कोटा: जिले के मंडाना से बूंदी के लबान तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 80 किलोमीटर के हिस्से को ट्रायल के लिए सोमवार को खोल दिया गया. राज्य की भाजपा सरकार के 1 साल पूरे होने पर एनएचएआई ने इसे सौगात के तौर पर खोला है. इसमें पैकेज नंबर 12 से 14 के बीच ट्रैफिक खोला गया है. अब यहां से फिलहाल वाहन बिना टोल प्लाजा के गुजर सकेंगे.
एक्सप्रेसवे पर राजस्थान में बूंदी जिले से ट्रैफिक पहली बार खोला गया है, जबकि कोटा जिले के दूसरे हिस्से से ट्रैफिक शुरू हुआ है. इसके पहले चेचट से मध्य प्रदेश और गुजरात बॉर्डर तक ट्रैफिक शुरू हुआ था. इस पर टोल वसूली भी जारी है. हालांकि, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के एरिया में बन रही 5 किलोमीटर लंबी टनल के चलते चेचक से मंडाना के बीच का हिस्सा शुरू नहीं हुआ है. इस दौरान कोटा जिले में मंडावरा, गोपालपुरा, कराड़िया और बूंदी जिले में लबान इंटरचेंज से वाहन चढ़ सकेंगे.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि बाइक, थ्री व्हीलर व ट्रैक्टर जैसे वाहनों को इस एक्सप्रेस वे पर चलने की अनुमति नहीं है. यहां फिलहाल चार पहिया और इससे बड़े वाहनों को ही अनुमति है. यह एक्सप्रेस वे पूरी तरह से एक्सिस कंट्रोल है. यदि गफलत में छोटे वाहन इस पर चढ़ भी गए तो दुर्घटना का अंदेशा रहेगा, क्योंकि इनकी स्पीड काफी कम रहती है, जबकि इस पर चलने वाले शेष वाहनों की स्पीड काफी ज्यादा होती है. एक्सप्रेसवे पर कार, जीप या अन्य चार पहिया वाहनों को 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार और ट्रक को 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलना अनुमत किया हुआ है.
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झालावाड़ व बारां के लोगों को होगा फायदा : बारां से वाहन एनएच-27 के जरिए कराडिया पहुंचेंगे. यहां से एक्सप्रेस वे पर चढ़ जाएंगे. इसी तरह से झालावाड़ की तरफ से वाहन नेशनल हाईवे-52 से दरा घाटी को पार कर मंडाना के नजदीक गोपालपुरा इंटरचेंज से चढ़ सकेंगे. मंडाना से चलने वाला ट्रैफिक लबान पर उतरेगा. वहां से 60 किलोमीटर कोटा लालसोट मेगा हाईवे पर चलने के बाद सवाई माधोपुर के कुश्तला से वापस एक्सप्रेसवे पर चढ़ जाएंगे, जो कि दिल्ली तक उन्हें कनेक्ट कर देगा. ऐसा ही लबान से चलने वाले ट्रैफिक को करना होगा.
दरा घाटी में बढ़ जाएगा ट्रैफिक : गुजरात मध्य प्रदेश बॉर्डर से चेचट तक एक्सप्रेसवे चालू है. इस पर बड़ी तादाद में वाहन आ भी रहे हैं. यह सभी वहां चेचट से उतरकर दरा घटी को क्रॉस कर वापस कोटा को क्रॉस कर सवाई माधोपुर के कुशतला जा रहे थे. अब यह वहां वापस गोपालपुरा से लबान का सफर एक्सप्रेसवे पर कर सकेंगे. एक्सप्रेसवे पर 80 किमी का हिस्सा और कनेक्ट होने के बाद इस पर वाहनों की संख्या बढ़ जाएगी, जिससे दरा घाटी पर भी ट्रैफिक का लोड बढ़ेगा.वहां आमतौर पर कई बार ट्रैफिक जाम जैसे हालात हो जाते हैं. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अग्रवाल ने बताया कि एनएचएआई हेडक्वार्टर से टोल वसूली के निर्देश प्राप्त होने के बाद टोल लिया जाएगा.