शिवहर: बागमती दियारे से सटे पिपराही थाना क्षेत्र के बेलवा नरकटिया गांव में सियारों का आतंक लगातार जारी है. 7 लोगों को काट कर जख्मी कर चुके सियारों के झुंड ने शुक्रवार की रात भी 7 लोगों को काटकर जख्मी कर दिया. इसके चलते शुक्रवार की पूरी रात लोग रतजगा करने को मजबूर दिखे.
शिवहर में सियार का आतंक: वहीं ग्रामीणों ने बताया कि गीदड़ रात को निकलता है जबकि नरकटिया बेलवा गांव बागमती नदी के किनारे होने के कारण यह सियार लोगों को अपना शिकार बना रहा है. घटना की सूचना के बाद बीडीओ आदित्य सौरभ के निर्देश पर फारेस्टर श्रवण कुमार सोरेन के नेतृत्व में शनिवार की रात और दिन में वन विभाग की टीम ने बेलवा-नरकटिया गांव में पहुंचकर सिर्फ पटाखा बजाया.
"वन विभाग की टीम के द्वारा कुछ नहीं किया गया, सिर्फ बांध पर पटाखा बजाकर वह लोग चले गए. जबकि हम लोगों ने कहा कि वन विभाग की टीम हमारे साथ चले. हम लोग जंगल में खोजने चलते हैं. मगर वन विभाग की टीम ने साफ-साफ इनकार कर दिया कि हम लोग जंगल में नहीं जाएंगे-".- ग्रामीण
सियार ने सात लोगों को काटा: बेलवा नरकटिया गांव में पिछले पांच छह दिनों से दो दर्जन से अधिक सियारों का झुंड आतंक का कारण बन गया है. शाम ढलने के बाद से लेकर सुबह होने तक सियार लोगों के घरों में घुस जा रहे हैं. वहीं सामान को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं इस दौरान लोगों पर हमले भी कर रहे हैं. इसके अलावा फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
जख्मियों का इलाज जारी: गुरुवार की रात से लेकर रविवार तक सियारों ने आतंक मचाते हुए महिला व बच्चे सहित दर्जनों ग्रामीणों पर हमला कर दिया. सियार के हमले में जख्मी महेश सहनी, विक्रम सहनी, रिंकी देवी, राजू कुमार, रितेश कुमार, इंद्रदेव सहनी व शोभा देवी सहित सात का इलाज पिपराही पीएचसी में कराया गया. जबकि एक का इलाज निजी चिकित्सक के यहां कराया गया. वहीं सरकारी अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरतने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी भी देखने को मिली.
एक सियार को ग्रामीणों ने मारा: बता दें कि ग्रामीणों ने एक सियार को पकड़ कर मार डाला था. बावजूद इसके शुक्रवार की रात सियारों ने जिहुली निवासी दो राहगीरों व दो ग्रामीण सहित चार को काट कर जख्मी कर दिया. गांवों में सियारों के आतंक से लोग भयभीत है. खासकर रात को लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है.
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