अजमेर: पुष्कर के गायत्री शक्तिपीठ मंदिर से मंगलवार को प्रसिद्ध आध्यात्मिक यात्रा निकाली गई. यह यात्रा पिछले दो दशक से निकाली जा रही है. इसमें विभिन्न धर्मों के गुरु शामिल हुए. केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस यात्रा में पुष्कर के स्थानीय नागरिकों के अलावा देशभर से आए साधु, संत, महंत और श्रद्धालु शामिल हुए. इनके अलावा प्रशासनिक और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी आध्यात्मिक यात्रा में मौजूद रहे. यह आध्यात्मिक यात्रा वाराह घाट चौक, नगर परिषद, ब्रह्म चौक, ब्रह्मा मंदिर के सामने से होते हुए पुष्कर मेला मैदान पहुंची.
मनमोहक झांकियां भी थी यात्रा में: आध्यात्मिक यात्रा में मनमोहक झांकियां भी शामिल थी. इसमें लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. आध्यात्मिक यात्रा के साथ अखाड़े शामिल हुए. यात्रा में शामिल लोगों का पुष्कर के मेला मैदान में स्वागत किया गया और उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
विश्व बंधुत्व का दिया संदेश: आध्यात्मिक यात्रा में विश्व बंधुत्व और विश्व शांति का संदेश दिया गया. यात्रा में सर्व धर्म मैत्री संघ से जुड़े हुए पदाधिकारी भी शामिल हुए. इनमें हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई, जैन आदि धर्म और समाज के लोग भी शामिल थे. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि सनातन धर्म मजबूत हो. पीएम नरेंद्र मोदी का सपना पूरा हो और भारत देश विश्व गुरु और विकसित राष्ट्र बने.
यात्रा में शामिल हुए विभिन्न धर्मों के गुरु: अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सदर सैयद गुलाम किबरिया ने कहा कि पुष्कर मेले के सफल आयोजन के लिए सभी को मुबारकबाद. हम सब मिलकर यह दुआ करते हैं कि हमारे मुल्क में आपसी मोहब्बत और भाईचारा कायम रहे. हमारी इंसानी तहजीब है कि हर मजहब का सम्मान किया जाए. यह हमारी जिम्मेदारी भी है. हम यहां से यह संदेश देना चाहते हैं कि हम सब एक हैं. हम सब हिंदुस्तानी हैं. फादर कॉसमॉस शेखावत ने कहा कि आध्यात्मिक यात्रा के माध्यम से पूरे विश्व में यहां से बहुत ही खूबसूरत संदेश जा रहा है कि एक मंच पर सभी धर्म के लोग यहां मौजूद हैं.अजमेर और पुष्कर आने वाले सभी लोग यहां से मोहब्बत और भाईचारे का संदेश लेकर जाते हैं. बता दें कि पुष्कर में इन दिनों आयोजनों का दौर चल रहा है. यहां पुष्कर पशु मेला परवान पर है. दूसरी और कार्तिक मेला भर रहा है.