जयपुर : प्रदेश में बुधवार से कम प्रभाव वाला और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. मौसम विभाग ने जयपुर और भरतपुर संभाग में जनवरी के अंत तक कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की वर्षा की संभावना जताई है. विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, टोंक, सवाईमाधोपुर, बूंदी, बारां और कोटा जिलों में इस दौरान बूंदाबांदी और हल्की वर्षा होने की संभावना है. इससे प्रदेश के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस का इजाफा भी हो सकता है. बुधवार को प्रदेश के मौसम में आने वाले बदलाव के बीच जयपुर और भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं, पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहने की संभावना है.
फरवरी में फिर आएगा पश्चिमी विक्षोभ : मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल राज्य में ठंडी हवाओं का प्रभाव बना हुआ है. इस बीच 29 जनवरी के बाद तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है. विभाग के अनुसार फरवरी के पहले सप्ताह में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. 2 फरवरी से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में सक्रिय होने का अनुमान है. स्थानीय स्तर पर भी सिस्टम सक्रिय होने से 3 फरवरी को भरतपुर और जयपुर संभाग में बादल छा सकते हैं, तो कहीं-कहीं बारिश का अनुमान है. फरवरी में नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद सर्दी बढ़ने के आसार हैं. 3 फरवरी को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में बारिश होने की संभावना जताई गई है. इस सिस्टम का असर दो या तीन दिन रह सकता है.
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पाले से फसलों में नुकसान की आशंका : फिलहाल प्रदेश में रात के दौरान एक दर्जन से अधिक जिलों में तापमान गिर रहा है, जिसके साथ पाला गिरने से किसान भी परेशान नजर आ रहे हैं. रविवार के बाद बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया है. जाहिर है कि फिलहाल सरसों और गेहूं की फसल में पकने का समय है, ऐसे में पाला गिरने से फसल खराब होने का अंदेशा है, जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.