दंतेवाड़ा: बारसूर थाना इलाके में माओवादियों के लगाए बम की चपेट में तीन भालू आ गए. नक्सलियों के लगाए आईईडी में विस्फोट होने से मादा भालू और उसके दो बच्चों की मौत हो गई. वन अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि तीन भालुओं की मौत धमाके की वजह से हुई है. जवानों को निशाना बनाने के लिए माओवादियों ने बम प्लांट किया था. मादा भालू और दोनों शावक उसी रास्ते से जा रहे थे. जैसे ही भालुओं के पैर बम पर पड़े उसमें ब्लास्ट हो गया. मौके पर ही तीनों भालुओं की मौत हो गई.
नक्सलियों के बम से भालुओं की मौत: बारसूर पुलिस के मुताबिक घटना कुछ दिनों पहले की है. भालुओं के शव मिलने के बाद इस बात का खुलासा हुआ. माओवादियों ने बम कोहकाबेड़ा इलाके में लगाया था. भालुओं के मारे जाने की जानकारी इलाके के आदिवासी ग्रामीणों ने पुलिस की दी. बारसूर थाना इलाका घोर नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. ये पूरा इलाका अबूझमाड़ जंगल से घिरा है.
दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED ने मादा भालू और उसके दो शावकों की जान ले ली. नक्सलियों की IED न सिर्फ सुरक्षाबलों के जवानों बल्कि निर्दोष जानवरों और आम लोगों को भी अपना शिकार बना लेती है. कितने मासूम IED ब्लास्ट में अपनी जान गंवा देते हैं. ये सब बंद होना चाहिए जल्द बस्तर इन सबसे मुक्त होगा. - विजय शर्मा, डिप्टी सीएम
घटना कुछ दिनों पहले की है. माओवादियों के लगाए बम की चपेट में आने से तीन भालुओं की मौत हुई. जिन तीन भालुओं की मौत हुई उसमें एक मादा भालू और उसके दो बच्चे शामिल हैं. - अधिकारी, वन विभाग
हमें गांव वालों ने सूचना दी कि जंगल में तीन भालुओं के शव पड़े हैं. जवानों को टारगेट करने के लिए माओवादियों ने बम लगाया था. - पुलिस अधिकारी
वन विभाग कर रही जांच: वन विभाग की टीम अब पुलिस की मदद से भालुओं के शव को लाने की तैयारी में है. दुर्गम और नक्सल इलाका होने के चलते जवान काफी सतर्कता बरत रहे हैं. बीते दिनों ही लकड़ी लाने वाले ग्रामीण की मौत प्रेशर आईडी की चपेट में आने से हो गई थी.
(सोर्स पीटीआई)