीब 11 करोड़ सैलानी पहुंचे थे. इनमें से एक करोड़ के लगभग विदेशी सैलानी और करीब 10 करोड़ देसी सैलानियों ने राजस्थान के पर्यटन स्थलों का दीदार किया. पर्यटकों का उत्साह जनवरी से लेकर मार्च तक ठंड के दौरान ज्यादा देखने को मिला. इस बार पर्यटन से जुड़े कारोबारी का मानना है कि प्रदेश में बीते साल की अपेक्षा और अधिक देसी सैलानी पहुंचेंगे. वहीं दुनिया भर में अस्थिरता, रूस-यूक्रेन के बाद इजरायल-लेबनान और फिलिस्तीन के बीच युद्ध के हालात, अमेरिका में चुनाव को देखते हुए भारत विदेशी सैलानियों के पर्यटन का विशेष केंद्र बनेगा.

प्रदेश में पर्यटकों का आगमन (जुलाई 2024 तक) :

माहघरेलू पर्यटकविदेशी पर्यटककुल
जनवरी 12721581 22869112950272
फरवरी12126030 26811412394144
मार्च17925023 25285418177877
अप्रैल21019000 11772921136729
मई9921569 472809968849
जून12365783 3581212401595
जुलाई22905435 7170622977141
कुल 108984421 1022186 110006607
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