पटना: बिहार में शिक्षा विभाग की तरफ से प्रतिदिन सरकारी स्कूलों के निरीक्षण का निर्देश दिया गया है, लेकिन जिले में विभाग के अधिकारी निरीक्षण कार्य में अधिक रुचि नहीं ले रहे हैं. ऐसे में अब सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अपने पोषण क्षेत्र में ही रहते हुए कम से कम 10 विद्यालयों का निरीक्षण करना होगा. मंगलवार को पटना जिले के सरकारी स्कूलों के निरीक्षण कार्य में तेजी लाने को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की ऑनलाइन बैठक आयोजित कर उन्हें दिशा निर्देश दिया है.
विभाग के पास आ रही थी शिकायत: दरअसल, शिक्षा विभाग के पास लगातार इस बात को लेकर कंप्लेंट आ रही थी कि प्रखंड में पदस्थापित अधिकतर पदाधिकारी और कर्मी जिला मुख्यालय में आवास लेकर रहते हैं. जिस वजह से तय सीमा के अंदर निरीक्षण नहीं कर पा रहे हैं.
48 घंटे के अंदर आवास लेने का आदेश: ऐसे में पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रखंड में पदस्थापित पदाधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने प्रखंड या अनुमंडल मुख्यालय में 48 घंटे के अंदर आवास लेकर रहना सुनिश्चित करेंगे. आवासन की पूरी व्यवस्था का सूचना डीईओ कार्यालय को मेल के माध्यम से देना होगा.
विद्यालयों के निरीक्षण का निर्देश: पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने जिले के सभी 329 निरीक्षण कर्ताओं को प्रतिदिन अनिवार्य रूप से अपनी पोषण क्षेत्र में 10 विद्यालयों के निरीक्षण का निर्देश दिया है. इसके साथ ही निरीक्षण कार्य का फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने का भी निर्देश दिया है.
व्हाट्सएप ग्रुप में भेजना होगा फोटो: डीईओ संजय कुमार की माने तो 15 अप्रैल को अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग द्वारा सभी निरीक्षण कर्ताओं को प्रत्येक कार्य दिवस में 10 स्कूलों का निरीक्षण कर कैमरे से फोटो लेकर व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने का निर्देश दिया है.
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