इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में एक स्कूल प्रबंधन को बच्चों को तिलक लगाकर व हाथ में कलावा पहनकर स्कूल नहीं आने की नसीहत देना भारी पड़ गई. दरअसल बच्चों के परिजनों ने हाल ही में बागेश्वर धाम की कथा में शिकायत की थी. इस शिकायत के सार्वजनिक होते ही गुरुवार को बजरंग दल और करणी सेना ने तिलक लगाने और कलवा पहनने का विरोध करने वाले स्कूल का घेराव किया और स्कूल परिसर में ही हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस दौरान बजरंग दल और करणी सेना ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में इस तरह की घटना हुई तो स्कूल प्रबंधन को इसके भीषण परिणाम भुगतने होंगे.
बागेश्वर धाम की कथा में हुआ खुलासा
दरअसल, शहर के स्कीम नंबर 78 स्थित मदरलैंड स्कूल में शिक्षिका संध्या मैडम ने किसी बच्चे को स्कूल में तिलक लगाकर आने और हाथ में कलावा पहनने पर डांटा था. संबंधित बच्चों ने यह बात अपने परिजनों को बताई. इसके बाद इंदौर के कनकेश्वरी धाम में चल रही बागेश्वर सरकार की कथा में परिजनों ने यह बात सत्संग के दौरान बताई. इस दौरान मामला प्रकाश में आने के बाद गुरुवार को करणी सेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए.
स्कूल प्रबंधन को दी गई चेतावनी
यहां उन्होंने स्कूल का घेराव किया, हालांकि स्कूल प्रबंधन को इनके आने की सूचना पहले ही मिल गई थी. इसलिए स्कूल के शिक्षक और प्रबंधन के लोग पहले ही छुट्टी करके ताला लगाकर गायब हो गए. इसके बाद पहुंचे बजरंग दल और करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के प्रांगण में ही हनुमान चालीसा का पाठ किया और स्कूल ऑफिस के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाने के साथ ही एक पोस्टर के जरिए स्कूल प्रबंधन को चेतावनी दी.
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बजरंग दल के संयोजक प्रवीण नारेकर ने बताया कि इस तरह के स्कूल प्रबंधन के लोग क्रिश्चियन पर्व पर बच्चों को सांता क्लॉस बनाते हैं तब कोई विरोध नहीं करता, लेकिन जब कोई बच्चा तिलक लगाकर या हाथ में कलावा पहनकर आता है तो स्कूल प्रबंधन उन्हें मना करता है. भारत जैसे देश में यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया संबंधित स्कूल किसी भाजपा नेता सुजीत वाडिया का है, लेकिन फिर भी वहां इस तरह के कारनामे चल रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.