रांची: पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी और किसी भी आपदा के हालात से निपटने की तैयारियों को लेकर रांची में प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हो गया. 15 से 18 जनवरी तक चलने वाली इस कार्यशाला के पहले दिन मेंटोर के साथ पूरी कार्यशाला पर चर्चा हुई. केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट' द्वारा आयोजित किए जा रहे इस कार्यशाला में 16 जनवरी से 18 जनवरी तक आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस दौरान एक्सपर्ट के द्वारा डेमोस्ट्रेशन भी किया जाएगा.
सीडीसी, एनडीएआई का भी सहयोग
रांची में आयोजित इस कार्यशाला में अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की इंडिया यूनिट, एनआईडीएम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखंड, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र भी सहयोग कर रहा है.
इन आठ जिलों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
IDSP के नोडल अधिकारी डॉ प्रवीण कर्ण ने बताया कि कोरोना के बाद यह जरूरत महसूस हुई है कि हमें भविष्य के लिए 'पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी' के लिए पहले से तैयार रहना होगा. इसके लिए केंद्र स्तर पर कई तैयारियां की गई है, जिसके तहत राज्य में जिला स्तर पर स्वास्थ्य, पशुपालन, प्रशासन और आपदा प्रबंधन के अधिकारियों को इस बात की ट्रेनिंग दी जा रही है कि किसी भी आपात स्थिति के दौरान कैसे आम जनता को राहत पहुंचाई जाए. डॉ प्रवीण कर्ण ने बताया कि आज से खूंटी, रांची, गुमला, सिमडेगा, लातेहार, गोड्डा, साहिबगंज, जामताड़ा के प्रतिनिधियों को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के प्रबंधन के लिए लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहना- डॉ कमलेश
राज्य के यक्ष्मा पदाधिकारी और आपदा प्रबंधन (स्वास्थ्य) के नोडल अधिकारी डॉ कमलेश कुमार ने कहा कि भविष्य में लोकल स्तर पर किसी भी आपदा से निपटने के लिए कैसे तैयार रहा जाए, इसके लिए यह प्रशिक्षण बेहद जरूरी होगा.
ये भी पढ़ें: रिम्स में इस दिन सेवाएं रहेंगी बाधित, नेक्स्ट जेन हॉस्पिटल में तब्दील होगा राज्य का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल
ये भी पढ़ें: कोरोना काल में सरकार ने सात जिलों में वायरोलॉजी सेंटर बनाने का लिया था फैसला, आज तक नहीं खुला एक भी लैब