मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर में रविवार 17 नवंबर को तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार राजेश कुमार रोशन की मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद मृतक के घर शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ पड़ी. बता दें कि राजेश कुमार रोशन ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 15 नवंबर को अपना नामांकन दाखिल किया था. राजेश कुमार रोशन, बीजेपी के बागी नेता और सच्चिदानंद विकास मंच के संयोजक के भी थे.
कैसे हुई मौतः बताया जा रहा है कि आज सुबह वो अपने घर से टहलने निकले थे,तभी वो गिर गए और बेहोश हो गए. आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. रास्ते में ही मौत हो गयी. मृत राजेश कुमार रौशन के चचेरे भाई ने बताया कि वह सुबह टहलने निकले थे और फोन पर किसी से बात कर रहे थे. उन्होंने फोन पर बातचीत कर रहे व्यक्ति से कहा भी कि उनकी तबियत ठीक नहीं लग रही है. बात करते करते वो नीचे बैठ गए और बेहोश हो गए.
क्यों हुए बागीः तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के सदस्य रहे देवेश चंद्र ठाकुर के सीतामढ़ी से सांसद चुने जाने के कारण उपचुनाव हो रहा है. जेडीयू की यह सीटिंग सीट थी तो जदयू ने यहां से अपने उम्मीदवार के रूप में अभिषेक झा को उतारा. इससे राजेश रोशन नाराज हो गये. तब उन्होंने कहा था बीजेपी और NDA के लिए क्या यहां से कोई उम्मीदवार नहीं मिला था जो मिथिला क्षेत्र से उम्मीदवार लाकर उतरा गया.
कब है चुनावः भारत निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव का जो शेड्यूल जारी किया है उसमें 18 नवंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर पाएंगे. 19 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 21 नवंबर तक उम्मीदवार चुनाव से अपना नाम वापस ले सकते हैं. पांच दिसंबर को मतदान कराया जाएगा. वहीं 9 दिसंबर को मतगणना होगी. बिहार विधानसभा के चार सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. 23 नवंबर को रिजल्ट आएगा. इसके बाद विधान परिषद के एकमात्र सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है.
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