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इस बार बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी पर जोर, जरकन ड्रेस में भगवान कृष्ण देंगे दर्शन - Eco Friendly Janmashtami

इस बार बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी मनाई जा रही है. यहां बाकायदा कान्हा की खरीदरी को करने के बाद लोगों को उपहार स्वरूप तुलसी का पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है.

बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी
बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 25, 2024, 4:22 PM IST

Updated : Aug 25, 2024, 4:54 PM IST

बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी (Video Credit; ETV Bharat)

वाराणसी: देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर धूम मची हुई है. ऐसे में बनारस के बाजार सज गए हैं. इस बार बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी मनाई जा रही है. यहां कान्हा की खरीदारी करने वाले लोगों को उपहार स्वरूप तुलसी का पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है. वहीं, मार्केट की बात करें, तो इस बार जरकन ड्रेस की ज्यादा डिमांड हैं. लोग जरकन के कपड़े से अपने कान्हा का श्रंगार कर रहे हैं.

इको फ्रेंडली जन्माष्टमी को लेकर बनारस में दुर्गाकुंड सिद्ध करना मुकुट प्रतिष्ठान के गणेश पटेल ने नई शुरुआत की है. वो लोगों को भगवान कृष्ण की प्रतिमा, वस्त्र की खरीदारी के साथ तुलसी का पौधा भेंट में दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार जिस तरीके से गर्मी पड़ी उसने हम सबको पौधों को लगाने का संदेश दिया और इसी संदेश के साथ इस बार हम लड्डू गोपाल के जन्म दिवस पर हर किसी से पौधे को संरक्षित कर पौधारोपण की अपील कर रहे हैं. इसके लिए हम सभी को एक-एक तुलसी का पौधा उपहार स्वरूप दे रहे हैं.

बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी
बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी (Photo Credit: ETV Bharat)
जरकन ड्रेस की सबसे ज्यादा डिमांड वहीं, बाजार में अलग-अलग तरीके के झूले वस्त्र बांसुरी मौजूद है. सबसे ज्यादा महिलाएं जरकन डायमंड से बने हुए कपड़े व ज्वैलरी को पसंद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लड्डू गोपाल के श्रृंगार में बांसुरी, मुकुट,डिजाइनर वस्त्र हर सामान की लोग खूब खरीदारी कर रहे हैं. इनकी कीमत 30 से लेकर के 5000 तक है. वहीं, महिलाएं भी लड्डू गोपाल को तैयार करने के लिए खासा उत्साहित है. वह भगवान के लिए मैचिंग पोशाक ले रही हैं. महिलाओं का कहना है कि हर बार वह भगवान के लिए अलग-अलग ड्रेस खरीदती और इस बार उन्हें जरदोजी से बने हुए कपड़े ज्यादा पसंद आ रहे हैं, जिसकी वह खरीदारी कर रही हैं.इको फ्रेंडली जन्माष्टमी है खास: इको फ्रेंडली जन्माष्टमी के बाबत महिलाओं का कहना है कि यह एक अनोखी पहल है. हम सबको भी यह खूब पसंद आ रहा है. तुलसी का पौधा अपने आप में औषधि गुणों से भरा होता है. इसमें ऑक्सीजन सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में इस दुकान के जरिए शुरू की गई, यह पहल बहुत अच्छी है. भगवान के जन्मदिन के दिन यदि सब लोग पर्यावरण को संरक्षित करने का प्रण लेते हैं, तो यह हमारे और समाज के लिए बेहद लाभदायक है.

यह भी पढ़ें: लड्डू गोपाल की मूर्तियों ने बदली इस गांव की महिलाओं की तकदीर, देशभर से आ रही डिमांड

यह भी पढ़ें: WATCH: बृज में जन्माष्टमी की धूम, श्रद्धालुओं ने ढोल नगाड़े के साथ निकाली शोभायात्रा


बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी (Video Credit; ETV Bharat)

वाराणसी: देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर धूम मची हुई है. ऐसे में बनारस के बाजार सज गए हैं. इस बार बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी मनाई जा रही है. यहां कान्हा की खरीदारी करने वाले लोगों को उपहार स्वरूप तुलसी का पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है. वहीं, मार्केट की बात करें, तो इस बार जरकन ड्रेस की ज्यादा डिमांड हैं. लोग जरकन के कपड़े से अपने कान्हा का श्रंगार कर रहे हैं.

इको फ्रेंडली जन्माष्टमी को लेकर बनारस में दुर्गाकुंड सिद्ध करना मुकुट प्रतिष्ठान के गणेश पटेल ने नई शुरुआत की है. वो लोगों को भगवान कृष्ण की प्रतिमा, वस्त्र की खरीदारी के साथ तुलसी का पौधा भेंट में दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार जिस तरीके से गर्मी पड़ी उसने हम सबको पौधों को लगाने का संदेश दिया और इसी संदेश के साथ इस बार हम लड्डू गोपाल के जन्म दिवस पर हर किसी से पौधे को संरक्षित कर पौधारोपण की अपील कर रहे हैं. इसके लिए हम सभी को एक-एक तुलसी का पौधा उपहार स्वरूप दे रहे हैं.

बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी
बनारस में इको फ्रेंडली जन्माष्टमी (Photo Credit: ETV Bharat)
जरकन ड्रेस की सबसे ज्यादा डिमांड वहीं, बाजार में अलग-अलग तरीके के झूले वस्त्र बांसुरी मौजूद है. सबसे ज्यादा महिलाएं जरकन डायमंड से बने हुए कपड़े व ज्वैलरी को पसंद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लड्डू गोपाल के श्रृंगार में बांसुरी, मुकुट,डिजाइनर वस्त्र हर सामान की लोग खूब खरीदारी कर रहे हैं. इनकी कीमत 30 से लेकर के 5000 तक है. वहीं, महिलाएं भी लड्डू गोपाल को तैयार करने के लिए खासा उत्साहित है. वह भगवान के लिए मैचिंग पोशाक ले रही हैं. महिलाओं का कहना है कि हर बार वह भगवान के लिए अलग-अलग ड्रेस खरीदती और इस बार उन्हें जरदोजी से बने हुए कपड़े ज्यादा पसंद आ रहे हैं, जिसकी वह खरीदारी कर रही हैं.इको फ्रेंडली जन्माष्टमी है खास: इको फ्रेंडली जन्माष्टमी के बाबत महिलाओं का कहना है कि यह एक अनोखी पहल है. हम सबको भी यह खूब पसंद आ रहा है. तुलसी का पौधा अपने आप में औषधि गुणों से भरा होता है. इसमें ऑक्सीजन सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में इस दुकान के जरिए शुरू की गई, यह पहल बहुत अच्छी है. भगवान के जन्मदिन के दिन यदि सब लोग पर्यावरण को संरक्षित करने का प्रण लेते हैं, तो यह हमारे और समाज के लिए बेहद लाभदायक है.

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Last Updated : Aug 25, 2024, 4:54 PM IST
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