पटना: बिहार के संस्कृत और मदरसा के शिक्षकों और कर्मियों के लिए खुशखबरी है. संस्कृत और मदरसा के शिक्षक और कर्मियों के वेतन में काफी इजाफा हो जाएगा. शिक्षा विभाग के प्रमुख के सचिव केके पाठक ने मदरसा और संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मियों को पांचवां और छठा वेतनमान देने का फैसला किया है. इन संस्थाओं के शिक्षकों और कर्मियों को यह लाभ 1 जुलाई 2023 को शिक्षा विभाग के निर्णय के आलोक में दिया जाएगा.
मदरसा और संस्कृत महाविद्याय को 21 अरब: शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में दिशा निर्देश के साथ पत्र भी जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही महालेखाकार को भी इस फैसले के कारण होने वाले व्यय से अवगत करा दिया गया है. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में 21 अरब से अधिक की राशि का बजटीय प्रावधान किया है. इसके तहत शिक्षा विभाग ने मदरसा के लिए 12.80 अरब रुपए के बजट में से 4.68 अरब रुपया जारी कर दिया है. वहीं संस्कृत विद्यालयों के लिए 8.69 अरब के बजट का प्रावधान किया गया है जिसमें 3.10 अरब रुपया जारी कर दिया गया है.
शिक्षक और कर्मियों का बढ़ेगा वेतन: जारी पत्र के अनुसार पंचम वेतन और पुनरीक्षण का लाभ 11 अप्रैल 1989 से और छठा वेतन पुनरीक्षण का लाभ 1 अप्रैल 2007 से देय है. इस वित्तीय लाभ के लिए मदरसा और संस्कृत विद्यालयों के शिक्षक और कर्मी लंबे समय से प्रयास कर रहे थे. अब सरकार ने इसे पूरा करने का निर्णय लिया है. सरकार की इस फैसले से संस्कृत और मदरसा विद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों के वेतन में काफी इजाफा होगा.
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