राजसमंद : जिले में देवगढ़ थाना क्षेत्र के लसानी गांव में सोमवार शाम को छलकते एनिकट को पार कर रहे मौसेरे भाई-बहन सहित तीन बच्चे पानी में गिर गए. हादसे के बाद पंचायत व पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर तलाश शुरू की, लेकिन अंधेरा होने तक तीनों का कुछ पता नहीं चल पाया. देर रात तक राजसमंद से एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है, लेकिन अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया. अब मंगलवार सुबह तीनों की तलाश की जाएगी. फिलहाल मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात है.
लसानी सरपंच आसू मेवाड़ा ने बताया कि लसानी निवासी भोमा बागरिया के 15 वर्षीय पोता, 12 वर्षीय पोती और 12 वर्षीय अन्य किशोरी खेत से घर लौट रहे थे. तीनों छलकते एनिकट की पाल पर पैदल चलते हुए आ रहे थे. इसी दौरान पानी का बहाव तेज होने से संतुलन बिगड़ गया और तीनों एनिकट में गिर गए. हादसे की सूचना पर गांव से बड़ी तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बचाव शुरू किया. सूचना के बाद देवगढ़ थाना प्रभारी अनिल विश्नोई भी जाप्ते के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए.
इसे भी पढ़ें- खेलते-खेलते पैर फिसलने से तालाब में डूबे दो बच्चे, दोनों की मौत - Nagaur Incident
एनडीआरएफ की टीम बुलाई मौके पर : पुलिस ने गोताखोर की मदद से तलाश शुरू की, लेकिन बच्चों का कोई पता नहीं चल पाया. फिलहाल मौके पर परिजन, ग्रामीणों के साथ पुलिस मौजूद है. हादसे के बाद राजसमंद से आपदा प्रबंधन से जुड़े तैराक आवश्यक संसाधनों के साथ लसानी गांव पहुंच गए हैं, लेकिन अंधेरा होने से रेस्क्यू शुरू नहीं किया गया है. एनडीआरएफ के जवान भी मौके पर पहुंचे है.