टीकमगढ़। वर्ष 2017 में पर्दे पर आई अक्षय कुमार की फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' में घर में शौचालय न होने के कारण उनकी पत्नी उन्हें छोड़कर चली जाती है. उस फिल्म जैसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले से भी निकलकर सामने आया है. जिसमें घर में शौचालय न होने के कारण पति पत्नी का रिश्ता टूटने की कगार पर है और पति घर में शौचालय बनवाने के लिए जद्दोजहद करता हुआ नजर आ रहा है. जिसके लिए उसने पंचायत के माध्यम से गुहार भी लगाई, लेकिन हुआ कुछ और ही. जानिए फिल्मी स्टाइल की क्या है ये रियल कहानी- Toilet ek prem katha
शौचालय नहीं, टूटने की कगार पर रिश्ता
दरअसल मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में शौचालय बनने की आस टूटने पर एक दांपत्य जीवन टूटने की कगार पर है. महिला ने पति को साफ बता दिया की, शौचालय के अभाव में वह अपने मायके चली जायेगी और शौचालय बनने के बाद ही ससुराल में कदम रखेगी. दूसरी तरफ पति का कहना है की वह गरीब है और इतना पैसा उसके पास नहीं है की वह तुरंत शौचालय बनवा सके. पत्नि ने चेतावनी देते हुए कहा की शौचालय नहीं बनवाया तो वह दांपत्य जीवन तोड़ देगी.
पत्नी बोली-खुले में शौचालय नहीं जाउंगी
यह पूरा मामला टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ के चन्द्रपुरा गांव का है. जहां प्रेम विवाह के बाद एक विवाहिता मंजू भट्ट बच्चों सहित अपनी ससुराल चन्द्रपुरा गांव पहुंची तो वहां टॉयलेट नहीं होने पर नाराज हो गई. वह अपने पति राकेश भटट से कह रही है कि वह खुले में शौच नहीं जायेगी. घर में शौचालय बनवाओ वरना दांपत्य जीवन तोड दूंगी. वहीं, सरकार की मदद से बनवाये जा रहे शौचालय की मांग करने पर गांव पंचायत का सचिव गाली गलौच करते हुए पति को धमका रहा है.
ग्राम पंचायत के चक्कर काट रहा पति
दूसरी तरफ ससुराल वालों का कहना है कि वे गरीब हैं और उनके पास इतना पैसा नहीं है की वह इसे तुरंत बनवा सकें. काफी समझाने के बाद भी पत्नी मंजू भट्ट अपनी जिद पर अड़ी है. पत्नि की जिद पूरी करने के लिये राकेश भटट ने सरकारी योजना के तहत शौचालय बनवाने के लिये ग्राम पंचायत में आवेदन दिया, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर राकेश भटट जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचा. जहां अधिकारियों ने उससे कहा की ग्राम पंचायत से लिखवाकर लाये तभी आपका नाम शौचालय निर्माण की सूची में जोड़ा जायेगा.
ग्राम पंचायत सचिव ने की गालीगलौज
अधिकारी की बात सुन राकेश भटट ने ग्राम पंचायत सचिव रामदयाल यादव को फोन क्या लगाया उसने गाली गलौच करते हुए तुरंत फोन बंद करने की धमकी दी. अब शौचालय बनने की आस टूटने पर राकेश भट्ट को दांपत्य जीवन टूटने का डर भी सता रहा है. वहीं इस पूरे मामले में जनपद पंचायत सीईओ प्रभात घनघोरिया का कहना है की शौचालय निर्माण के मामले में जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी.
गौरतलब है की मामला भले ही पूरा फिल्मी लग रहा हो लेकिन एक शौचालय के कारण एमपी के इस गांव में पति-पत्नी के बीच के आपसी संबंध टूटने की कगार पर है. क्योंकि पत्नी खुले में शौच नहीं जाना चाहती और पति की हैसियत नहीं है की वो बनवा पाए. ऐसे में अब वह दफ्तरों के चक्कर लगाकर सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है.