इंदौर (PTI)। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर सीट पर अंतिम समय में कांग्रेस के बाहर होने पर आश्चर्य व्यक्त किया है. उन्होंने कहा "ऐसा नहीं होना चाहिए था. लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतदाताओं को निर्णय लेने का अधिकार है. इस घटनाक्रम की कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि दीवार पर लिखा था कि इंदौर में बीजेपी को कोई नहीं हरा सकता." गौरतलब है कि इंदौर में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए उसके उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना नाम वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए.
सुमित्रा महाजन इंदौर से 8 बार चुनाव जीती
इंदौर से सुमित्रा महाजन ने 1989 से लगातार 8 बार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस उम्मीदवार को चुनाव में ऐसा नहीं करना चाहिए था. एक तरह से उन्होंने अपनी पार्टी (कांग्रेस) को भी धोखा दिया." महाजन ने कहा "वह उन परिस्थितियों से अनजान थीं जिनके कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई." 'ताई' के नाम से लोकप्रिय 81 वर्षीय भाजपा नेता सुमित्रा महाजन ने कहा "मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ था. ये सब हमारे लोगों ने किया है तो ये गलत है. अगर कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी मर्जी से ऐसा किया है तो मैं भी उनसे कहूंगी कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. अगर उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल कर दिया है तो चुनाव लड़ना चाहिए."
शिक्षित लोगों ने कहा- वे नोटा का बटन दबाएंगे
महाजन ने कहा "इंदौर लोकसभा सीट के इतिहास में अपनी तरह के पहले चुनावी बदलाव के बाद शहर के कुछ शिक्षित लोगों ने उन्हें फोन करके कहा कि वे नोटा विकल्प दबाएंगे क्योंकि उन्हें भाजपा की बात पसंद नहीं है. मैंने उन्हें समझाया कि भाजपा ने इस संबंध में कुछ नहीं किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी अपनी मूल विचारधारा पर कायम है. हमारे उम्मीदवार (शंकर लालवानी) मैदान में हैं. इसलिए उन्हें इसके बजाय भाजपा को वोट देना चाहिए." गौरतलब है कि 2019 में भाजपा के शंकर लालवानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पंकज संघवी को 5.48 लाख वोटों से हराया था. भाजपा ने इंदौर से लालवानी को फिर से मैदान में उतारा है. इंदौर घटनाक्रम से ठीक एक हफ्ते पहले बीजेपी ने यहां 8 लाख वोटों के अंतर से जीत का नारा दिया था.
राहुल गांधी के दो जगह से चुनाव लड़ने पर क्या बोली
महाजन ने कहा "उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि सूरत में क्या हुआ था क्योंकि वह उस समय गुजरात शहर में मौजूद नहीं थीं." कांग्रेस के राहुल गांधी के अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ने पर महाजन ने कहा "क्या यह सार्थक नहीं है कि गांधी पूरे देश का दौरा करके कड़ी मेहनत कर रहे हैं? अगर वह अपनी लोकसभा सीट बदल रहे हैं तो बदलने दीजिए. अच्छी बात है." महाजन ने कहा कि गांधी को पूरे देश को सही नजरिए से देखना चाहिए ताकि जब वह विपक्ष में बैठें तो उन्हें बुनियादी मुद्दों की अच्छी जानकारी हो और वह देश के लिए बोल सकें.
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बीजेपी के 400 पार के नारे पर भी दिया जवाब
अपनी पार्टी के चुनावी नारे 'अबकी बार, 400 पार' पर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर महाजन ने कहा "जब कोई छात्र पूरे साल मन लगाकर पढ़ाई करता है और मानता है कि उसे प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होना है, तो हमें उसका बयान क्यों खोजना चाहिए. कम निशाना लगाना अपराध है." महाजन ने दावा किया कि देश के विकास, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और नागरिकता (संशोधन) कानून को लागू करने के आधार पर भाजपा इस बार 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतने का नारा लगा रही है.