अलवर. गर्मी का असर अब शिशुओं पर पड़ रहा है. अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. हालात यह है कि शिशु अस्पताल में एक बेड पर दो से तीन बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है. ज्यादातर मरीज उल्टी, दस्त व जुकाम, बुखार से पीड़ित आ रहे हैं. अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 500 से 550 तक मरीज पहुंच रहे हैं.
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान ने कहा कि अलवर में सीमावर्ती हरियाणा राज्य और भरतपुर जिले से काफी संख्या में मरीज शिशु चिकित्सालय में आते हैं. इस कारण भी अलवर के सरकारी अस्पताल पर मरीजों का दबाव रहता है. डॉक्टर चौहान ने बताया कि बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के मरीज भी आते हैं.
अस्पताल में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन की ओर से अतिरिक्त बेड लगाने के प्रयास किया जा रहे हैं. अस्पताल में नर्सिंग कर्मी सहित अन्य स्टाफ 47 का है. अस्पताल में उल्टी दस्त संक्रमण के मरीज आ रहे हैं. छोटे बच्चों को कूलर व एसी में रखने से कुछ जुकाम व बुखार के मरीज पिछले दिनों में बढ़े है.
हरियाणा के मरीज भी आ रहे: पीएमओ सुनील चौहान ने बताया कि अलवर के सरकारी अस्पताल में निशुल्क व अच्छा इलाज मिल रहा है. इसके चलते अन्य राज्यों के मरीज़ भी अलवर शिशु अस्पताल पहुच रहे हैं. यही कारण है कि राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय, राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में मरीजों का दबाव बढ़ रहा है. प्रदेश के अलवर जिले में अन्य जिलों की तुलना में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था है. इसके चलते ही मरीजों का रुख अलवर की ओर हो रहा है.