रांची: देश लोकसभा चुनाव 2024 के मुहाने पर खड़ा है. निर्वाचन आयोग किसी भी दिन आम चुनाव 2024 की घोषणा कर सकता है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने भी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना शुरू कर दिया है. लेकिन झारखंड में इंडि गठबंधन का मामला फंसा हुआ है. झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 11 लोकसभा सीटों पर नामों की घोषणा कर दी है लेकिन अभी तक इंडि गठबंधन की पार्टियों में सहमति नहीं बन पाई है. हालांकि, सीटों को लेकर कयास जरूर लगाए जा रहे हैं. रांची लोकसभा सीट को वीआईपी सीट माना जाता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि रांची सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेगा.
रेस में इन नेताओं के नाम
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि रांची से संभावित उम्मीदवारों के नाम दिल्ली भेज दिये गये हैं, जिनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और तीन बार के रांची सांसद सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक जयप्रकाश गुप्ता और रांची के पूर्व डिप्टी मेयर और झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव का नाम शामिल है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश प्रवक्ता जगदीश प्रसाद साहू ने बताया कि अब आलाकमान को तय करना है कि इनमें से किसे टिकट दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि रांची परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीट रही है. आलाकमान जिसे भी टिकट देगा, उसकी जीत तय है. हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का अनुमान है कि इस बार भी रांची लोकसभा सीट से सुबोधकांत सहाय को मैदान में उतारा जाएगा.
चुनाव लड़ने पर नहीं हुआ कोई फैसला- रामटहल चौधरी
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा से टिकट कटने के कारण पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने पार्टी छोड़ दी थी. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. उस वक्त उन्हें करीब 27 हजार वोट ही मिले थे. क्या रामटहल चौधरी इस बार फिर से चुनावी मैदान में उतरेंगे, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने पूर्व सांसद से बात की. उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं हुआ है. इस बार निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे और किसी भी पार्टी से भी कोई बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अगर वह चुनाव नहीं लड़ते हैं तो चुनाव से कुछ दिन पहले उम्मीदवारों को देखने के बाद ही वे तय करेंगे कि वे किसका समर्थन करेंगे.
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