जोधपुर. माचिया बायोलॉजिकल सफारी पार्क की बाधिन अंबिका की सोमवार शाम को मृत्यु हो गई. तापमान बढ़ने से हीट वेव की चपेट में आने से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल उसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
पार्क के रेंजर बालाराम विश्नोई ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारणों का खुलासा होगा. बाघिन अंबिका को 2016 में माचिया पार्क में बाघों का कुनबा बढ़ने के लिए कानपुर से लाया गया था. अंबिका की मौत के बाद उसका पार्टनर एंथोनी अब अकेला रह गया है. जोधपुर के माचिया पार्क में केट सेक्शन में वर्तमान में दो लॉयन, एक टाइगर और चार लेपर्ड हैं.
पढ़ें:राजस्थानः रणथंभौर में बाघिन टी-61 की मौत...पोस्टमार्टम के बाद हुआ अंतिम संस्कार
हीट वेव से मौत की आशंका: पश्चिमी राजस्थान में इन दिनों तापमान लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि बाघिन अंबिका की मौत शायद लू लगने से हुई हो. वह सोमवार को लंबे समय से नींद में सो रही थी. उसे उठाया नहीं गया और काफी समय निकालने के बाद भी अंबिका जब नहीं उठी, तब कर्मचारियों को शक हुआ. इस पर उन्होंने बाघिन को उठाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं उठी. जांच करने पर पता चला कि उसकी मृत्यु हो चुकी है. आशंका यह भी है कि पिंजरे में किसी सांप ने उसे सोते हुए डस लिया होगा. वास्तविक कारण पोस्टमार्टम से ही सामने आएगा.
ठंडक के इंतजाम भी है पिंजरे में: पथरीली सतह पर विकसित माचिया पार्क में वन्यजीवों को गर्मी से बचाने के लिए पिजरों के पास वाटर कूलर लगाए गए हैं. वन्य जीवों पर समय समय पर पानी भी डाला जाता है, लेकिन इन दिनों प्रचंड गर्मी के चलते ये इंतजाम नाकाफी हो रहे हैं. इसके अलावा गर्मी के चलते जीवों का खाना पीना वैसे भी कम हो जाता है. ऐसे में गर्मी की चपेट में उसकी मृत्यु होने की आशंका जताई जा रही है.