जयपुर: छोटी काशी जयपुर में जन्माष्टमी हर्षोल्लासपूर्वक मनाई जा रही है. भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों में विशेष आयोजन हो रहे हैं. जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में सुबह 4:30 बजे से ही बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंच गए. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की व्यवस्थाएं चाक चौबंद है. मंदिर और आसपास के इलाकों में बदमाशों पर सीसीटीवी कैमरों से विशेष नजर रखी जा रही है. विशेष तकनीकी युक्त सॉफ्टवेयर से जयपुर के तीन बड़े मंदिरों को जोड़ा गया है. इसमें गोविंद देव जी मंदिर, इस्कॉन मंदिर और अक्षय पात्र शामिल है. कैमरों के साथ फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है. बदमाशों के मंदिर में कदम रखते ही सॉफ्टवेयर अलर्ट भेजेगा.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि जयपुर शहर में जन्माष्टमी पर मंदिरों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. गोविंद देव जी मंदिर में सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में वहां एक हजार से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है.
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जयपुर शहर में जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण से संबंधित तीन बड़े मंदिर गोविंद देव जी, इस्कॉन मंदिर मानसरोवर, अक्षय पात्र मंदिर है. यहां पर होने वाले आयोजनों में लाखों श्रद्धालु आते हैं. इस भीड़ भाड़ का फायदा उठाकर आपराधिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं, जो भीड़ में जेब काटने, चैन स्नैचिंग, चोरी, मोबाइल स्नैचिंग, वाहन चोरी, छेड़छाड़ आदि वारदातों को अंजाम देते हैं. इन वारदातों को रोकने के लिए इस बार फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से ऐसे अपराधियों की धर पकड़ की जाएगी. इसके लिए सभी मंदिरों में सीसीटीवी कैमरों के साथ फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर इन्सटॉल किया गया है. इसमें प्रदेश और दूसरे राज्यों के सभी अपराधियों का डाटा और फोटो फीड किये गए हैं. जब भी ये अपराधी मंदिरों में पहुंचेंगे. कैमरा इन्हें डिटेक्ट कर लेगा. निगरानी के लिए तीनों मंदिरों पर एक- एक कन्ट्रोल रूम अलग से बनाकर टीम नियुक्त की गई है.
बदमाश की घुसपैठ पर मिलेगा अलर्ट: जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के मुताबिक अपराधी के आने का अलर्ट आते ही कन्ट्रोल रूम की ओर से टीम को सूचित किया जाएगा. इस पर पुलिस उसे तुरन्त हिरासत में ले लेगी. इस प्रकार आधुनिक तकनीक के माध्यम से कड़ी नजर रखी जा रही है.