नई दिल्ली/गाजियाबाद: दुनिया भर में हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसके पीछे का उद्देश्य लोगों को कैंसर से बचाव और उसके लक्षण के प्रति जागरूक करना है. दुनिया भर में इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया जाता है. विश्व कैंसर दिवस 2024 की थीम है 'देखभाल के अंतर को बंद करें: हर कोई कैंसर देखभाल तक पहुंच का हकदार है.' कैंसर विश्व की दूसरी सबसे बड़ी जानलेवा बीमारी है. आइए जानते हैं इसके लक्षण और इस बीमारी से बचने के लिए किन रिस्क फैक्टर्स का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है.
कैंसर के लक्षण: कैंसर के कई लक्षण हो सकते हैं. ये हैं कुछ खास लक्षण-
- अचानक भूख न लगना या फिर भूख कम होना और वजन कम होना
- खाने को हलक से निगलने या फिर बोलने के दौरान दर्द महसूस होना
- त्वचा का मोटा हो जाना या फिर त्वचा के अंदर गांठ महसूस होना
- यदि आराम करने के बाद भी लगातार थकावट महसूस हो तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है.
कैंसर के रिस्क फैक्टर्स: देशभर में तंबाकू का सेवन बड़े स्तर पर किया जाता है. बाजार में विभिन्न प्रकार के तंबाकू के उत्पाद उपलब्ध हैं. इन उत्पादों का सेवन कर लोग इसके आदी हो जाते हैं, लेकिन किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करना हानिकारक है. यह कैंसर के प्रमुख कारकों में से एक है. वहीं अनहेल्दी डाइट लेना, पैक्ड फूड प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन व व्यायाम न करने से भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. वहीं प्रदूषण से भी लोगों को कैंसर होने का खतरा बना रहता है. हवा में मौजूद प्रदूषण नाक, साइनस, गले आदि के कैंसर का प्रमुख कारण है.
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एहतियात: हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन कर के कैंसर की संभावना को कम किया जा सकता है. इसके लिए नियत समय पर सोना और उठना, संतुलित आहार का सेवन करना, प्रतिदिन व्यायाम करना आदि बहुत जरूरी है. ऐसा करने से न सिर्फ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, बल्कि एक स्वास्थ जीवन जीने में भी मदद मिलती है. वहीं अगर आपको कैंसर का कोई भी लक्षण नजर आता है तो तुरंत चिकित्सीय परामर्श लें. कैंसर स्क्रीनिंग की मदद से कैंसर का पता लगाया जा सकता है. वहीं सही समय पर कैंसर का पता लगने से इससे ठीक होने की संभावनाएं भी अधिक हो जाती है.
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