मेरठः रक्षा अध्ययन विभाग से कोर्स करने के बाद युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं. खासतौर से जो देश सेवा में जाना चाहते हैं तो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का मेरठ कॉलेज सबसे उपयुक्त ठिकाना है. यहां रक्षा अध्ययन विभाग से बैचलर डिग्री और पीजी कर सकते हैं. सैन्य अफसरों से लेकर सेना से जुड़े जवान भी बड़ी संख्या में रेगुलर या प्राइवेट यहां पढ़ाई कर रहे हैं.
रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर डॉ. हेमंत पांडेय कुमार ने बताया कि मेरठ कॉलेज में हमारा सब्जेक्ट बीए, एमए और रिसर्च लेवल पर है. अगर कोई बच्चा अपनी उच्च शिक्षा लेना चाहता है तो बीए और एमए में डिफेंस स्ट्डीज पढ़कर नेट या जेआरएफ क्वालीफाई कर सकता है. पीएचडी का टेस्ट होता है, उसे पास करके यहां से रिसर्च भी कर सकता है. हेमंत पांडेय कुमार कहते हैं कि संपूर्ण शिक्षा के लिए मेरठ कॉलेज मेरठ एक बेहतर केंद्र है. उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में तमाम संभावनाएं हैं. टीचिंग के साथ-साथ रिसर्च में भी भविष्य है. इसके अलावा जो युवा सीडीएस के माध्यम से सेना में जाना चाहतें हैं, उनकी राह भी इस पढ़ाई के बाद आसान हो सकती है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष एक होनहार छात्र आईडीएसए में इंटर्नशिप के लिए भी यहां से जाता है.
बता दें कि सेना के जनरल रहे वीके सिंह, देश के पहले सीडीएस विपिन रावत, डिप्टी वाइस चीफ लेफ्टीनेंट जनरल शान्तनु दयाल, डायरेक्ट जनरल मिलिट्री इंटेलिजेंस रहे लेफ्टीनेंट जनरल आरएन सिंह, कमांडर इन चीफ रहे और न्यूक्लियर प्लानिंग डिपार्टमेंट में रहे लेफ्टिनेंट जनरल जे एस नेगी, डीजी एनसीसी रहे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस सहरावत, डीजी ऑर्डिनेंस रह चुके लेफ्टीनेंट जनरल अमित शरीन समेत लगभग 70 से 75 बड़े अधिकारियों ने मेरठ कॉलेज से रक्षा अध्ययन विभाग से पीएचडी की है.
प्रोफेसर हेमंत पांडेय ने बताया कि पूर्व छात्र आज भी कॉलेज से सम्पर्क में हैं. यही वजह है कि मेरठ कॉलेज में दो टैंक भी हैं, जिनसे स्टूडेंट्स को भी मदद मिलती है. जिनकी रुचि इस क्षेत्र में अध्ययन करने की है तो वह इस वेबसाईट पर जाकर सम्पूर्ण विवरण प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा सीधे मेरठ कॉलेज पहुंचकर वहां रक्षा अध्ययन विभाग में भी सम्पर्क किया जा सकता है. https://www.ccsuniversity.ac.in पर सम्पर्क कर सकते हैं. यहां भी प्रवेश के लिए पंजीकरण कर सकते हैं प्रक्रिया जारी है.