रांची:झारखंड लोक सेवा आयोग में अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग को लेकर छात्रों ने अनोखे अंदाज में बुधवार को प्रदर्शन किया.जेपीएससी गेट पर छात्रों ने शव यात्रा निकालकर सरकार को बदहाल जेपीएससी को दुरुस्त करने की मांग की. इस दौरान छात्रों ने सरकार पर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. शव यात्रा के दौरान जेपीएससी छात्रों ने ना केवल तालाब में स्नान किया, बल्कि बाल कटवाकर विरोध जताया.
ब्रम्हभोज में शामिल होने के लिए राजनेताओं को भेजा न्योता
छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे छात्रों ने गुरुवार को जेपीएससी कार्यालय के समक्ष ब्रम्हभोज करने का निर्णय लिया है. इस ब्रम्हभोज में शामिल होने के लिए राजनेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. बाबूलाल मरांडी को ब्रम्हभोज का निमंत्रण देने पहुंचे सत्यनारायण शुक्ला ने कहा कि जिस तरह के हालात जेपीएससी के बने हुए हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि यह संस्था मरनासन्न है और सरकार खामोश है. ऐसे में दाह-संस्कार के बाद ब्रम्हभोज ही होगा.उन्होंने बताया कि आयोग में अध्यक्ष नहीं रहने की वजह से लगभग 15 हजार नियुक्तियों पर ग्रहण लगा हुआ है.
![Protest Of JPSC Candidates](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/jh-ran-02-jpsc-student-7209874_12022025164121_1202f_1739358681_1033.jpg)
जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली रहने से लटकी हैं कई परीक्षाएं
झारखंड लोक सेवा आयोग पहली संस्था है जहां अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के छह महीने बीतने के बाद भी अब तक ना तो कोई अध्यक्ष बनाए गए हैं और ना ही कोई कार्यकारी अध्यक्ष. आयोग में 22 अगस्त 2024 से अध्यक्ष का पद खाली है. तत्कालीन अध्यक्ष नीलिमा केरकेट्टा का कार्यकाल खत्म होने के बाद से जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा सहित आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं लटकी हुई हैं.
सबसे ज्यादा परेशानी 11 से 13वीं सिविल सेवा के मुख्य परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को हो रही है.मुख्य परीक्षा 22 से 24 जून तक हुआ था. इसके जरिए 342 पदों पर नियुक्ति होनी है. इसके लिए जेपीएससी ने पीटी का रिजल्ट 22 अप्रैल 2024 को जारी किया था. जिसमें 7011 अभ्यर्थी सफल हुए थे. ऐसे में रिजल्ट की आस लगाए हजारों छात्र आए दिन आंदोलन करते नजर आ रहे हैं.
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