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फर्राटेदार चाइनीज बोलेंगे सरकारी स्कूलों के छात्र, दून विश्वविद्यालय देगा ट्रेनिंग - MANDARIN LANGUAGE OF CHINA

पौड़ी में 300 छात्र-छात्राओं को चीन की मंदारिन भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि बच्चों को रोजगार के अवसर मिल सकें.

MANDARIN LANGUAGE OF CHINA
नौनिहाल बोलेंगे फर्राटेदार चाइनीज भाषा (photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 13, 2024, 3:53 PM IST

Updated : Oct 13, 2024, 5:19 PM IST

श्रीनगर: युवाओं को रोजगार से जोड़ने और उनके कौशल विकास को प्राथमिकता देने के लिए पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने एक पहल शुरू की है. जिसके तहत जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों के 300 छात्र चीन की मंदारिन भाषा सीखेंगे. इस पहल से युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर खुलेंगे. छात्रों को दून विश्वविद्यालय और डाइट के माध्यम से चाइनीज भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा. पिछले वर्ष भी जिले में 100 छात्रों को चाइनीज भाषा का प्रशिक्षण दिया गया था.

मंदारिन भाषा सीखेंगे छात्र: जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चौहान ने बताया कि इस पहल को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. मंदारिन भाषा चीन में बोली जाने वाली ग्लोबल इकोनॉमी की दूसरी सबसे बड़ी भाषा है. इसके वैश्विक प्रभाव को देखते हुए, भविष्य में छात्रों के कौशल विकास को बढ़ाने और नए रोजगार के अवसर तलाशने के लिए इस पहल की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा विभाग का विशेष सहयोग है.

300 छात्र-छात्राओं को चीन की मंदारिन भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा (video-ETV Bharat)

मंदारिन चीन और सिंगापुर की आधिकारिक भाषा: आशीष चौहान ने बताया कि ग्लोबल बाजार में चीनी भाषा का विशेष महत्व है, इसलिए छात्र भविष्य में इसका लाभ उठा सकते हैं. यदि किसी छात्र को मंदारिन सीखने के बाद इसी में भविष्य बनाना है, तो ऐसे छात्रों के लिए दून विश्वविद्यालय द्वारा कुछ एनजीओ के माध्यम से स्कॉलरशिप दिलाने का प्रयास भी किए जा रहा है. उन्होंने कहा कि मंदारिन चीन, ताइवान और सिंगापुर की आधिकारिक भाषा है. इसके अलावा मलेशिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मंगोलिया और फिलीपींस में भी मंदारिन बोलने वाले लोग मिल जाते हैं.

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मंदारिन भाषा सीखेंगे छात्र: जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चौहान ने बताया कि इस पहल को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. मंदारिन भाषा चीन में बोली जाने वाली ग्लोबल इकोनॉमी की दूसरी सबसे बड़ी भाषा है. इसके वैश्विक प्रभाव को देखते हुए, भविष्य में छात्रों के कौशल विकास को बढ़ाने और नए रोजगार के अवसर तलाशने के लिए इस पहल की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा विभाग का विशेष सहयोग है.

300 छात्र-छात्राओं को चीन की मंदारिन भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा (video-ETV Bharat)

मंदारिन चीन और सिंगापुर की आधिकारिक भाषा: आशीष चौहान ने बताया कि ग्लोबल बाजार में चीनी भाषा का विशेष महत्व है, इसलिए छात्र भविष्य में इसका लाभ उठा सकते हैं. यदि किसी छात्र को मंदारिन सीखने के बाद इसी में भविष्य बनाना है, तो ऐसे छात्रों के लिए दून विश्वविद्यालय द्वारा कुछ एनजीओ के माध्यम से स्कॉलरशिप दिलाने का प्रयास भी किए जा रहा है. उन्होंने कहा कि मंदारिन चीन, ताइवान और सिंगापुर की आधिकारिक भाषा है. इसके अलावा मलेशिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मंगोलिया और फिलीपींस में भी मंदारिन बोलने वाले लोग मिल जाते हैं.

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Last Updated : Oct 13, 2024, 5:19 PM IST
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