धमतरी: नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद अब स्कूलों में पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है, लेकिन धमतरी के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की किल्लत लगातार बनी हुई है. अब जिले के 150 शिक्षक सेवा प्रदाताओं ने लंबित वेतन की मांग के साथ ही नए सत्र में फिर से नियुक्ति की मांग रखी है.
कलेक्टर के सामने रखी अपनी बात: दरअसल, शिक्षक सेवा प्रदाता कलेक्टर की ओर से नियुक्त किए जाते है. इसमें पढ़े-लिखे बेरोजगार युवक-युवतियों को लिया जाता है. ये शिक्षकों की कमी दूर करने का जिलास्तरीय तरीका है. धमतरी कलेक्टर पहुंचे प्रदाताओं ने बताया कि उन्हें पिछले सत्र के दो महीनों के वेतन नहीं मिले हैं. धमतरी कलेक्टर ने इस मामले में उचित कदम उठाने की बात कही है.
जिले में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए शिक्षक सेवा प्रदाता को भर्ती करके रिक्त पदों की पूर्ति की जा सकती है. ज्यादातर स्कूलों में शिक्षक की कमी के कारण बच्चों का भविष्य अंधकार में है. अभिभावक अपने बच्चों का टीसी निकाल रहे हैं. इस सत्र में भी शिक्षक सेवा प्रदाताओं को काम पर रखा जाए, जिससे शिक्षा और भी अच्छे से हो सके. -शिक्षा प्रदाता
कलेक्टर ने दिया आश्वासन: जिले के शिक्षक सेवा प्रदाता सोमवार को बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंचे. कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. शिक्षक सेवा प्रदाता से जुड़े शिक्षकों ने बताया कि वे पिछले सत्र में अलग-अलग स्कूलों में अपनी सेवाएं दिए हैं, लेकिन दो माह का वेतन उन्हें नहीं मिला है. इसके साथ ही इस सत्र से उन्हें काम नहीं मिला है, जिसकी वजह से लगभग डेढ़ सौ शिक्षक सेवा प्रदाता फिर से बेरोजगार हो गए हैं. उन्हें वापस काम पर रखा जाए.वहीं, इस मामले में धमतरी जिला कलेक्टर नम्रता गांधी का कहना है कि इस समस्या को चेक करवाया जाएगा. भर्ती प्रक्रिया शासन स्तर का मामला है.