जयपुर. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदन में आज यानी 23 जुलाई को बजट पेश करने जा रहीं हैं. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का ये पहला बजट है. संसद के मानसून सत्र के दौरान ये बजट पेश किया जाएगा. माना जा रहा है कि इस बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नागरिकों को लाभ पहुंचाने वाली तमाम योजनाओं पर फोकस कर सकती हैं, साथ ही ये बजट जन कल्याण पर केंद्रित रह सकता है. महिला वित्त मंत्री बजट पेश कर रही है तो महिलाओं को कुछ ज्यादा उम्मदें है, खास तौर पर महंगाई, स्वरोजगार, लुप्त होती संस्कृति और महिला स्वास्थ्य जैसी उम्मीदें है. जानिए महिला वित्त मंत्री से क्या है प्रदेश की महिलाओं को उम्मीद .
राजस्थानी कला संस्कृति के लिए हो विशेष घोषणा : सामाजिक और कला - संस्कृति कार्यकर्ता डॉ. मनीषा सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है, जिस तरह से हम देखते हैं कि हर बार बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम और खास सभी के लिए कुछ ना कुछ देने की कोशिश की है. इसी तरह से इस बार में भी बजट में आम और खास सभी के लिए उम्मीद करके चल रहे हैं कि अच्छा बजट होगा. मैं सामाजिक कार्यकर्ता हूं और राजस्थानी कल्चर पर काम करती हूं ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि राजस्थान जो कि अपनी कला और संस्कृति के लिए पहचान रखता है, यहां के ऐतिहासिक धरोहर देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है. उनके लिए इस बजट में विशेष पैकेज का प्रावधान किया जाए. इसके साथ ही केंद्र में इस बार कला संस्कृति मंत्री राजस्थान के गजेंद्र सिंह शेखावत हैं ऐसे में हमारी उम्मीदें और ज्यादा बढ़ जाती है. राजस्थान की विलुप्त होती संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में कुछ अच्छे प्रावधान कि हम उम्मीद कर रहे हैं. इसके साथ राजस्थान के लोक कलाकारों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है, इनके लिए विशेष पैकेज केंद्र की मोदी सरकार को देना चाहिए. मनीषा ने कहा कि महिला होने के नाते एक महिला वित्त मंत्री से हम महंगाई कम करने की भी उम्मीद करके चल रहे हैं, इसके साथ बढ़ते डिजिटल के दौर में बालिकाओं और बालकों को वर्चुअल टच की जानकारी दी जाये इसके लिए विशेष घोषणा जरुरी है.
महिला स्वास्थ्य पर फोकस हो : मिसेज एशिया इंटरनेशनल और डॉक्टर अनुपमा सोनी कहती हैं कि बजट में हर साल वित्त महिलाओं को प्रमुखता से स्थान देती हैं, लेकिन फिर हमें लगता है की बीमारियां और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हर साल बढ़ती रहती है. खास कर कोविड के बाद से जिस तरह से परिवर्तन आया है स्वास्थ्य के अंदर बहुत कम उम्र में कई तरह की बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में लिया है, जो कि देश के लिए बड़ी चुनौती है. इसलिए हम चाहते हैं कि जब महिला वित्त मंत्री होने के नाते महिला स्वास्थ्य के ऊपर इस बजट में फोकस किया जाना चाहिए. सर्वाइकल वैक्सीन को लेकर जो सरकार की स्कीम से इसका कड़ाई से पालन होनी चाहिए. अनुपमा ने कहा कि बहुत सारी योजना चल रही है. हम चाहते हैं इस बजट में देश की बच्चियों को नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराई जाए ताकि हाइजीन की वजह से होने वाली बीमारियों से सहायता मिल सके.
राजस्थानी भाषा को मिले मान्यता : राजस्थानी भाषा को लेकर काम करने वाली सुमन सिसोदिया ने कहा कि लंबे समय से राजस्थान में राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग हो रही है. केंद्र में कला संस्कृति मंत्री राजस्थान के गजेंद्र सिंह शेखावत है, तो ऐसे में हमारी उम्मीद बढ़ जाती है कि वह राजस्थान की इस मांग को पूरा करेंगे. हम यह उम्मीद कर रहे हैं कि राजस्थान की कला संस्कृति पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके साथ ही तो लंबे समय से मायड़ भाषा की मांग है वह पूरी होगी. वहीं गृहणी वाली दिव्या भटनागर कहती है कि एक महिला के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है उसका घर का बजट जो किचन से शुरू होता है. उन्हें उम्मीद है कि जब निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश कर रही होंगी तो उस समय देश की आधी आबादी जो किचन संभालती है. उनके उस बजट की ओर देखेंगे और महंगाई कैसे काम की जा सकती है इस पर कुछ विशेष प्रावधान इस बजट में करेंगी. उन्होंने कहा कि कुछ उद्योगों में अगर छूट दी जाए तो महंगाई कम की जा सकती है. इस बजट से देश की हर महिला को महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है.