नई दिल्ली: यूपीएससी की तैयारी करने वालों के हब मुखर्जी नगर को सीलिंग की मार से बचाने के लिए व्यापारी, कोचिंग संचालक और छात्र लामबंद हो गए हैं. बुधवार को कोचिंग इसी कड़ी में कोचिंग संचालकों के स्थानीय व्यापारी, पीजी चलाने वाले और छात्रों ने मशाल जुलूस निकालकर अपना विरोध दर्ज किया. इससे पहले सोमवार को इन लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा सांसद मनोज तिवारी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था.
मुखर्जी नगर में कोचिंग संस्थानों पर सीलिंग की वजह से इलाके की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है. विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने पहुंचे देशभर के हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने की बात सामने आई है. लोगों का कहना है कि मास्टर प्लान में दो तरह की बातें नहीं हो सकती. जब राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग संस्थान चलाने की अनुमति मिल सकती है तो मुखर्जी नगर में सीलिंग क्यों की जा रही है. नियम और मानदंड एक तरीके का होना चाहिए. जहां नियमों का उल्लंघन हो रहा है उसे व्यवस्थित करने की आवश्यकता है.
मुखर्जी नगर बचाव मुहिम कोर कमेटी के सदस्य क्रिस्टोफर, राजीव सहगल ने मशाल जुलूस निकालने के दौरा 11 अक्तूबर को एक बड़ी जनसभा करने का ऐलान किया. उनका कहना है कि लापरवाह कोचिंग सेंटर नहीं है बल्कि एमसीडी गलत तरीके से सीलिंग कर रही है. अचानक से पठन-पाठन का क्षेत्र सूना हो गया है. इससे बड़े व्यापारी ही नहीं, रेहड़ी-पटरी वाले, खोमचे वाले भी बेरोजगारी का सामना कर रहे है. जल्द ही उपराज्यपाल से मिलकर समस्याओं को संज्ञान में लाया जाएगा. वहीं, दिल्ली की मेयर और स्थानीय विधायक दिलीप पांडेय ने भी आश्वासन दिया है कि एमसीडी से होने वाली परेशानी का समाधान ढ़ूंढ़ा जाएगा.
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