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हरियाणा में गन्ना किसानों की बल्ले-बल्ले, MSP पर खरीदी जा रही फसल, एक एकड़ से दो लाख रुपये तक का मुनाफा

नूंह में गन्ना किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. अच्छी पैदावार होने के कारण किसानों का गन्ना खेत में अच्छे रेट में बिक रहा है.

NUH SUGARCANE FARMERS IN PROFIT
गन्ना किसानों के खिले चेहरे (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 26, 2024, 8:51 AM IST

नूंह: जिले के पुनहाना खंड के मामलीका, बादली, मोहम्मदपुर गांव के गन्ना उत्पादक किसान काफी खुश हैं. किसानों की खुशी का कारण है कि उनको सरकार की ओर से गन्ने की अच्छी कीमत मिल रही है. हालांकि नूंह के गन्ना किसानों को खेत में ही सरकारी भाव से भी अच्छे रेट में गन्ने की हाथों हाथ बिक्री हो रही है. खरीददार अपनी ट्रैक्टर, ट्राली या फिर रिक्शा लेकर खेतों में ही किसान के पास पहुंच जाते हैं और 450-500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गन्ना खरीद कर बेचते हैं.

गन्ना किसानों को मिल रहा लाभ: नूंह जिले के मामलीका गांव की बात करें तो, यहां किसानों को अच्छा रेट मिलने से उनको आर्थिक लाभ हो रहा है. यही कारण है कि किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. यहां सुबह से ही पूरा परिवार खेतों की तरफ निकल जाता है. गन्ने की छिलाई कर खेत में ही तुलाई का कांटा लगाकर खरीदारों को गन्ना बेचा जा रहा है. मामलीका गांव में 17, 18 और 19 नंबर के गन्ने की किस्म उगाई जाती है. इस बार इन किस्मों के गन्ने की अच्छी पैदावार हुई है.

गन्ना किसानों को हो रहा बंपर मुनाफा (ETV Bharat)

इस कारण होती है अच्छी पैदावार: दरअसल, उजीना ड्रेन इस गांव के पास से होकर गुजरती है, इसलिए यहां की जमीन में भी पानी है. यहां नहरी पानी भी गन्ने की फसल को आसानी से मिल जाता है. बरसात इस बार अच्छी हुई है, इसलिए गन्ने की फसल पिछले सालों की तुलना में इस बार और अधिक अच्छी हुई है. हालांकि रकबा इस बार घटा है. अधिक बरसात से 200 एकड़ के करीब फसल कम हुई है. किसानों को एक एकड़ गन्ने की फसल से एक से दो लाख रुपए तक का मुनाफा हो रहा है.

किसानों को हो रहा दुगना लाभ: सबसे खास बात यह है कि अधिकतर किसान गन्ने की फसल बेचकर इस जमीन में गेहूं की बिजाई करते हैं. या फिर जिन किसानों का गन्ना इस समय बेचा जा रहा है. वह पछेती गेहूं की किस्म की बिजाई कर इस खेत से दो पैदावार ले रहे हैं. यही वजह है कि यहां के किसान परंपरागत खेती को छोड़कर इस गन्ने की खेती को अपना रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.

परंपरागत खेती छोड़ गन्ने के खेती करने की सलाह: इस बार गन्ने की पैदावार को लेकर मामलीका गांव की महिला किसान नसरी ने कहा कि इस बार फसल अच्छी हुई है. दाम भी अच्छा मिल रहा है. वहीं, गन्ना खरीदने आए दिन मोहम्मद ने कहा कि हम खेत में ही आकर गन्ना खरीदकर ले जाते हैं और दूसरे जगह बेच देते हैं. इससे हमें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है. वहीं, गन्ना मजदूरों का कहना है कि गन्ने की खेती से बेहतर लाभ मिल रहा है. ऐसे में किसानों को परंपरागत खेती को छोड़कर गन्ने की खेती को अपनाना चाहिए.

इस बार गन्ने की फसल अच्छी हुई है. बारिश के कारण कई जगहों पर दिक्कत तो हुई है, लेकिन हमारे यहां फसल भी अच्छी हुई है और खेत में ही गन्ना की बिक्री अच्छी कीमत पर हो रही है. इससे हमें लाभ मिल रहा है. -आरिफ, किसान

हाथों हाथ बिक जाता है गन्ना: बता दें कि इस गांव के गन्ने की फसल की चर्चा पूरे क्षेत्र में है. इस गांव का गन्ना हाथों-हाथ बिक जा रहा है. यही कारण है कि यहां के किसान हर साल गन्ने की खेती पर ध्यान देते हैं. इस फसल से आम के आम और गुठलियों के दाम वाली कहावत भी सही साबित हो रही है, क्योंकि गन्ना आसानी से बिक रहा है तो पशुओं के लिए हरा चारा भी आसानी से मिल जा रहा है. इससे दुधारू पशुओं में दूध की मात्रा भी बढ़ रही है. कुल मिलाकर गन्ने की फसल से किसानों को बेहद लाभ मिल रहा है. यहां ट्रैक्टर-ट्राली, रिक्शा से गन्ना ले जाकर गांव में बेचने वाले दर्जनों लोग 800-1000 रुपए कमा लेते हैं.

ये भी पढ़ें:पंजाब ने गन्ने के दाम में की वृद्धि, हरियाणा से पांच रुपए ज्यादा किए दम, जानिए अभी दोनों प्रदेशों में क्या है भाव?

ये भी पढ़ें:नूंह में गन्ना किसान हो रहे मालामाल, खेत में ही सरकारी दाम से अच्छे भाव मिलने से गन्ना किसान खुश

नूंह: जिले के पुनहाना खंड के मामलीका, बादली, मोहम्मदपुर गांव के गन्ना उत्पादक किसान काफी खुश हैं. किसानों की खुशी का कारण है कि उनको सरकार की ओर से गन्ने की अच्छी कीमत मिल रही है. हालांकि नूंह के गन्ना किसानों को खेत में ही सरकारी भाव से भी अच्छे रेट में गन्ने की हाथों हाथ बिक्री हो रही है. खरीददार अपनी ट्रैक्टर, ट्राली या फिर रिक्शा लेकर खेतों में ही किसान के पास पहुंच जाते हैं और 450-500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गन्ना खरीद कर बेचते हैं.

गन्ना किसानों को मिल रहा लाभ: नूंह जिले के मामलीका गांव की बात करें तो, यहां किसानों को अच्छा रेट मिलने से उनको आर्थिक लाभ हो रहा है. यही कारण है कि किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. यहां सुबह से ही पूरा परिवार खेतों की तरफ निकल जाता है. गन्ने की छिलाई कर खेत में ही तुलाई का कांटा लगाकर खरीदारों को गन्ना बेचा जा रहा है. मामलीका गांव में 17, 18 और 19 नंबर के गन्ने की किस्म उगाई जाती है. इस बार इन किस्मों के गन्ने की अच्छी पैदावार हुई है.

गन्ना किसानों को हो रहा बंपर मुनाफा (ETV Bharat)

इस कारण होती है अच्छी पैदावार: दरअसल, उजीना ड्रेन इस गांव के पास से होकर गुजरती है, इसलिए यहां की जमीन में भी पानी है. यहां नहरी पानी भी गन्ने की फसल को आसानी से मिल जाता है. बरसात इस बार अच्छी हुई है, इसलिए गन्ने की फसल पिछले सालों की तुलना में इस बार और अधिक अच्छी हुई है. हालांकि रकबा इस बार घटा है. अधिक बरसात से 200 एकड़ के करीब फसल कम हुई है. किसानों को एक एकड़ गन्ने की फसल से एक से दो लाख रुपए तक का मुनाफा हो रहा है.

किसानों को हो रहा दुगना लाभ: सबसे खास बात यह है कि अधिकतर किसान गन्ने की फसल बेचकर इस जमीन में गेहूं की बिजाई करते हैं. या फिर जिन किसानों का गन्ना इस समय बेचा जा रहा है. वह पछेती गेहूं की किस्म की बिजाई कर इस खेत से दो पैदावार ले रहे हैं. यही वजह है कि यहां के किसान परंपरागत खेती को छोड़कर इस गन्ने की खेती को अपना रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.

परंपरागत खेती छोड़ गन्ने के खेती करने की सलाह: इस बार गन्ने की पैदावार को लेकर मामलीका गांव की महिला किसान नसरी ने कहा कि इस बार फसल अच्छी हुई है. दाम भी अच्छा मिल रहा है. वहीं, गन्ना खरीदने आए दिन मोहम्मद ने कहा कि हम खेत में ही आकर गन्ना खरीदकर ले जाते हैं और दूसरे जगह बेच देते हैं. इससे हमें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है. वहीं, गन्ना मजदूरों का कहना है कि गन्ने की खेती से बेहतर लाभ मिल रहा है. ऐसे में किसानों को परंपरागत खेती को छोड़कर गन्ने की खेती को अपनाना चाहिए.

इस बार गन्ने की फसल अच्छी हुई है. बारिश के कारण कई जगहों पर दिक्कत तो हुई है, लेकिन हमारे यहां फसल भी अच्छी हुई है और खेत में ही गन्ना की बिक्री अच्छी कीमत पर हो रही है. इससे हमें लाभ मिल रहा है. -आरिफ, किसान

हाथों हाथ बिक जाता है गन्ना: बता दें कि इस गांव के गन्ने की फसल की चर्चा पूरे क्षेत्र में है. इस गांव का गन्ना हाथों-हाथ बिक जा रहा है. यही कारण है कि यहां के किसान हर साल गन्ने की खेती पर ध्यान देते हैं. इस फसल से आम के आम और गुठलियों के दाम वाली कहावत भी सही साबित हो रही है, क्योंकि गन्ना आसानी से बिक रहा है तो पशुओं के लिए हरा चारा भी आसानी से मिल जा रहा है. इससे दुधारू पशुओं में दूध की मात्रा भी बढ़ रही है. कुल मिलाकर गन्ने की फसल से किसानों को बेहद लाभ मिल रहा है. यहां ट्रैक्टर-ट्राली, रिक्शा से गन्ना ले जाकर गांव में बेचने वाले दर्जनों लोग 800-1000 रुपए कमा लेते हैं.

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