कोटा. शहर से दाढ़ देवी जाने वाले मार्ग के नजदीक भगवान श्रीनाथजी के चरण चौकी का मंदिर मोतीपुरा गांव में स्थित है. यह मंदिर श्रीनाथजी मंदिर नाथद्वारा के मंडल के अधीन संचालित किया जाता रहा है. इस मंदिर के पुजारी ने कुछ लोगों के खिलाफ कैथून थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें मंदिर को बम से उड़ाने का आरोप लगाया है. इसकी शिकायत मिलने के बाद कैथून थाना पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए कोटा ग्रामीण के पुलिस उप अधीक्षक बेनी प्रसाद मीणा का कहना है कि चरण चौकी मंदिर के पुजारी सोहनलाल मोतीपुरा गांव में पूजा करते हैं. पुजारी सोहनलाल के मुताबिक 15 अगस्त की रात 8 बजे के आसपास मंदिर के पास स्थित दरगाह पर कुछ लोगों ने नॉनवेज फूड पकाया था. इसका अपशिष्ट और बर्तनों को मंदिर के पास बहते पानी में धोया गया. इस पर मैंने और अन्य लोगों ने आपत्ति जताई. तब करीब 20 से 30 लोग चाकू लेकर मंदिर में प्रवेश कर गए. ये लोग मुझे जान से मारने की लिए दौड़े. हमने मंदिर का गेट बंद कर अपनी जान बचाई. यह लोग धार्मिक नारे लगा रहे थे. इसके साथ ही मंदिर में को बम से उड़ाने की धमकी भी हमें देकर गए हैं. पुजारी सोहनलाल का कहना है कि इन लोगों से जान का खतरा उन्हें है और मंदिर को भी है.
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डीएसपी मीणा का यह कहना है की सूचना जब यह मिली थी तब पुलिस मौके पर गई थी, लेकिन कोई व्यक्ति नहीं मिला है. ऐसे में कौन-कौन व्यक्ति वहां पर थे और क्या घटनाक्रम हुआ है इस संबंध में पड़ताल की जा रही है.
वीएचपी ने आईजी को दिया ज्ञापन, मंदिर के बाहर लगे सुरक्षा गार्ड : विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड़ से मुलाकात की. इस दौरान वीएचपी ने आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की. साथ ही चेतावनी दी कि अगर जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आगे उग्र और हिंसक आंदोलन हो सकता है. बजरंग दल के सह प्रांत मंत्री योगेश रेनवाल ने कहा कि हिंदू समाज को डराने की घटना बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. दूसरी तरफ कोटा ग्रामीण पुलिस ने भी इस मामले में गहनता से जांच शुरू कर दी है. सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर के बाहर गार्ड तैनात कर दिए गए हैं.