अलवर: प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने माना कि प्रदेश में बाघिनों की कमी है. इस कमी को पूरा करने के लिए वन विभाग के उच्चाधिकारी उत्तराखंड़ व मध्यप्रदेश के वन अधिकारियों से बात कर रहे हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में राजस्थान में फीमेल टाइगर आएगी. प्रयास रहेगा कि सरिस्का में भी फीमेल टाइगर आए.
वन मंत्री संजय शर्मा ने अपने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर अलवर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जूली फलोरा एवं बिलायती बबूल को हटाकर भूरा सिद्ध क्षेत्र में मातृ वन में 10 हजार वनस्पति पौधे लगाए गए हैं. साथ ही कटीघाटी पर विकसित नगर वन में भी साढ़े तीन हजार पौधे लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से राजस्थान में जिला मुख्यालयों पर मातृवन एवं बड़े कस्बों में नगर वन तथा जहां भी लवकुश वाटिका के कार्य रूक गए थे, वहां भी कार्यों को पूरा कराया जा रहा है.
आगामी बजट में भी अलवर को मिलेंगी अच्छी सौगात: वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि प्रयास रहेगा कि पिछले बजट की तरह इस बजट में भी अलवर ही नहीं पूरे जिले को बड़ी सौगात दिलाने का रहेगा. उन्होंने दावा किया कि यह पहला बजट है जिसमें घोषणा के बाद विकास कार्यों के लिए बजट आंवटन के साथ ही टेंडर प्रक्रिया तक पहुंच गया. अलवर जिले के लिए मुख्यमंत्री ने गत बजट में पानी की योजनाओं सहित कई घोषणाएं की गई थी, उन्हें अमलीजामा पहनाने का कार्य किया जा रहा है.
एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर लगाए 366 पौधे: वन मंत्री शर्मा की ओर से मंत्री पद का दायित्व संभालने के एक वर्ष पूरा होने पर शुक्रवार को मूंगस्का में लवकुश वाटिका में 366 पौधे लगाए गए. उन्होंने कहा कि एक साल पूर्व मंत्री पद संभालने के दौरान नवाचार करते हुए प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था. इसे प्रतिदिन एक पौधा लगाकर पूरा किया गया है.