बलरामपुर रामानुजगंज: यातायात विभाग के द्वारा तमाम जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन इसका कोई फायदा जमीनी स्तर पर नजर आता है. धड़ल्ले से मालवाहक वाहनों में सवारी भरकर परिवहन किया जा रहा है. जिसके कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं. बलरामपुर रामानुजगंज जिले के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों के रहने वाले लोग परिवहन सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण पिकअप, मेटाडोर, ट्रैक्टर ट्राली में बैठकर साप्ताहिक बाजारों में जाते हैं. जान जोखिम में डालकर यात्रा करने से हमेशा हादसा का अंदेशा बना रहता है.
ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पड़ेगी भारी: बलरामपुर जिले के यातायात प्रभारी विमलेश देवांगन का कहना है कि ''विभाग की ओर से लगातार लोगों को जागरुक करने की कोशिश की जाती है. कुछ लोग समझदारी से भी काम लेते हैं. वहीं कुछ लोग नियमों को तोड़ने और लापरवाही बरतने का भी काम करते हैं. कई बार हमारी टीम ऐसे लोगों को समझाइश भी देती है. अंदरुनी गांवों में गाड़ियों की कमी होने के चलते लोग मालवाहक वाहनों में सवार होकर जाते हैं. भविष्य में कोई हादसा नहीं हो इसके लिए हम लोगों को समझा भी रहे हैं.''
''हमारी अपील है कि लोग इस तरह से सफर नहीं करें. इस तरह से सफर करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. यातायात नियमों का पालन सभी करना चाहिए. आने वाले दिनों में भी हम अभियान चलाकर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों पर कार्रवाई करेंगे.'' - विमलेश देवांगन, जिला यातायात प्रभारी
माल ढोने वाले वाहनों में मुसाफिर: पुलिस कई बार ऐसी लापरवाही पर एक्शन भी लेती है लेकिन कई बार लोग जल्दी जाने और पहुंचने की कोशिश में खतरा उठा लेते हैं. पुलिस जागरुकता अभियानों के जरिए ट्रैफिक नियमों के पालन का संदेश भी देती है. बावजूद इसके ड्राइवर और आम जन इन बातों को अनसुना कर देते हैं.